अकोला: वंचित बहुजन आघाड़ी के नेता प्रकाश आंबेडकर ने शुक्रवार को कहा कि उद्धव ठाकरे को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मद्देनज़र आक्रामक रुख अपनाना चाहिए.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के एक दिन बाद पत्रकारों से बात करते हुए आंबेडकर ने कहा कि अदालत ने महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष को एकनाथ शिंदे समूह के 16 विधायकों के खिलाफ लंबित अयोग्यता नोटिस पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
उन्होंने कहा कि शिवसेना के ठाकरे गुट को अदालत के फैसले से ‘‘बड़ा हथियार’’ मिल गया है और उद्धव ठाकरे को अब आक्रामक रुख अपनाना चाहिए.
आंबेडकर ने कहा कि ठाकरे को इस बात पर जोर देना चाहिए कि अध्यक्ष अगले महीने अयोग्यता के मुद्दे को सुलझाएं.
बता दें कि मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ की अगुवाई में गठित पांच न्यायाधीशों वाली संविधान पीठ ने गुरुवार को कहा कि राज्यपाल का 30 जून 2022 का वो फैसला जिसमें एकनाथ शिंदे को नई सरकार गठित करने के लिए आमंत्रित किया गया था, उचित है क्योंकि ठाकरे ने शक्ति परीक्षण कराए बिना ही पद से इस्तीफा दे दिया था.
शिवसेना में शिंदे गुट की बगावत के बाद तीन दलों वाली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार के गिरने के कारण राजनीतिक संकट से संबंधित याचिकाओं पर सर्वसम्मति वाले फैसले में पीठ ने कहा कि राज्यपाल के पास इस निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए सामग्री नहीं थी कि तत्कालीन मुख्यमंत्री ठाकरे ने सदन का विश्वास खो दिया था.
कांग्रेस ने महाराष्ट्र में महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार गिरने और सामने आये राजनीतिक संकट से जुड़े मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को भारतीय जनता पार्टी के लिए ‘कानूनी, राजनीतिक और नैतिक तमाचा’ करार देते हुए कहा कि अब राज्य विधानसभा को एकनाथ शिंदे गुट के विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने की मांग वाले आवेदन पर फैसला करना चाहिए.
इस बीच, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को कहा कि एकनाथ शिंदे राज्य के मुख्यमंत्री बने रहेंगे और अगला चुनाव उनके नेतृत्व में लड़ा जाएगा.
यह पूछे जाने पर कि क्या उनके खेमे के 16 विधायकों की अयोग्यता के संबंध में प्रतिकूल फैसले की स्थिति में शिंदे अपने पद से हट जाएंगे, फडणवीस ने कहा कि इस चर्चा का कोई मतलब नहीं है.
फडणवीस ने कहा, “…मैं आपको बता रहा हूं कि एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बने रहेंगे और हम उनके नेतृत्व में अगला चुनाव लड़ेंगे. शिंदे क्यों सौंपेंगे इस्तीफा? किसी तरह के कयास लगाने की जरूरत नहीं है…”
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