नई दिल्ली: महाराष्ट्र सरकार बनाने को लेकर चल रही सियासी खींचतान अब राष्ट्रपति शासन की ओर बढ़ती दिखाई दे रही है. अगले 24 घंटे महाराष्ट्र के लिए काफी अहम बताए जा रहे हैं. शिवसेना को सरकार बनाए जाने के लिए और समय न दिए जाने के बाद राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी ने एनसीपी को न्योता दिया है. और सरकार बनाने के लिए 24 घंटे का समय भी दिया है.
एनसीपी के नेता अजित पवार मीडिया से बातचीत की और कहा कि राज्यपाल ने उन्हें बुलाया है और मिलने को कहा है. अजित पवार ने यह भी कहा कि उनके साथ छगन भुजबल, जयंत पाटिल और दूसरे नेता राज्यपाल कोशियारी से मिलने पहुंचे. पवार ने यह भी कहा कि उन्हें नहीं पता कि गर्वनर ने उन्हें क्यों बुलाया है. गर्वनर एक महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं इसलिए हम उनसे मिलने जा रहे हैं.
पवार के ठीक बाद पार्टी नेता नवाब मलिक ने मीडिया को बताया कि गर्वनर ने उनकी पार्टी को सरकार बनाने का न्योता दिया है. हमारे नेताओं का एक दल उनसे मिलने गया है. उन्होंने कहा कि गर्वनर द्वारा भेजे गए सरकार निर्माण के न्योते को लेकर हम अपनी गठबंधन पार्टी कांग्रेस से बात करेंगे और देखेंगे कि हम राज्य में एक स्थायी सरकार दे सकें. मलिक ने यह भी बताया कि उन्हें कल तक अपना दावा पेश करना होगा.
Nawab Malik, Nationalist Congress Party: We will get the letter today and make a final decision by tomorrow after holding discussions with our ally Congress. #Maharashtra https://t.co/iXUL6JzJUf
— ANI (@ANI) November 11, 2019
पल पल बदलती रही महाराष्ट्र की राजनीति
पिछले 18 दिनों भाजपा और शिवसेना में 50/50 फॉर्मुले पर बात न बनने के बाद शिवसेना ने सरकार बनाने का दावा पेश किया लेकिन फिर भी बात नहीं बनी. सोमवार 11 नवंबर को एक वक्त ऐसा भी आया जब लगा की महाराष्ट्र की सरकार की तस्वीर लगभग साफ हो गई है लेकिन देर शाम होते होते एकबार फिर पासा पलटा और यह एनसीपी के खाते में जा गिरा. देर शाम राज्यपाल कोशियारी ने एनसीपी को सरकार बनाने का न्योता दिया और उन्हें दावा पेश करने के लिए 24 घंटे यानी मंगलवार शाम 8 बजे तक का समय दिया है.
कांग्रेस पार्टी कि दिन भर चली मीटिंग
बता दें कि सोमवार को कांग्रेस पार्टी में सुबह से ही गहमागहमी बनी हुई थी. खबर आ रही थी कि कांग्रेस पार्टी एनसीपी और शिवसेना दोनों को बाहर से समर्थन देगी लेकिन इसी घमासान के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे मीडिया के सामने आए और उन्होंने कहा कि हमने पहले ही प्रेस नोट जारी किया है और हमने यह भी बताया हमारी कार्यसमिति के सदस्यों और पीसीसी के नेताओं से चर्चा हुई है.
खड़गे ने यह भी बताया कि एआईसीसी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शरद पवार जी से बात की है. लेकिन अब आगे कि चर्चा कल मुंबई में होगी. वहीं दूसरी तरफ सुबह एक बार बैठक के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर देर शाम पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की.
राज्य में सरकार गठन के लिए शिवसेना को समर्थन देना है या नहीं, इस संबंध में फैसला करने के लिए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्रियों अशोक चव्हाण, पृथ्वीराज चव्हाण और सुशील कुमार शिंदे के साथ-साथ पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख बालासाहेब थोराट ने सोनिया गांधी से मुलाकात की.
