नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को उत्तर प्रदेश के वाराणसी पहुंचे. यहां उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि काशी की पावन धरती से देशभर मैं भाजपा के हर समर्पित कार्यकर्ताओं का अभिावदन करता हूं. आज हमारे प्रेरणापुंज डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर अभियान की शुरुआत होना सोने पर सुहागा है. पीएम सदस्यता अभियान की शुरुआत करने वाराणासी पहुंचे हैं.
पीएम मोदी चुनाव जीतने के बाद दूसरी बार अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे हैं. यहां उन्होंने बाबतपुर एयरपोर्ट पर पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री की मूर्ति का अनावरण भी किया.
उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अब हम किसान को पोषक से आगे निर्यातक के रूप में देख रहे हैं. अन्न, दूध, फल-सब्जी, शहद या फिर ऑर्गेनिक उत्पाद इन सबके निर्यात के लिए हमारे पास भरपूर क्षमता है. इसलिए बजट में कृषि उत्पादों के निर्यात के लिए माहौल बनाने पर विशेष बल दिया गया है.
उन्होंने कहा कि आज ज्यादातर विकसित देशों के इतिहास को देखें, तो एक समय में वहां भी प्रति व्यक्ति आय बहुत ज्यादा नहीं होती थी. लेकिन इन देशों के इतिहास में एक दौर ऐसा आया, जब कुछ ही समय में प्रति व्यक्ति आय तेजी से बढ़ी. यही वो दौर था जब ये देश विकासशील से विकसित देशों की श्रणी में आया.
पीएम ने कहा कि जब किसी भी देश में प्रति व्यक्ति आय बढ़ती है तो खरीद की क्षमता बढ़ाती है. खरीद की क्षमता बढ़ती है तो मांग और मांग बढ़ती है तो उत्पादन बढ़ता है, सेवा का विस्तार होता है. यही प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि, उस परिवार की बचत को भी बढ़ाती है. हमारी सरकार खेती के साथ साथ ब्लू इकॉनामी पर भी विशेष बल दे रहे है. समुद्री संसाधनों और तटीय क्षेत्रों में पानी के भीतर जितने भी संसाधन हैं उनके विकास के लिए बजट में विस्तार से बात की गई है.
पीएम ने कहा कि जल संरक्षण और जल संचयन के लिए पूरे देश को एकजुट होकर खड़ा करने की कोशिश की जा रही है. हमारे सामने पानी की उपलब्धता से भी अधिक पानी की फिजूलखर्ची और बर्बादी बहुत बड़ी समस्या है. लिहाजा घर के उपयोग में या सिंचाई में पानी की बर्बादी को रोकना आवश्यक है.
पीएम ने कहा कि देश के हर घर को पानी मिल सके इसके लिए जल शक्ति मंत्रालय तो हम बना ही चुके हैं, साथ ही जल शक्ति अभियान भी शुरू किया गया है. इसका बहुत बड़ा लाभ हमारी माताओं-बहनों को मिलेगा जो पानी के लिए अनेक कष्ट उठाती हैं. उन्होंने कहा कि 5 ट्रिलियन डॉलर के सफर को आसान बनाने के लिए हम स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत, सुंदर भारत बनाने पर भी फोकस कर रहे हैं. बीते वर्षों में स्वच्छता के लिए देश के हर नागरिक ने जो योगदान दिया है, उससे स्वस्थ भारत बनाने की हमारी कोशिश को बल मिला है.
पीएम ने कहा कि हम 21वीं सदी की आवश्यकताओं के अनुसार पूरे देश में इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण कर रहे हैं. गांव में उपज के भंडारण के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर, शहरों में आधुनिक सुविधाओं का निर्माण, हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि हाईवेज, रेलवेज, एयरवेज, वॉटरवेज, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर, गांव में ब्रॉड बैंड की सुविधा इन सभी में आने वाले 5 वर्षों में 100 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा. आने वाले कुछ वर्षों में गांवों सवा लाख किमी सड़कों का निर्माण किया जाएगा. 2022 तक हर गरीब बेघर के सिर पर पक्की छत हो इसके लिए सिर्फ गांव में ही लगभग 2 करोड़ घरों का निर्माण किया जाएगा.
पीएम ने कहा कि जनता की ताकत असंभव को संभव बना सकती है. एक समय था जब देश अनाज के संकट से जूझ रहा था. विदेशों से अनाज मंगवाना पड़ता था. उसी दौर में शास्त्री जी ने जय जवान, जय किसान का नारे से आह्वान किया और देश के किसानों ने अनाज के भंडार भर दिए.
पीएम ने कहा कि आप किसी सामान्य व्यक्ति के पास समस्या लेकर जाएंगे तो वो आपको समाधान देगा, लेकिन पेशेवर निराशावादियों के पास आप समाधान लेकर जाएंगे तो वो उसे समस्या में बदल देंगे. देश को ऐसे नकारात्मक लोगों से सतर्क रहने की जरूरत है.
देश बड़े संकल्पों और बड़े लक्ष्य की प्राप्ति से ही आगे बढ़ता है. इच्छा शक्ति चाहिए कि जो ठान लिया, वो ठान लिया.
फिर उस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए खुद को समर्पित कर देना चाहिए.
पीएम ने कहा कि आज से जो सदस्यता अभियान शुरू हो रहा है उसके मूल में भी यही भावना है. दल के साथ देश के दूत बनकर हमें काम करना है. सदस्यता अभियान को हम राष्ट्र की प्रगति के लिए विश्वास, दोस्ती और बंधुत्व का मजबूत सूत्र मानते हैं.
दौड़ना ही तो न्यू इंडिया का सरोकार है: पीएम
वो जो सामने मुश्किलों का अंबार है,
उसी से तो मेरे हौंसलों की मीनार है.
चुनौतियों को देखकर, घबराना कैसा
इन्हीं में तो छिपी संभावना अपार है
विकास के यज्ञ में जन-जन के परिश्रम की आहुति
यही तो मां भारती का अनुपम श्रृंगार है.
गरीब-अमीर बनें नए हिंद की भुजाएं
बदलते भारत की, यही तो पुकार है.
देश पहले भी चला, और आगे भी बढ़ा
अब न्यू इंडिया दौड़ने को तैयार है
दौड़ना ही तो न्यू इंडिया का सरोकार है.