नई दिल्ली: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में संकट बुधवार को उस समय बढ़ गया जब दोनों समूहों ने शक्ति प्रदर्शन के लिए एक साथ बैठकें कीं. राकांपा के प्रमुख शरद पवार और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री बनने के लिए उनसे बगावत करने वाले उनके भतीजे अजित पवार द्वारा शक्ति प्रदर्शन के लिए बैठक बुलाई गई.
राकांपा का शरद पवार धड़ा दक्षिण मुंबई के यशवंतराव चव्हाण केंद्र में और पार्टी का ही अजित पवार धड़ा ने उपनगरीय बांद्रा के भुजबल नॉलेज सिटी में बुधवार को अपनी-अपनी बैठक की.
शरद पवार के दक्षिण मुंबई स्थित आवास ‘सिल्वर ओक’ के बाहर एकत्र उनके समर्थकों की भीड़ में एक पार्टी कार्यकर्ता को पोस्टर थामे देखा गया, जिस पर लिखा था- ‘83 वर्षीय योद्धा अकेले लड़ाई लड़ रहा है’.
अपने गुट के एनसीपी नेताओं की बैठक में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजीत पवार ने कहा, “2004 के विधानसभा चुनाव में NCP के पास कांग्रेस से ज्यादा विधायक थे अगर हमने उस समय कांग्रेस को मुख्यमंत्री पद नहीं दिया होता, तो आज तक महाराष्ट्र में केवल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का ही मुख्यमंत्री होता.”
वहीं मीटिंग के बाद सुप्रिया सुले ने अपने पिता का समर्थन करते हुए कहा कि मेरे पिता मुझसे ज्यादा आपके है. कुछ लोग अपने फायदे के लिए समय देख कर एसीपी को ही खा गए.
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ओरिजनल एनसीपी
सुले ने कहा, हमारा अनादर करें, लेकिन हमारे पिता (शरद पवार) का नहीं. यह लड़ाई भाजपा सरकार के खिलाफ है. बीजेपी देश की सबसे भ्रष्ट पार्टी है.
सुले ने कहा कि ओरिजनल एनसीपी शरद पवार के साथ है और उसके ओरिजनल प्रतीक हम हैं.
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा, “आपने मुझे सबके सामने खलनायक के रूप में चित्रित किया. मेरे मन में अभी भी उनके (शरद पवार) लिए गहरा सम्मान है. लेकिन आप मुझे बताएं, आईएएस अधिकारी 60 साल की उम्र में रिटायर हो जाते हैं. राजनीति में भी आप लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी का उदाहरण देख सकते हैं. इससे नई पीढ़ी को आगे बढ़ने का मौका मिलता है.”
उन्होंने आगे कहा, आप (शरद पवार) हमें अपना आशीर्वाद दें. आप 83 साल के हैं, क्या आप रुकने वाले नहीं हैं?..हमें अपना आशीर्वाद दें और हम प्रार्थना करेंगे कि आप लंबी उम्र जिएं.
शरद पवार की उम्र पर किये गए अजित पवार की टिप्पणी का जवाब देते हुए सुले ने कहा, उम्र केवल एक नंबर है.
हम दादा (अजित पवार) के समर्थक हैं
पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल, जो अजीत पवार के नेतृत्व वाले राकांपा समूह के साथ हैं, ने बुधवार को पिछले महीने पटना में विपक्षी दलों की बैठक पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब उन्होंने वह दृश्य देखा तो उन्हें “हंसने का मन” हुआ, जहां 17 में से सात विपक्षी दलों के नेता थे. वर्तमान पार्टियों के पास लोकसभा में केवल एक सांसद है और एक पार्टी ऐसी थी जिसके पास कोई सांसद नहीं है.
पटेल, जो मुंबई एजुकेशन ट्रस्ट बांद्रा में अजीत पवार समूह द्वारा बुलाई गई राकांपा नेताओं की बैठक में बोल रहे थे, ने कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र में एनडीए में शामिल होने का निर्णय देश और हमारी पार्टी के लिए लिया है, न कि व्यक्तिगत लाभ के लिए.
अजित पवार के आवास के बाहर राकांपा के एक कार्यकर्ता ने कहा, ‘‘हम दादा (अजित पवार) के कट्टर समर्थक हैं. हम बारामती से आए हैं.”
विधायक अनिल पाटिल ने दावा किया कि पार्टी के 53 में से 40 विधायक अजित पवार के समर्थन में हैं.
अजित पवार, छगन भुजबल, दिलीप वाल्से पाटिल और हसन मुशरिफ सहित नौ विधायकों की बगावत के चलते रविवार को पार्टी के टूटने के बाद यह दोनों गुटों के सभी पदाधिकारियों की पहली बैठक है.
दोनों गुटों ने दावा किया है कि उन्हें ज्यादातर विधायकों का समर्थन हासिल है.
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