सीतापुर (उत्तर प्रदेश): संत गुरु रविदास की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार संत के सिद्धांतों पर चलती है, जबकि राज्य में विपक्षी दलों के नेतृत्व वाली पिछली सरकारों को संत रविदास ‘पसंद नहीं’.
यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘यह मेरे लिए खुशी की बात है कि मैं काशी का सांसद हूं जहां संत रविदास जी का जन्म हुआ था. मैं भाग्यशाली हूं कि भगवान ने मुझे वाराणसी में उनका मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण के पवित्र कार्य का माध्यम बनाया. मुझे उस परिसर को सजाने का मौका मिला.’ उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार संत रविदास के मंत्रों पर चल रही है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘संत रविदास जी की प्रेरणा से हमारी सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र पर चल रही है. हमारी योजनाएं गरीबों, दलितों, शोषितों, पिछड़े और वंचितों के कल्याण पर केंद्रित हैं. वे 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में सरकार चलाने वाले संत रविदास जी को पसंद नहीं करते थे.’
उन्होंने कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में खनन माफिया और भू माफिया का राज था.
विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैं एक गरीब परिवार से आता हूं. मैंने गरीबी के भाषण नहीं सुने, मैं गरीबी से आया हूं. गरीबों के जीवन से गुजरते हुए यहां पहुंचा हूं. जब कानून का राज नहीं होता तो गरीबों को सबसे ज्यादा नुकसान होता है. माफियाराज के तहत गरीबों की सुनवाई नहीं होती है. उत्तर प्रदेश में ‘परिवारवादियों’ की सरकार ने ऐसा माहौल बनाए रखा था.’
पीएम मोदी ने कहा, ‘इतने सालों तक, इन ‘परिवारवादियों’ ने स्थानीय कारीगरों और शिल्पकारों के कौशल की अनदेखी की और विदेशों से आयात पर जोर दिया. विपक्षी नेता ‘वोकल फॉर लोकल’ पर बोलने से दुखी होते हैं. उन्हें लगता है कि इसका श्रेय मोदी जी या योगी जी को जाएगा यदि ‘ वोकल फॉर लोकल’ बोली जाता है.’
संत रविदास 15वीं से 16वीं शताब्दी के दौरान भक्ति आंदोलन से जुड़े थे और उनके भजन गुरु ग्रंथ साहिब में शामिल हैं.
रविदास जयंती माघ पूर्णिमा को मनाई जाती है, जो हिंदू कैलेंडर के अनुसार माघ महीने की पूर्णिमा का दिन होता है.
उत्तर प्रदेश में 7 चरणों में होने वालो मतदान में से 2 चरण का मतदान सम्पन्न हो चुका है, जबकि राज्य में 5 चरणों का मतदान होना बाकी है. पांच चरणों में होने वाले बचे मतदान 20, 23, 27 फरवरी और 3 व 7 मार्च को होंगे. मतों की गिनती 10 मार्च को होगी.