नई दिल्ली: महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया है. राजभवन की तरफ से आए बयान में यह बात कही गई है. संविधान के अनुच्छेद 356 के तहत राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू किया गया है.
कोश्यारी के कार्यालय द्वारा ट्वीट किये गये एक बयान के अनुसार, ‘वह संतुष्ट हैं कि सरकार को संविधान के अनुसार नहीं चलाया जा सकता है, (और इसलिए) संविधान के अनुच्छेद 356 के प्रावधान के अनुसार आज एक रिपोर्ट सौंपी गई है.’
अनुच्छेद 356 को जिसे आमतौर पर राष्ट्रपति शासन के रूप में जाना जाता है और यह ‘राज्य में संवैधानिक तंत्र की विफलता’ से संबंधित है.
Raj Bhavan Press Release 12.11.2019 3.16 PM pic.twitter.com/qmlQA6ghBR
— Governor of Maharashtra (@maha_governor) November 12, 2019
महाराष्ट्र के राज्यपाल द्वारा सरकार बनाने के लिए समय नहीं दिए जाने को चुनौती देने वाली याचिका शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट में दायर कर दी है. सुनील फर्नांडीज ने कोर्ट में याचिका दायर की है.
Shiv Sena files petition in Supreme Court challenging Maharashtra Governor's decision to not extend the time given to the party to prove their ability to form government. Advocate Sunil Fernandez has filed the plea for Shiv Sena. pic.twitter.com/vVbZqCdtH5
— ANI (@ANI) November 12, 2019
कांग्रेस नेता जयवीर शेरगिल ने कहा, ‘माननीय राज्यपाल ने आराम से भाजपा को सरकार के गठन में सभी संभव प्रयास करने के लिए 14 दिनों से अधिक का समय दिया, लेकिन अन्य दलों को 48 घंटे भी नहीं दे सके. राज्यपाल को ‘संविधान के सेवक’ के रूप में कार्य करना चाहिए न कि राजनीतिक एजेंट के रूप में.’
Hon’ble Governor comfortably awarded #BJP more than 14 days in making all possible attempts at Govt formation but could not even give 48 hours to other parties !! Governor should act as “servant of Constitution” & not as “political agent” of #BJP #MaharashtraPolitics
— Jaiveer Shergill (@JaiveerShergill) November 12, 2019
महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर स्थिति अभी तक कुछ साफ होती नहीं दिख रही है. चुनाव के नतीजे आए हुए कई दिन हो चुके हैं लेकिन सरकार किसकी बनेगी यह साफ नहीं हो सका है. एनसीपी नेता नवाब मलिक ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि मंगलवार को हुई एनसीपी की बैठक में सभी 54 विधायक शामिल हुए. बैठक में फैसला लिया गया कि राज्य में चल रही अनिश्चितता पर शरद पवार ही फैसला लेंगे. इसके लिए एक कमिटी बनाई जाएगी जिसकी अध्यक्षता पवार करेंगे.
मलिक ने कहा, ‘राज्यपाल ने सोमवार को हमें बुलाया था और सरकार बनाने के लिए मंगलवार शाम 8:30 तक का समय दिया गया. हमारी इस संबंध में आज शाम 5 बजे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, मल्लिकार्जुन खड़गे और केसी वेणुगोपाल के साथ बैठक है. बातचीत के बाद आगे कोई फैसला लिया जाएगा.’
Nawab Malik, NCP: Guv called us to stake claim yesterday & gave us time till 8:30 pm today. Senior Congress leders Ahmed Patel, Mallikarjun Kharge and KC Venugopal are coming to Mumbai & will meet Pawar sa'ab at 5 pm. Decision will be taken after their discussion. https://t.co/FbBpvenRkf
— ANI (@ANI) November 12, 2019
मलिक ने कहा, ‘पार्टी का मानना है कि राज्य में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के बिना वैकल्पिक सरकार नहीं बन सकती है. अगर ये तीनों पार्टियां एक साथ नहीं आती है तो महाराष्ट्र में स्थिर सरकार नहीं बन सकती.’
Nawab Malik, NCP: The party believes that it is not possible to form an alternative govt without the coming together of the three parties (Congress, NCP, Shiv Sena). If the three don't come together, there cannot be a stable govt in Maharashtra.
— ANI (@ANI) November 12, 2019
सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा था कि अगर महाराष्ट्र में गवर्नर राष्ट्रपति शासन लागू करते हैं तो शिवसेना इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील कर सकती है. उद्धव ठाकरे ने इस बारे में कपिल सिब्बल और अहमद पटेल से बात की.
Sources: If the Maharashtra Governor imposes President Rule in the state, Shiv Sena can approach Supreme Court. Uddhav Thackeray has talked to Kapil Sibal and Ahmed Patel over the issue. pic.twitter.com/C8t1ZpqH8f
— ANI (@ANI) November 12, 2019
कांग्रेस नेता सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि कांग्रेस के लेट होने को कोई सवाल ही नहीं है. हम शुरू से ही इसपर नज़र बनाए हुए हैं. एनसीपी हमारी सहयोगी है, जो भी फैसला लिया जाएगा दोनों के सहयोग से होगा.