नई दिल्ली: राहुल गांधी लंदन से लौट आए हैं और वह गुरुवार को संसद में चल रहे बजट सत्र के दूसरे चरण में शामिल होने सदन पहुंचे. पिछले दिनों लंदन में की गई टिप्पणी पर भारतीय जनता पार्टी लगातार राहुल गांधी से देश से माफी मांगने की बात कर रही है वहीं राहुल ने आज सदन में पहुंचते ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला के पास पहुंचे और सदन में बोलने का समय मांगा. बाद में उन्होंने मीडिया से भी बात की.
राहुल की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद बीजेपी के नेता रवि शंकर प्रसाद उनपर हमलावर रहे और कहा कि भारत में अवतरित होते ही राहुल झूठ बोलने लगे. प्रसाद ने कहा कि राहुल के अहंकार से हम परिचित है और उनका अहंकार देश से बड़ा नहीं है.
भाजपा नेता ने आगे कहा, “राहुल गांधी आप देश के 140 करोड़ लोगों को कब तक गुमराह करेंगे.”
उन्होंने कहा, “भाजपा फिर दोहराती है कि उन्होंने कहा था कि ‘अमेरिका और यूरोप को भारत के लोकतांत्रिक पिछड़ेपन पर ध्यान देना चाहिए. विदेशों में भारतीय लोकतंत्र की आलोचना कर भारतीयों की भावनाओं का अपमान करना और बेबुनियाद, बेफिजूल की बात करना उनकी आदत है. हम राहुल गांधी से माफी मांगने तक देशभर में अभियान करते रहेंगे. राहुल गांधी जी, आपका अहंकार देश से बड़ा नहीं है.”
रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा, “राहुल आपसे माफी की मांग क्यों की जा रही है, क्योंकि आपने विदेश में यह कहा कि अमेरिका और यूरोप को भारत में गिरते लोकतंत्र पर नोटिस करना चाहिए. राहुल की आदत है कि विदेश जाएंगे तो भारत और यहां की जनता का अपमान करेंगे.”
राहुल से सवाल करते हुए शंकर प्रसाद ने पूछा कि, राहुल गांधी जी चीन से आपका क्या याराना है? राहुल गांधी देश की विदेश नीति को कितना समझते हैं इस पर भी बहस करने की जरूरत है. चीन की विदेश नीति उन्हें काफी रास आ रही है जबकि पूरी दुनिया चीन के रवैये को देख रही है और उस पर सवाल कर रही है.
उन्होंने आगे कहा कि राहुल को देश में लोकतंत्र नहीं दिखता, जबकि ऑस्ट्रेलिया और इटली के प्रधानमंत्री ने तो देश में आकर भारतीय लोकतंत्र और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की थी.
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मैं एक सांसद हूं और संसद मेरा मंच है
शंकर प्रसाद से पहले राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा था कि, मैं उनका जवाब यहां नहीं संसद में दूंगा. राहुल ने कहा कि मैं एक सांसद हूं और संसद मेरा मंच है.
राहुल ने कहा कि मैंने आज स्पीकर से अनुरोध किया कि मुझे संसद में बोलने दिया जाये और मुझे लगता है कि वो मुझे बोलने देंगे. मुझे उम्मीद है कि मुझे कल संसद में बोलने की अनुमति दी जाएगी.
भाजपा और पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि सरकार अडाणी मुद्दे से डरी हुई है. आखिर अडाणी और पीएम का रिश्ता क्या है?
राहुल ने बोलने की अनुमति मांगते हुए कहा कि भाजपा के चार मंत्रियो ने मुझ पर सदन में आरोप लगाया और मेरे भाषण को रिकॉर्ड से हटा दिया गया. मैं संसद में सारे सवालों के जवाब दूंगा और ये इंडियन डेमोक्रेसी का टेस्ट है कि मुझे बोलने दिया जाता है या नहीं.
बता दें कि विदेश दौरे से लौटे राहुल गांधी गुरुवार को संसद की कार्यवाही में भाग लेने के लिए संसद पहुंचे. हालांकि राहुल के सदन में पहुंचते ही हंगामें में तब्दील हो गई..जिसके बाद संसद को कल 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है.
राहुल गांधी जब सदन पहुंचे तो पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्या वो माफी मांगेगे तब उन्होंने कहा, “मैंने भारत विरोधी कुछ भी नहीं बोला (लंदन सेमिनार में). अगर वे अनुमति देंगे तो मैं क्या सोचता हूं उसके बारे में संसद में बोलूंगा. ”
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के लंदन वाले बयान पर हंगामा मचा है, माफी की मांग को लेकर बीजेपी हमलावर है, तो वहीं कांग्रेस इसे अडाणी मुद्दे से और जेपीसी जांच की मांग से ध्यान भटकाने की कोशिश बता रही है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में लंदन कैंब्रिज विश्वविद्यालय में एक संबोधन में कहा था कि हर कोई जानता है और यह बहुत खबरों में है कि भारतीय लोकतंत्र दबाव में है. मैं भारत में विपक्ष का नेता हूं, हम उन्हें (विपक्ष) को नेविगेट कर रहे हैं.
राहुल गांधी ने आगे कहा कि ‘लोकतांत्रिक संसद के लिए जरूरी संस्थागत ढांचा, स्वतंत्र प्रेस, न्यायपालिका, विचार प्रकट करना सब मुश्किल होता जा रहा है, हम भारतीय लोकतंत्र के मूल ढांचे पर हमले का सामना कर रहे हैं.’
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