नई दिल्ली: संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार को शोर-शराबे के बीच शुरू हुआ.
सत्र बुलाए जाने के तुरंत बाद, तीन विवादास्पद कृषि कानून बिल कानूनों- जिसका किसान पिछले एक साल से विरोध कर रहे थे- को बिना किसी चर्चा के रद्द कर दिया गया.
लोकसभा में, विपक्ष ने बिल पर बहस की मांग को लेकर सदन के वेल में आकर नारेबाजी की. स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि अगर विरोध करने वाले सांसद अपनी सीटों पर वापस जाते हैं तो बिल पर चर्चा की अनुमति दी जायगी. विपक्ष के नारेबाजी से कोई फायदा नहीं हुआ.
हंगामा जारी रहा, लेकिन इसी बीच स्पीकर ने ध्वनिमत से बिल को पारित घोषित कर दिया.
शीतकालीन सत्र से पहले मीडिया को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा करने और सभी सवालों के जवाब देने के लिए तैयार है, लेकिन संसद और अध्यक्ष की गरिमा को बनाए रखा जाना चाहिए.
शीतकालीन सत्र के पहले दिन भी कांग्रेस नेताओं ने कृषि कानूनों के मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन किया. पार्टी के सांसद राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में, पार्टी ने संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया, कृषि कानूनों पर चर्चा और एमएसपी को कानूनी अधिकार बनाने की मांग की.
दिप्रिंट के राष्ट्रीय फोटो संपादक प्रवीण जैन शीतकालीन सत्र के पहले दिन की झलकियां लेकर आए हैं.