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Sunday, 3 November, 2024
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कृपाण या खुखरी? ‘यारियां 2’ गाने में ‘सिख प्रतीक’ को लेकर SGPC और टी-सीरीज़ के बीच तलवारें खिंच गईं

एसजीपीसी ने 'धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने' के लिए टी-सीरीज़ के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. फिल्म निर्माताओं का कहना है कि वीडियो में दिख रहा चाकू 'खुखरी' है, जिसका कोई धार्मिक महत्व नहीं है.

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चंडीगढ़: शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) और फिल्म दिग्गज टी-सीरीज़ के बीच आगामी फिल्म यारियां 2 के एक गाने के वीडियो को लेकर विवाद हो गया है, जिसमें एक साफ हजामत वाला मुंडा, बिना पगड़ी वाले अभिनेता को कृपाण (सिख आस्था का एक प्रमुख प्रतीक) के साथ दिखाया गया है.

एसजीपीसी ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए कंपनी के खिलाफ अमृतसर पुलिस में औपचारिक शिकायत दर्ज की है, फिल्म के निर्देशकों – राधिका राव और विनय सप्रू – का कहना है कि एसजीपीसी जिसे कृपाण होने का दावा कर रही है वह वास्तव में एक ‘खुखरी’ है.

कृपाण सिखों के लिए पांच पवित्र प्रतीकों (ककारों) में से एक है और प्रत्येक बपतिस्मा प्राप्त (आरंभित) सिख से अपेक्षा की जाती है कि वह इसे अपने साथ रखेगा. सिख आचार संहिता के अनुसार, एक गैर-बपतिस्मा प्राप्त सिख या गैर-सिख कृपाण नहीं रख सकता है.

दूसरी ओर, खुखरी एक छोटा सा हथियार है जिसका कोई धार्मिक महत्व नहीं है.

एसजीपीसी सिख धर्म के प्रति अनादर की किसी भी घटना की निगरानी करने के अलावा पंजाब, हिमाचल और चंडीगढ़ में ऐतिहासिक सिख तीर्थस्थलों का प्रबंधन करती है.

यारियां 2 का निर्माण टी-सीरीज़ द्वारा किया गया है और इस साल अक्टूबर में रिलीज़ होने की उम्मीद है. रविवार को टी-सीरीज के यूट्यूब चैनल पर रिलीज हुआ इसका गाना ‘सौरे घर’ ही इस विवाद का विषय बना हुआ है.

गाने में अभिनेता मिज़ान जाफ़री को “गात्र” (कृपाण धारण करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक विशेष पट्टा) पहने हुए दिखाया गया है, जिसमें एक चाकू लगा हुआ है. जाफरी, जो गाने में क्लीन शेव हैं, ने सफेद कुर्ता पायजामा के ऊपर गत्रा पहना हुआ है, जैसा कि बपतिस्मा प्राप्त सिखों द्वारा पहना जाता है. इस गाने को पहले ही 15 मिलियन से ज्यादा बार देखा जा चुका है.

सोमवार को एक एक्स पोस्ट में, एसजीपीसी ने वीडियो पर आपत्ति व्यक्त की और इसे नहीं हटाए जाने पर “कानूनी कार्यवाही” की धमकी दी.

SGPC ने लिखा है, “इसने दुनिया भर में सिख समुदाय की धार्मिक भावनाओं को गंभीर रूप से आहत किया है. अकाल तख्त साहिब की सिख आचार संहिता और भारत के संविधान द्वारा दिए गए अधिकार के अनुसार केवल एक दीक्षित सिख को ही कृपाण पहनने का अधिकार है. यह वीडियो गाना @TSseries के आधिकारिक @YouTube चैनल पर सार्वजनिक है, जिसे इसे तत्काल प्रभाव से हटाना होगा. यदि उक्त आपत्तिजनक दृश्यों के साथ इस वीडियो गीत को प्रकाशित करने के लिए किसी अन्य मंच का उपयोग किया जाता है तो उसे भी इसे हटा लेना चाहिए… हम @MIB_India और @GoI_MeitY से यह सुनिश्चित करने का अनुरोध करते हैं कि इस आपत्तिजनक वीडियो या उक्त फिल्म के किसी भी अस्वीकार्य दृश्य को सेंसर बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन @CBFC_MIB @CBFC_India @prasoonjoshi_ द्वारा रिलीज के लिए मंजूरी नहीं दी जाए. ”

दिप्रिंट से बात करते हुए, अमृतसर के पुलिस आयुक्त नौनिहाल सिंह ने कहा कि उनके कार्यालय को एसजीपीसी की शिकायत मिली है. उन्होंने कहा, ”हम मामले की जांच कर रहे हैं.”

