नई दिल्ली: बिहार की राजधानी पटना में हुई राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की उपस्थिति में नीतीश कुमार को राज्य के अगले मुख्यमंत्री के तौर पर चुना गया.
राज्य के राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा करने नीतीश कुमार राजभवन पहुंचने वाले हैं.
एनडीए के विधायकों ने उन्हें अपना नेता चुना. बिहार में एनडीए में नीतीश कुमार की पार्टी जदयू, भाजपा, जीतनराम मांझी की पार्टी हम और मुकेश साहनी की पार्टी वीआईपी शामिल है. संभावना है कि सुशील कुमार मोदी राज्य के उपमुख्यमंत्री बने रह सकते हैं.
सोमवार को नीतीश कुमार सातवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. पहली बार 2005 में उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी लेकिन ज्यादा दिनों तक सरकार नहीं चल पाई थी. उसी साल वो फिर से राज्य के मुख्यमंत्री बने जिसके बाद उन्होंने भाजपा के साथ मिलकर अगले पांच साल तक सरकार चलाई.
बिहार विधानसभा चुनाव में राजग में शामिल दलों में भाजपा द्वारा सबसे अधिक 74 सीटें जीतने के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने कुमार को ही मुख्यमंत्री बनाए जाने पर जोर दिया था.
10 नवंबर को आए नतीजों में राज्य में राजद सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी वहीं भाजपा दूसरे नंबर पर रही. भाजपा ने 74 सीटों पर जीत हासिल की वहीं राजद ने 75 सीटों पर जीती हासिल की.
नीतीश कुमार की पार्टी जदयू को विधानसभा चुनाव में 43 सीटें मिली है.
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