नई दिल्ली: दुनिया एक विश्वसनीय, भरोसेमंद साथी की तलाश में है, भारत में इसकी क्षमता, ताकत और योग्यता सभी मौजूद है. बस आपको इस अवसर को आगे बढ़ कर फायदा उठाना चाहिए. यही नहीं भारत को तेज विकास के पथ पर लाने के लिए पांच बातें बहुत जरूरी हैं – इंटेंट, इंक्लूजन, इंफ्रास्ट्रक्चर, इन्वेस्टमेंट और इनोवेशन. हाल में कई फैसले लिए गए हैं जिसकी झलक इस पांच आई में दिख जाएगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उद्योग संगठन भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के वार्षिक सत्र में देश के बड़े व्यवसाइयों को संबोधित कर रहे थे. पीएम ने कहा,’भारत बड़ी उड़ान के लिए तैयार है.’
‘हमारे लिए सुधार का मतलब है, फैसले लेने का साहस करना. ‘
पीएम ने अपने भाषण में बार बार कहा की विकास की राह को वापस पकड़ना इतना मुश्किल नहीं है. मोदी ने भारतीय कारोबारियों ने कहा कि वह प्रधानमंत्री के रूप में उनके साथ खड़े हैं, ‘मुझ पर भरोसा कीजिए, दोबारा वृद्धि हासिल करना कोई बड़ा मुश्किल काम नहीं है.’
सीआईआई की स्थापना के 125 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित एक कार्यक्रम में पीएम मोदी ने ये बातें कहीं.. सीआईआई की स्थापना 1895 में हुई थी. सीआईआई 125वें वार्षिक सत्र का मुख्य विषय ‘गेटिंग ग्रोथ बैक’ यानी वृद्धि की राह पर लौटना रखा गया था.
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गेटिंग ग्रोथ बैक मुश्किल नहीं
पीएम सीआईआई को संबोधित करते हुए कहा, आत्मनिर्भर भारत का मतलब यह नहीं हो सकता है कि देश रणनीतिक क्षेत्रों में बाहरी क्षेत्रों पर निर्भर रहे. उन्होंने कहा, ‘गेटिंग ग्रोथ बैक’ इतना मुश्किल भी नहीं है और सबसे बड़ी बात कि अब आपके पास, भारतीय इंडस्ट्री के पास, एक साफ रास्ता है, आत्मनिर्भर भारत का रास्ता. देश को आत्मनिर्भर भारत बनाने का संकल्प लें. सरकार आपके साथ खड़ी है. आप देश के साथ खड़े हों.’
पीएम मोदी ने कहा कि हमें कोरोना वायरस से लड़ने के लिए कठोर कदम उठाने होंगे और साथ ही अर्थव्यवस्था की देखभाल के लिए भी कदम उठाने होंगे: उन्होंने कहा कि हम लॉकडाउन को पीछे छोड़कर अब अनलॉक 1.0 में प्रवेश कर चुके है, भारत की क्षमताओं और उसकी संकट प्रबंधन व्यवस्था में आपको विश्वास बनाए रखना चाहिए.
हालांकि उन्होंने इस बात को भी स्वीकार किया कि अभी नए सिरे से मंथन चल रहा है और लेकिन उन्होंने सीआईआई के उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि भा रत से दुनिया की अपेक्षा और बढ़ी है, दुनिया भर में लोगों का विश्वास भारत पर बढ़ा है, नई आशा का संचार भी हुआ है. विश्व एक विश्वसनीय साथी की तलाश में है. भारत में क्षमता और ताकत है. आज पूरे विश्व में भारत के प्रति जो विश्वास पैदा हुआ है, उसका आप सभी को पूरा फायदा उठाना चाहिए.
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युवाओं के लिए अवसर
पीएम ने कहा कि सरकार जिस दिशा में बढ़ रही है, उससे हमारे माइनिंग सेक्टर, एनर्जी सेक्टर, या रिसर्च और टेक्नोलॉजी, हर क्षेत्र में इंडस्ट्री और युवा के लिए नए अवसर खुलेंगे. एमएसएमई की परिभाषा स्पष्ट करने की मांग लंबे समय से उद्योग जगत कर रहा था, वो पूरी हो चुकी है. इससे एमएसएमई बिना किसी चिंता के विकास कर पाएंगे और उनको एमएसएमई का स्टेट्स बनाए रखने के लिए दूसरे रास्तों पर चलने की जरूरत नहीं रहेगी.
हमारे श्रमिकों के कल्याण को ध्यान में रखते हुए, रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के लिए श्रमिक सुधार भी किए जा रहे हैं. जिन गैर-रणनीतिक क्षेत्र में निजी सेक्टर को इजाजत ही नहीं थी, उन्हें भी खोला गया है.
पीएम मोदी ने कहा कि सरकार आज ऐसे पॉलिसी रिफॉर्म भी कर रही है जिनकी देश ने उम्मीद छोड़ दी थी. अगर मैं कृषि क्षेत्र की बात करूं तो हमारे यहां आजादी के बाद जो नियम-कायदे बने, उसमें किसानों को बिचौलियों के हाथों में छोड़ दिया गया था.
‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना ने गरीबों को तुरंत लाभ देने में बहुत मदद की है. इस योजना के तहत 74 करोड़ लाभार्थियों के घर तक राशन पहुंचाया जा चुका है. प्रवासी श्रमिको के लिए भी फ्री राशन पहुंचाया जा रहा है.