इससे पूर्व कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) के सभी वरिष्ठ सदस्यों ने गांधी के आवास पर सुबह मुलाकात की थी. हालांकि, बैठक में कोई फैसला नहीं हो सका था और पार्टी नेतृत्व ने शाम चार बजे फिर से बैठक करने का निर्णय लिया था. पार्टी के वरिष्ठ नेता ए के एंटनी, अहमद पटेल, मल्लिकार्जुन खड़गे और के सी वेणुगोपाल ने शाम की बैठक में भाग लिया.
सूत्रों ने बताया कि सोनिया ने महाराष्ट्र से पार्टी के वरिष्ठ नेता नाना पटोले से भी बात की और राजनीतिक संभावनाओं पर उनसे विचार-विमर्श किया.
Mallikarjun Kharge, Congress: We've already issued a press note & we've mentioned that we've already discussed with working committee members and our PCC leaders. Our AICC President has spoken to Sharad Pawar ji. Further discussion will take place in Mumbai tomorrow. #Maharashtra pic.twitter.com/bBGIkuPUhq
— ANI (@ANI) November 11, 2019
आदित्य ठाकरे पहुंचे राज्यपाल के पास मांगा और समय
देर शाम आदित्य ठाकरे सरकार बनाने के दावे के साथ राज्यपाल से मुलाकात की और कहा कि हमने राज्यपाल से कहा कि हम सरकार बनाना चाहते हैं, लेकिन हमें इसके लिए कम से कम दो दिनों का समय चाहिए लेकिन उन्हें समय नहीं दिया गया. ठाकरे ने कहा कि हम महाराष्ट्र में सरकार निर्माण करने के लिए कोशिश कर रहे हैं.
Aaditya Thackeray: Both parties (Congress-NCP) have been speaking to us, MLAs have been speaking to us. As talks are on, as 2nd largest party it was our right to come here. We've expressed our willingness to form govt, we've asked for extension of 48 hrs to fulfill our procedure. pic.twitter.com/v8eQBr1hW2
— ANI (@ANI) November 11, 2019
ठाकरे ने मीडिया को यह भी बताया कि हमसे कांग्रेस और एनसीपी दोनों ही पार्टियों के नेता और विधायक बात कर रहे हैं. ठाकरे ने कहा कि राज्य की दूसरी बड़ी पार्टी है जिसे सरकार बनाने का हक है हमने अपनी बात राज्यपाल के सामने रखी है लेकिन हमें और समय नहीं दिया जा रहा है.
राजभवन ने जारी किया बयान कहा शिवसेना आवश्यक समर्थन पत्र जमा नहीं कर सकी
शिवसेना नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात कर सरकार बनाने की इच्छा प्रकट की लेकिन वे जरूरी समर्थन पत्र जमा नहीं कर सके. राजभवन ने एक बयान में यह बात कही.
राजभवन की ओर से यहां जारी बयान में कहा गया कि शिवसेना ने समर्थन पत्र जमा करने के लिए तीन दिन का समय और मांगा था, लेकिन राज्यपाल ने इस अनुरोध को स्वीकार नहीं किया.
इसमें कहा गया है कि शिवसेना नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने कोश्यारी से मुलाकात की और सरकार बनाने की इच्छा प्रकट की. बयान के अनुसार, ‘शिवसेना समर्थन का जरूरी पत्र नहीं जमा कर सकी. शिवसेना ने समर्थन पत्र जमा करने के लिए समयसीमा तीन दिन और बढ़ाने का अनुरोध करते हुए पत्र दिया था जो सोमवार शाम 7:30 बजे समाप्त हो गयी.’
इसमें कहा गया, ‘राज्यपाल ने और समय देने में असमर्थता प्रकट की.’
राज्यपाल से मुलाकात के बाद शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने संवाददाताओं से कहा कि उनकी पार्टी का सरकार बनाने का दावा अब भी कायम है क्योंकि दोनों दलों ने शिवसेना नीत सरकार को सैद्धांतिक रूप से समर्थन की सहमति जताई है.
क्या है सीटों का गणित
शिवसेना महाराष्ट्र में 288 सदस्यीय सदन में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है जिसके 56 विधायक हैं. भाजपा के 105 विधायक हैं. कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के क्रमश: 44 और 54 विधायक है.