scorecardresearch
Monday, 23 December, 2024
होमराजनीतिमोदी अपने अरबपति मित्रों के 10 लाख करोड़ माफ किए, गरीबों पर लगा रहे हैं टैक्स: केजरीवाल

मोदी अपने अरबपति मित्रों के 10 लाख करोड़ माफ किए, गरीबों पर लगा रहे हैं टैक्स: केजरीवाल

उन्होंने कहा कि जिस तरह से फ्री सुविधाओं का विरोध किया जा रहा है ऐसा लगता है कि केंद्र सरकार की आर्थिक हालात ठीक नहीं है.

Text Size:

नई दिल्ली: गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को लाइव प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने मोदी पर अपने अरबपति मित्रों के कर्ज माफ करने जबकि आम जनता पर टैक्स बढ़ाने का आरोप लगाया.

केजरीवाल ने कहा कि देश का पैसा देश की जनता के लिए है, नेताओं के दोस्तों के लोन माफ़ करने के लिए नहीं. उन्होंने कहा कि जिस तरह से फ्री सुविधाओं का विरोध किया जा रहा है ऐसा लगता है कि केंद्र सरकार की आर्थिक हालात ठीक नहीं है.

आम आदमी पार्टी प्रमुख ने कहा कि केंद्र सरकार कह रही है कि सैनिकों की पेंशन का बोझ बर्दाश्त नहीं इसलिए अग्निवीर योजना लाए हैं. ऐसा क्या हो गया जो केंद्र सैनिकों को पेंशन नहीं दे पा रहा?

उन्होंने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि वे कह रहे हैं 8वां पे कमीशन नहीं लाएंगे क्योंकि केंद्र के पास कर्मचारियों का वेतन बढ़ाने के लिए पैसा नहीं बचा.

देश के सबसे ग़रीब के मनरेगा का भी पैसा नहीं है. राज्यों को देने वाले टैक्स के हिस्से का भी पैसा नहीं. कहां गया सारा पैसा? इतनी बुरी हालत कैसे हुई?

केजरीवाल ने कहा कि 75 साल में पहली बार ग़रीब आदमी के गेहूं, चावल पर टैक्स लगाया गया है. पेट्रोल-डीजल पर 3.5 लाख करोड़ सालाना आमदनी होती है, ये पैसा कहां गया?

आप प्रमुख ने कहा कि, ‘कह रहे हैं फ्री शिक्षा, इलाज, राशन नहीं मिलना चाहिए. देश के ग़रीब मर जाएंगे. 75 साल में किसी केंद्र सरकार को ऐसा घाटा नहीं हुआ.

उन्होंने कहा कि, ‘2014 में केंद्र सरकार का बजट 20 लाख करोड़ था, आज 40 लाख करोड़ है. ये सारा पैसा कहां जा रहा है?

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, ‘इन्होंने अरबपति दोस्तों के 10 लाख करोड़ के क़र्ज़ माफ़ कर दिए. अगर ये लाखों-करोड़ माफ़ न करते तो खाने की चीज़ों पर टैक्स नहीं लगता, पेंशन के पैसे की कमी नहीं होती.

उन्होंने कहा कि पहले अपने दोस्तों के 10 लाख करोड़ के क़र्ज़ माफ़ किये, अब इन्होंने सुपर अमीर लोगों के 5 लाख करोड़ का टैक्स भी माफ़ कर दिया.

वहीं, आप लोगों के आटा, दूध, दही, लस्सी पर टैक्स लगा दिया है.

अगर सारा पैसा पूंजीपतियों पर उड़ाया जाएगा तो देश ‘आत्मनिर्भर’ कैसे बनेगा?


यह भी पढ़ें: राकेश सचान—यूपी के ‘विवादास्पद’ मंत्री जो दोषी करार दिए जाते ही कोर्ट से ‘लापता’ हो गए थे


 

share & View comments