नई दिल्ली: देश में कोरोनावायरस संक्रमण के मामले हर दिन नए रिकॉर्ड बना रहा है. शुक्रवार को एक ओर जहां पीएम मोदी ने देश के दस मुख्यमंत्रियों के साथ इमरजेंसी मीटिंग की वहीं उनके राज्यों के हालात पर चर्चा की.
ऑक्सीजन की भारी कमी से जूझ रही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री से हाथ जोड़कर एक ओर जहां ऑक्सीजन सप्लाई बढ़ाने के लिए ‘शुक्रिया’ कहा, वहीं सही तरीके से ऑक्सीजन शहर में आ सके इसकी विनती भी की.
केजरीवाल ने पीएम से हाथ जोड़ कर कहा कि आपके कहने के बाद दिल्ली में ऑक्सीजन की सप्लाई तो बढ़ा दी गई है लेकिन अब इसे पहुंचाने के लिए भी आपको ही आगे आना होगा.
केजरीवाल ने जोड़ा हाथ, बोले- मैं सीएम होकर कुछ नहीं कर पा रहा
केजरीवाल ने कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री से हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि वह मुख्यमंत्रियों को निर्देश दें ताकि दिल्ली तक ऑक्सीजन टैंकरों की सुगम आवाजाही सुनिश्चित हो सके .’
सीएम ने कहा हमारे ट्रक राज्यों में रोके जा रहे हैं, हम हर बार केंद्रीय मंत्रियों को फोन करते हैं उसके बाद हमारे ट्रक उस राज्य से चलते हैं. उन्हें आप एक फोन कर दीजिए कि उस ऑक्सीजन पर हजारों लोगों की जान अटकी है वो ऐसा न करें.
केजरीवाल बोले- ‘मैं मुख्यमंत्री होकर भी कुछ नहीं कर पा रहा हूं अगर कोई त्रासदी हो गई तो हम कभी खुद को माफ नहीं कर पाएंगे.’
सीएम ने यह भी कहा कि हालात बहुत गंभीर है..हर दिन अस्पतालों से फोन आ रहे हैं एक घंटे का ऑक्सीजन बचा है दो घंटे का ऑक्सीजन बचा है. ऐसे में हमारी ट्रक को रोक लेना इससे अब हम थक चुके हैं. हमने ऐसी घटनाओं पर पहले केंदीय मंत्रियों को भी फोन किया लेकिन अब वो भी इससे थक चुके हैं.
सरकारी सूत्र बोले- केजरीवाल की नई राजनीति
केजरीवाल द्वारा पीएम की बैठक में उठाई गई मांग को सरकारी सूत्रों ने राजनीति का नया प्रारूप बताया है. सूत्रों ने कहा, ‘दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने कोविद पर पीएम-सीएम सम्मेलन का इस्तेमाल राजनीति के एक मंच के रूप में किया.
सरकार के सूत्रों का कहना है कि उन्होंने ‘वैक्सीन की कीमतों पर झूठ फैलाने के लिए चुना है, यह जानने के बावजूद कि केंद्र एक वैक्सीन की खुराक अपने साथ नहीं रखता है और केवल राज्यों के साथ साझा करता है.’
दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने ऑक्सीजन को एयरलिफ्ट करने का मुद्दा उठाया, लेकिन वह नहीं जानते कि यह पहले से ही किया जा रहा है. उन्होंने कहा, ‘उन्होंने रेलवे द्वारा ऑक्सीजन एक्सप्रेस के बारे में बात की थी, लेकिन रेलवे सूत्रों का कहना है कि उन्होंने इसके बारे में रेलवे को कुछ भी नहीं बताया है.’
Govt Sources say Delhi CM Kejriwal raised point of airlifting oxygen, but did not know that it is already being done. They added, "He spoke about Oxygen express by Railways but Railway sources say that he has not communicated anything about it to Railways."
— ANI (@ANI) April 23, 2021
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मैं क्या करूं, किससे बात करूं
केजरीवाल ने पीएम से मुख्यमंत्रियों की बैठक में यह भी कहा, ‘अगर दिल्ली में ऑक्सीजन की फैक्ट्री नहीं है तो क्या राजधानी के दो करोड़ लोगों को ऑक्सीजन नहीं मिलेगी.’ ‘अगर अस्पताल हमें कहे कि हमारे पास सिर्फ दो घंटे की ही ऑक्सीजन है और हमारा ट्रक रोका गया है तो मैं किससे बात करूं..लोगों की मौत की नौबत आ जाए तो मैं फोन किसे करूं किससे बात करूं…कोई ट्रक रोक ले तो किससे बात करूं?’
अरविंद केजरीवाल ने कोविड संबंधी हालात पर प्रधानमंत्री की बैठक में कहा, ‘केंद्र को सेना के जरिए सभी ऑक्सीजन संयंत्रों को अपने अधीन लेना चाहिए और ऑक्सीजन के हर ट्रक के साथ सेना का वाहन चलना चाहिए.’ केजरीवाल ने कोविड बैठक में यह भी कहा कि ओडिशा और पश्चिम बंगाल से दिल्ली के लिए जो ऑक्सीजन आने वाली है उसे हवाई मार्ग या ऑक्सीजन एक्सप्रेस के जरिए लाया जाए.
‘हमें आशंका है कि मरीजों के लिए ऑक्सीजन की कमी होने से बहुत बड़ी त्रासदी हो सकती है, इस हालात से निबटने के लिए राष्ट्रीय योजना की आवश्यकता है.’
ऑक्सीजन की कमी के कारण लोग बहुत अधिक पीड़ा में हैं.
राज्य और केंद्र सरकार को अलग-अलग कीमतों पर टीके मिलने के विषय को बैठक में उठाते हुए केजरीवाल ने कहा कि राज्य सरकारों को कोविड-19 के टीके केंद्र सरकार के समान कीमतों पर ही मिलने चाहिए.
PM की कोविड-19 की स्थिति पर मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कोविड-19 की ताजा लहर में सबसे अधिक प्रभावित 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा कर महामारी की मौजूदा स्थिति की समीक्षा की.
वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से हुई यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब देश में कोरोना महामारी लगातार भयावह रूप लेती जा रही है और कई राज्यों में बिस्तरों से लेकर ऑक्सीजन तक की कमी के मामले सामने आ रहे हैं.
बैठक में महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, केरल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और दिल्ली सहित कुछ अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए.
सरकारी सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्रियों से संवाद करने से पहले प्रधानमंत्री ने सुबह नौ बजे एक आंतरिक बैठक की जिसमें केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया.
इसके बाद प्रधानमंत्री ने 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद किया और महामारी की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की.
प्रधानमंत्री अपराह्न 12.30 बजे देश के अग्रणी ऑक्सीजन निर्माताओं से बातचीत करने वाले हैं.
देश में शुक्रवार को एक दिन में रिकॉर्ड 3,32,730 नये मामले सामने आए. इसके साथ ही देश में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,62,63,695 हो गए.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शुक्रवार तक के आंकड़ों के मुताबिक 24 लाख से अधिक लोग अब भी संक्रमण की चपेट में हैं जबकि 2,263 और लोगों की मौत होने के बाद मृतक संख्या 1,86,920 पर पहुंच गई है.
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