नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को ‘समग्र आवास – सभी के लिए आवास’ पर पोस्ट बजट वेबिनार को संबोधित करते हुए कहा कि इस वर्ष के बजट में गरीबों के घर के लिए 80 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया है. उन्होंने कहा, ‘हमें हाउसिंग फॉर ऑल की मुहिम को तेजी से आगे बढ़ाना होगा.’
पीएम ने कहा, ‘𝐑𝐞𝐚𝐜𝐡𝐢𝐧𝐠 𝐓𝐡𝐞 𝐋𝐚𝐬𝐭 𝐌𝐢𝐥𝐞 के लक्ष्य को पूरा करने के लिए बजट में हजारों करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. 2019 तक हमारे देश के ग्रामीण इलाकों में सिर्फ 3 करोड़ घरों में ही नल से जल जाता था,अब इनकी संख्या बढ़ कर 11 करोड़ से अधिक हो चुकी है.’
उन्होंने कहा कि भारत में जो आदिवासी क्षेत्र हैं, ग्रामीण क्षेत्र हैं, वहां आखिरी छोर तक Reaching The Last Mile के मंत्र को ले जाने की जरूरत है. इस साल के बजट में इस पर भी विशेष ध्यान दिया गया है.
मूलभूत सुविधा, हर क्षेत्र, हर नागरिक तक
प्रधानमंत्री ने अपने संम्बोधन में आगे कहा कि ‘हमारे देश में एक पुरानी अवधारणा रही है कि लोगों का कल्याण और देश का विकास सिर्फ धन से ही होता है. देश और देशवासियों के विकास के लिए धन तो जरूरी है ही लेकिन धन के साथ ही मन भी चाहिए.’
उन्होंने कहा कि जिस दिन हम ठान लेंगे कि हर मूलभूत सुविधा, हर क्षेत्र में, हर नागरिक तक पहुंचाकर ही रहेंगे, तो देखिएगा कितना बड़ा परिवर्तन स्थानीय स्तर पर कार्य-संस्कृति में आता है. सैचुरेशन की नीति के पीछे यही भावना है.
पीएम ने कहा जब सरकार के काम मेजरेबल होते हैं, उसकी निरंतर मॉनीटरिंग होती है तो उसके परिणाम भी अच्छे मिलते हैं.
उन्होंने कहा, ‘सरकारी कार्यों और सरकारी योजनाओं की सफलता की अनिवार्य शर्त है सुशासन, संवेदनशील शासन, जन सामान्य को समर्पित शासन.’
प्रधानमंत्री ने कहा कि शासन संवेदनशील और समर्पित होना चाहिए. जब कार्यों की उचित निगरानी होती है, तो उनकी दक्षता और समय पर पूरा होना अत्यधिक संभव हो जाता है.
स्टार्टअप्स और डिजिटल मार्केटिंग
प्रधानमंत्री ने संबोधन में आगे कहा, ‘यदि हम स्कूल स्तर पर ही स्टार्टअप्स और डिजिटल मार्केटिंग के लिए संबद्ध कार्यशालाओं को सुनिश्चित करते हैं, तो हमें निश्चित रूप से उत्कृष्ट परिणाम मिलेंगे और इससे आदिवासी समुदायों के छात्रों की भी मदद करेगा.’
पीएम ने कहा कि हमें गरीबों की ऐसी शक्ति बढ़ानी है जिससे हमारा गरीब ही गरीबी को परास्त करे. हर गरीब को ये संकल्प लेना चाहिए कि अब मुझे गरीब नहीं रहना है और मुझे मेरे परिवार को गरीबी से बाहर निकालना है.
ट्राइबल कम्युनिटी के विकास पर जोर देते हुए पीएम ने कहा कि ‘हम देश भर के 200 से अधिक जिलों और 22,000 से अधिक गांवों में जनजातीय लोगों को सुविधाएं प्रदान करने के मिशन पर हैं.’
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