नई दिल्लीः लोकसभा चुनावों के मद्देनजर देर रात भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के घर बैठक चली. बैठक में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और रेल मंत्री पीयूष गोयल शामिल रहे. देर रात 12:30 तक शाह के आवास पर बैठक हुई.
मीडिया रिपोर्टस की मानें तो इस मीटिंग में आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा हुई. इसमें सत्ताधारी पार्टी के लिए चुनाव में सबसे अहम टिकट बंटवारे को लेकर चर्चा हुई है. कितने नये कैंडिडेट होंगे, किनका पत्ता कटेगा इन सब पर बातचीत की गई है. माना जा रहा है अभी के सांसदों के उनके क्षेत्र में उनकी छवि और प्रदर्शन को लेकर भी बातचीत हुई है.
Delhi: UP CM Yogi Adityanath, Deputy CM Dinesh Sharma and Haryana CM Manohar Lal Khattar leave from the residence of BJP President Amit Shah following a meeting with him. Union Minister Piyush Goyal was also present at the meeting. pic.twitter.com/ttYoPV4TlL
— ANI (@ANI) February 20, 2019
पीएम मोदी पहले भी सांसदों को अपने रिपोर्ट कार्ड तैयार करने को कहा था. पिछले साल यूपी में सांसदों के रिपोर्ड कार्ड तैयारी का जिम्मा केशव के प्रसाद मौर्य को दिया गया था. रिपोर्ट में जिनका प्रदर्शन खराब था उनके टिकट काटने पर विचार किया गया था. माना जा रहा है कि जिनके प्रदर्शन में सुधार होगा वह शायद अपना टिकट बचा लें, वरना पत्ता कट सकता है.
गौरतलब है कि यूपी लोकसभा चुनाव 2019 के लिहाज से सबसे अहम प्रदेश है. पिछले चुनाव में भाजपा को यहां एकतरफा जीत मिली थी. लेकिन हाल में सपा बसपा के बीच हुए गठबंधन के बाद भाजपा के लिए यहां चुनौती बढ़ गई है. उपचुनावों में भाजपा को मिली हार यहां तक कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के क्षेत्र में हुई हार ने यूपी में खास रणनीति बनाने के लिए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को मजबूर कर दिया है. 10 फीसदी सवर्णों को आरक्षण भी माना जा रहा है यूपी बिहार की जातीय राजनीति को साधने के लिए है. यह भी माना जा रहा है कि हाल ही में राजभर के साथ हुई मीटिंग के मद्देनजर संभावना है कि एनडीए के सभी सहयोगी दलों एकजुट रखने का निर्देश दिया गया हो.
वहीं हरियाणा में जींद उपचुनाव में मिली भाजपा को जीत से काफी उम्मीद बढ़ गई है. वह नये सिरे से इसे भुनाने और हरियाणा में रणनीति बनाने में जुट गई है.