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Saturday, 2 November, 2024
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‘फिर आइएगा,’ रिटायर हो रहे 72 राज्यसभा सांसदों से पीएम मोदी ने कहा – अनुभवी साथियों के जाने की कमी हमेशा खलेगी

रिटायर हो रहे नेताओं में कपिल सिब्बल, पी. चिदंबरम, जयराम रमेश और एके एंटनी जैसे कई दिग्गज नेता शामिल हैं. आने वाले कुछ दिनों में केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल रिटायर हो जाएंगे.

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नई दिल्ली: संसद के उच्च सदन राज्यसभा से आज 72 सांसद रिटायर हो गए. रिटायर हो रहे नेताओं में कपिल सिब्बल, पी. चिदंबर, जयराम रमेश और एके एंटनी जैसे कई दिग्गज नेता शामिल हैं. इसके अलावा भाजपा के बागी नेता सुब्रमण्यन स्वामी भी रिटायर हो गए हैं. इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में विदाई भाषण के दौरान कहा कि मेरी कामना है कि आप सभी लोग वापस लौट कर सदन में आएं.

पीएम मोदी ने कहा, ‘हमारे राज्यसभा सांसदों का लंबा अनुभव रहा है. कई बारअनुभव अकादमिक ज्ञान से भी ज्यादा अहम होता है. मैं रिटायर हो रहे सदस्यों से कहूंगा कि फिर लौट कर आइएगा .’

पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि हमने संसद में लंबा वक्त साथ गुजारा है. इस सदन ने हमारी जिंदगी में अहम योगदान दिया है, जितना हमने उसके लिए किया है, उससे कहीं ज्यादा सदन ने हमारे लिए किया है.

उन्होंने कहा कि इस सदन के सदस्य के तौर पर सांसदों को देश की चारों दिशाओं का अनुभव हासिल होता है.

पीएम ने आगे कहा, ‘इतना अनुभव रखने वाले सांसद जब चले जाते हैं तो सदन को स्वाभाविक रूप से नुकसान का आभास होता है. जिनके पास अनुभव नहीं है उनके पास कहीं अधिक जिम्मेदारियां हैं. आइए हम संकल्प लें कि हमने सेवानिवृत्त सांसदों से जो कुछ भी सीखा है उसे राष्ट्र की प्रगति के लिए आगे बढ़ाने के लिए उपयोग करेंगे और मैं इस मौके पर अपने रिटायर होने वाले साथियों से कहना चाहता हूं कि ‘फिर लौट कर आइएगा.’


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‘आप मजबूती से रहिए, हम सदैव आपके साथ रहेंगे’

इस दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और मैं बहुत कुछ खो रहे हैं. उन्होंने कहा कि सदन में आनंद शर्मा से विदेश मामलों में मैंने हमेशा सीखा था. खड़गे ने कहा कि एके एंटनी ज्यादा बोलते नहीं थे, लेकिन उनकी सलाह हमेशा अहम रही है. उन्होंने कहा कि एके एंटनी ने बहुत से काम किए, लेकिन कभी उन चीजों के लिए क्रेडिट नहीं लिया.

राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘राज्यसभा एक स्थायी सदन है, कुछ सदस्य रिटायर होंगे जबकि दूसरे आएंगे, यह हमेशा चलेगा. हमारे बीच मतभेद हो सकते हैं लेकिन हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम कुशलता से काम करें.’

कांग्रेस नेता ने पी. चिदंबरम के रिटायरमेंट पर खड़गे ने कहा कि वह आर्थिक मामलों और कानूनी मसलों के बड़े ज्ञाता रहे हैं. राज्य सभा में उन्होंने हमेशा बेहद संजीदगी के साथ अपनी बात रखी थी. शायराना अंदाज में खड़गे ने कहा, ‘आपके साथ कुछ लम्हे और कई यादें बतौर इनाम मिले, आपके साथ सफर पर निकले और अनुभव तमाम मिले.’

एक और शेर सुनाते हुए कांग्रेस के लीडर ने कहा, ‘विदाई तो है एक दस्तूर पुराना, पर ऐसी छाप छोड़ जाओ कि हर कोई गाए आपका तराना.’ कांग्रेस के नेता ने कहा कि राजनीतिक शख्स कभी लोग रिटायर नहीं होते. आप मजबूती से रहिए, हम सदैव आपके साथ रहेंगे.

राजनीति में एक कहावत है कि ‘उतार-चढ़ाव अक्सर आते रहते हैं लेकिन कभी भी मैदान नहीं छोड़ना चाहिए. लोगों के लिए काम करते समय हमें इसे ध्यान में रखना चाहिए.’

यह कार्यक्रम उच्च सदन द्वारा रिटायर सदस्यों को विदाई देने से पहले आयोजित किया गया था. कुछ सदस्य इसी महीने रिटायर हो रहे हैं और कुछ कुछ समय बाद रिटायर होंगे.

केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल, राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा, पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश, सुब्रमण्यम स्वामी, सुरेश प्रभु, एके एंटनी और मनोनीत सदस्य स्वपन दासगुप्ता और रूपा गांगुली उन सांसदों में शामिल हैं, जो अगले कुछ हफ्तों में राज्यसभा से रिटायर हो रहे हैं.

इस बीच, राज्यसभा की 13 सीटों के लिए आज छह राज्यों में मतदान हो रहा है. आम आदमी पार्टी (आप) के पांच राज्यसभा उम्मीदवार हाल ही में राज्य में विधानसभा चुनावों में पार्टी की जीत के दम पर निर्विरोध उच्च सदन के लिए चुने जा चुके हैं.

नागालैंड से भाजपा की उम्मीदवार एस फांगनोन कोन्याक भी निर्विरोध उच्च सदन के लिए चुनी गई हैं, वह नागालैंड से राज्यसभा की पहली महिला सदस्य होंगी.

हिमाचल प्रदेश से बीजेपी उम्मीदवार सिकंदर कुमार भी राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुन लिए गए हैं. 68 सदस्यीय हिमाचल प्रदेश विधानसभा में भाजपा के 43 विधायक होने के कारण, कांग्रेस ने राज्यसभा के लिए द्विवार्षिक चुनावों में उम्मीदवार नहीं उतारा था.

छह अन्य राज्यसभा सीटों के लिए केरल, त्रिपुरा और असम में मतदान जारी है.

त्रिपुरा में सत्तारूढ़ भाजपा ने पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख माणिक साहा को मैदान में उतारा है जबकि वाम मोर्चा ने माकपा के वरिष्ठ नेता भानु लाल साहा को उम्मीदवार बनाया है.

केरल राज्यसभा के लिए तीन सदस्यों का चुनाव करेगा. संयोग से, प्रत्येक राज्य से राज्यसभा के एक-तिहाई सदस्य अपने छह साल के कार्यकाल के पूरा होने पर हर दो साल में रिटायर होते हैं.


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