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Sunday, 3 November, 2024
होमराजनीति'जनता ने हमारा भव्य स्वागत किया, ' चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में AAP को मिली बढ़त पर बोले मनीष सिसोदिया

‘जनता ने हमारा भव्य स्वागत किया, ‘ चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में AAP को मिली बढ़त पर बोले मनीष सिसोदिया

चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव आप पहली बार लड़ रही है. आप के उम्मीदवारों ने भाजपा के मेयर, दो पूर्व मेयर को हराया है. भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष को भी आपके उम्मीदवार ने हराया है.

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चंडीगढ़: चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मौजूदा महापौर रविकांत शर्मा को आम आदमी पार्टी (आप) के प्रत्याशी दमनप्रीत सिंह के हाथों हार मिली है. अभी तक हुई काउंटिंग के मुताबिक, आम आदमी पार्टी ने 8, भाजपा ने 5 और कांग्रेस ने 4 सीटों पर जीत दर्ज की है. शिरोमणि अकाली दल ने भी खाता खोलते हुए एक सीट जीती है. चुनाव में आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच मुख्य मुकाबला चल रहा है.

चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में बढ़त को देखते हुए दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, ‘आप वहां पहली बार चुनाव लड़ रही है और मौजूदा रूझानों के मुताबिक चंडीगढ़ की जनता ने हमारा भव्य स्वागत किया है. मैं इसके लिए हर मतदाता और पार्टी कार्यकर्ता को धन्यवाद देना चाहता हू.’

वहीं राघव चड्ढा ने कहा कि चंडागढ़ की जनता ने केजरीवाल मॉडल पर मुहर लगा दी है.

बता दें कि चंडीगढ़ चुनाव में आप ने दिया बीजेपी-कांग्रेस को बड़ा झटका. आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों ने भाजपा के मेयर, दो पूर्व मेयर को हराया है. भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष को भी आपके उम्मीदवार ने हराया है.

यहां शुक्रवार को हुए नगर निगम चुनाव के लिए डाले गए मतों की गणना जारी है और परिणाम सोमवार दोपहर तक घोषित होने की उम्मीद है. आप को अब तक पांच वार्डों में जीत मिली है जबकि कांग्रेस और भाजपा को दो-दो वार्ड में विजय हासिल हुई है.

रविकांत शर्मा दमनप्रीत सिंह से अपनी सीट वार्ड संख्या 17 पर 828 मतों के अंतर से हार गए. पूर्व महापौर एवं भाजपा उम्मीदवार दवेश मौदगिल वार्ड संख्या 21 से आप के जसबीर से 939 मतों से हार गए.


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पहली बार नगर निगम का चुनाव लड़ी है आप

पहली बार चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव लड़ रही आप, तीन वार्डों में और कांग्रेस एक में आगे चल रही है. नगर निगम के 35 वार्डों के लिए नौ मतगणना केंद्र बनाए गए हैं. वार्डों की संख्या 2016 में 26 थी जो बढ़कर अब 35 हो गई है.

परंपरागत रूप से, हर पांच साल में होने वाले नगरपालिका चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिलती है, लेकिन आम आदमी पार्टी के आ जाने से इस बार मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है.

मौजूदा नगर निकाय में भाजपा के पास बहुमत है. पिछले नगरपालिका चुनावों में, भाजपा ने 20 सीटें जीती थीं और इसकी भूतपूर्व सहयोगी शिरोमणि अकाली दल के हिस्से एक सीट आई थी. कांग्रेस के हाथ बस चार सीटें आई थीं.

भाजपा ने पिछले पांच वर्षों की अपनी ‘उपलब्धियों’ के सहारे चुनाव लड़ा है जबकि, कांग्रेस और आप ने विकास कार्य करने में कथित तौर पर विफल रहने के लिए भाजपा पर निशाना साधा और ‘स्वच्छ सर्वेक्षण’ (स्वच्छता के लिए एक रैंकिंग) रैंकिंग में शहर के नीचे जाने पर उसकी आलोचना की.

दोनों दलों ने भाजपा को दादुमाजरा कूड़ा भंडारण स्थल की समस्या न सुलझाने और आवश्यक सामग्रियों की कीमतें बढ़ने को लेकर भी घेरा है.


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