scorecardresearch
Sunday, 12 May, 2024
होमराजनीतिकांग्रेस नेता पीएल पुनिया कोरोना संक्रमित, महामारी एक्ट के उल्लंघन का आरोप लगा छत्तीसगढ़ BJP जाएगी कोर्ट

कांग्रेस नेता पीएल पुनिया कोरोना संक्रमित, महामारी एक्ट के उल्लंघन का आरोप लगा छत्तीसगढ़ BJP जाएगी कोर्ट

भाजपा का कहना है कि पुनिया ने 9 अक्टूबर को रायपुर प्रवास के दौरान कोरोना जांच के लिए सैंपल दिया था लेकिन उन्होंने खुद को आइसोलेट नहीं किया और सार्वजनिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेते रहे. उन्होंने महामारी और आपदा कानूनों का उलंघन किया है.

Text Size:

रायपुर: छत्तीसगढ़ भाजपा, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया द्वारा कोरोना संक्रमित रहते हुए सार्वजनिक बैठकों में भाग लेने के मुद्दे पर अदालत जाएगी. भाजपा नेताओं का कहना है कि शासन द्वारा पुनिया के खिलाफ कार्यवाई नहीं की गई इसलिए पार्टी कोर्ट जाने को बाध्य है.

दिप्रिंट से बात करते हुए पार्टी के पूर्व विधायक और रायपुर जिला अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी ने बताया कि उनके द्वारा मांग किये जाने पर भी पीएल पुनिया के खिलाफ राज्य शासन द्वारा अबतक कोई कार्रवाई नहीं गई है.

सुंरदरानी ने कहा, ‘यह सीधे तौर पर महामारी एक्ट और आपदा प्रबंधन कानून का उल्लंघन का मामला है इसलिए अब  उन्होंने न्यायालय जाने की तैयारी पूरी कर ली है.’

सुंदरानी ने आरोप लगाया कि पीएल पुनिया ने अपने कोविड-19 पॉजिटिव होने की जानकारी को छुपाया है और इस दौरान वह मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, कैबिनेट मंत्रियों सहित पार्टी के कई कार्यकर्ताओं से मुलाकात के साथ-साथ बैठकों को भी संबोधित किया.

बता दें कि छत्तीसगढ़ में कोरोना के अब तक कुल 1,50,696 लोग संक्रमित हो चुके हैं. इनमें से 1,21,548 मरीज ठीक हो गए हैं और 27,809 अभी एक्टिव मामले हैं. करीब 1355 मरीजों की मौत भी हो चुकी है. प्रदेश में 2500-2800 के बीच कोविड पॉजिटव मरीज प्रतिदिन मिल रहे हैं.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें


यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ सरकार ने 65 साल से अधिक उम्र और कोमोरबिडीटीज वाले मरीजों के लिए कोविड टेस्ट जरूरी किया


जांच के लिए सैंपल दिया, नहीं हुए क्वारेंटाइन

विपक्ष के नेताओं का कहना है कि पुनिया ने 9 अक्टूबर को अपने प्रदेश प्रवास के दौरान कोरोना जांच के लिए सैंपल दिया था लेकिन उसके बाद स्वयं को आइसोलेट करने की बजाए सार्वजनिक कार्यक्रमों में हिस्सा लिया जो महामारी और आपदा कानून का खुला उलंघन है. सैंपल देने के बाद 10 अक्टूबर को भी पुनिया लगातार लोगों से मिलते रहे और शाम को उनकी टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटव आई.

सुंदरानी ने कहा, ‘कांग्रेस प्रभारी को सैम्पल देने के बाद नियमानुसार आइसोलेट हो जाना चाहिए था लेकिन कांग्रेस नेता  जानबूझकर पार्टी के लोगों और कार्यकर्ताओं से मिलते रहे और लोगों की जान खतरे में डालते हुए महामारी एक्ट की धारा 188, 269, 270 और आपदा प्रबंधन एक्ट का उल्लंघन किया है. हमने सरकार से कार्यवाई की मांग पहले ही की थी लेकिन सरकार ने इसमें कुछ भी नही किया.’

वह आगे कहते हैं,  ‘पुनिया की जगह यदि कोई और व्यक्ति होता तो उसके खिलाफ सारी कानूनी कार्यवाई हो चुकी होती.’