एसजीपीसी का कहना है कि फिल्म निर्माताओं का ‘तर्कहीन सफाई’

एसजीपीसी की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए फिल्म के निर्देशक राव और सप्रू ने एक्स पर स्पष्टीकरण पोस्ट किया था.

उन्होंने लिखा,“…गाने में अभिनेता ने कृपाण नहीं बल्कि खुखरी पहनी हुई है. दरअसल फिल्म के संवादों से साफ पता चलता है कि यह खुखरी है. हमें किसी भी गलतफहमी के लिए खेद है जो दिखने में समानता के कारण उत्पन्न हो सकती है. हमारा इरादा कभी भी किसी धार्मिक विश्वास को ठेस पहुंचाने या उसका अनादर करने का नहीं रहा है,” .

हालांकि, एसजीपीसी ने उनकी प्रतिक्रिया को “अतार्किक स्पष्टीकरण” करार दिया और कहा, “सिख ‘कृपाण’ और ‘खुखरी’ के आकार को अच्छी तरह से जानते हैं”.

उन्होंने कहा कि, “खुकरी को ऐसा करने के लिए अधिकृत व्यक्ति (ज्यादातर गोरखा सैनिक) द्वारा बेल्ट पर पिस्तौल की तरह पहना जाता है और इसी तरह, सिख कृपाण को गात्र (बेल्ट) पर पहना जाता है जैसे अभिनेता ने आपके सौरे घर वीडियो गीत में किया है, एसजीपीसी की पोस्ट में कहा गया है कि वे कानूनी कार्यवाही शुरू कर रहे हैं क्योंकि संबंधित वीडियो अभी भी “पब्लिक ” में है.

एसजीपीसी द्वारा जारी एक बयान में, निकाय के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने फिल्म पर तत्काल प्रतिबंध लगाने और गाने को यूट्यूब से हटाने की मांग की है. इसके अनुसार, एसजीपीसी सचिव प्रताप सिंह ने फिल्म निर्माताओं के खिलाफ “धार्मिक भावनाओं को आहत करने” के लिए अमृतसर के पुलिस आयुक्त को शिकायत भी भेजी है.

एसजीपीसी के जनसंपर्क प्रमुख जसकरन सिंह ने बुधवार को दिप्रिंट को बताया कि समिति ने इस मामले को लेकर टी-सीरीज़ कंपनी से भी संपर्क किया है.

सिंह ने कहा, “टी-सीरीज़ के एक अधिकारी ने हमें आश्वासन दिया था कि गाने और फिल्म से आपत्तिजनक दृश्य हटा दिए जाएंगे. ये दो दिन पहले की बात है. हालांकि, हमारी आपत्ति पर टी-सीरीज़ की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई. इसके बजाय, निदेशकों ने कृपाण के खुखरी होने पर एक बयान जारी किया. इसके बाद हमने फिल्म निर्माताओं के खिलाफ अमृतसर पुलिस को शिकायत सौंपी.”

उन्होंने आगे कहा, “हमने आज सुबह भी कंपनी से संपर्क किया, लेकिन हमें बताया गया कि उन दृश्यों को काटने के लिए गाने को संपादित करने में दो दिन और लगेंगे. इस बीच जब हमने उनसे गाना (सार्वजनिक दृश्य से) हटाने के लिए कहा, तो वे अनिच्छुक थे. ऐसा लगता है कि वे जानबूझकर गाने को चैनल से हटाने में देरी कर रहे हैं.”

(अनुवाद: पूजा मेहरोत्रा)

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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