सुंदरानी ने आगे बताया, ‘प्रदेश के पूरे मंत्रिमंडल को खतरे में डालने के साथ ही पुनिया 10 अक्टूबर की शाम को विमान से दिल्ली लौट गए जिससे विमान में सवार यात्रियों का जीवन भी उन्होंने खतरे में डालने का काम किया. हमने पूरी तैयारी कर ली है और 2-3 दिनों में रायपुर जिला न्यायालय में पिटीशन दायर की जाएगी.’

भाजपा से लोकसभा सांसद सुनील सोनी ने भी पुनिया पर आरोप लगाते हुए 11 सितंबर को कहा था कि कांग्रेस नेता को अपने कोरोना संक्रमित होने की जानकारी थी लेकिन उन्होंने उसके बावजूद भी दिल्ली की हवाई यात्रा की.

पुनिया के कोविड संक्रमित होने के विषय पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय कहते हैं, ‘पुनिया सत्ताधारी दल के एक वरिष्ठ नेता हैं. नियमानुसार रायपुर प्रवास के दौरान कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद उनको यहीं क्वारेंटाइन होना चाहिए था लेकिन सरकार की मदद से वे चुप चाप दिल्ली चले गए.’ साय ने दिप्रिंट को यह भी बताया कि पुनिया ने दिल्ली जाकर उन्होंने दोबारा जांच कराई जहां एक बार फिर रिपोर्ट कोविड पॉजिटव आई. इससे यह भी साफ हो गया कि पुनिया को छ्त्तीसगढ़ के डॉक्टरों और स्वास्थ्य विभाग पर भी भरोसा नही है.

पुनिया ने दिल्ली में कराई गई जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद ट्वीट कर खुद के कोरोना संक्रमित होने की जानकारी सार्वजिनक की.पूनिया ने ट्वीट किया, ‘रायपुर से दिल्ली पहुंचने पर कोरोना की जांच में पत्नी व मेरी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. जबकि हम दोनों को कोई भी लक्षण नहीं है, हमने खुद को व्यक्तिगत आईशोलेशन में कर लिया है.’ वह आगे लिखते हैं, इस महामारी में शारीरिक दूरी ही सबसे सही उपचार है, जरूरत महसूस होने पर डॉक्टर की सलाह अवश्य लें.’

कांग्रेस बोली प्रपंच

पुनिया के कोरोना संक्रमित होने और सूबे में लोगों से मिलने को लेकर भाजपा के वार को कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से खारिज कर रही है. कांग्रेस का कहना है, ‘भाजपा प्रपंच रच रही है.’

पार्टी के अनुसार पुनिया ने टेस्ट कोरोना संक्रमण या उसके लक्षण की वजह से नहीं बल्कि उनके आंख के आपरेशन की मेडिकल आवश्यकता की पूर्ति के लिए कराया था. कांग्रेस का यह भी कहना है कि पुनिया को दिल्ली की वापसी हवाई यात्रा तक उनके कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी नही थी.

पीपीसी के प्रदेश संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने बताया, ‘पुनिया जी की आंख की सर्जरी होनी है जिसके लिए उन्होंने कोरोना टेस्ट रायपुर में करवाया. वर्तमान परिस्थितियों में किसी भी सर्जरी से पहले कोरोना जांच अब अनिवार्य है. पुनिया को कोरोना संक्रमण के कोई लक्षण भी नही थे जिसके कारण उन्हें क्वारेंटाइन होना पड़ता.’

शैलेश ने आगे कहा, ‘दूसरे दिन रिपोर्ट आने से पहले वे दिल्ली जा चुके थे. भाजपा के नेताओं का यह कहना कि दिल्ली वापसी से पहले कांग्रेस प्रभारी को अपने कोविड पॉजिटव होने की जानकारी थी सरासर गलत और झूठ है. दिल्ली जाकर उन्होंने दोबारा टेस्ट कराया और फिर अपनी रिपोर्ट स्वयं सार्वजनिक की.’


यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ में कोरोना का कहर जारी, कोमोर्बिडिटी के कारण देर से ठीक हो रहे हैं मरीज


 

share & View comments