scorecardresearch
Wednesday, 20 November, 2024
होमराजनीतिनहीं थम रहा कर्नाटक का संकट: भाजपा मिलेगी राज्यपाल से, बागी विधायकों ने खटखटाया सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा

नहीं थम रहा कर्नाटक का संकट: भाजपा मिलेगी राज्यपाल से, बागी विधायकों ने खटखटाया सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा

भाजपा के नेता बीएस येदियुरप्पा ने कहा, 'कर्नाटक के सीएम एचडी कुमारस्वामी को इस्तीफा देना चाहिए और भाजपा को सरकार बनाने के लिए रास्ता बनाना चाहिए.'

Text Size:

बेंगलुरू: कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस की गठबंधन सरकार पर बीते शनिवार से संकट के बादल मंडरा रहे हैं. एक ओर जहां कांग्रेस पार्टी के विधायकों के इस्तीफा दिए जाने के बाद सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं वहीं बागी विधायक मुंबई में डेरा जमाए हुए हैं जिन्हें मनाने के लिए कर्नाटक सरकार में मंत्री डीके शिवकुमार मुंबई पहुंचे हैं. जहां उन्हें होटल में प्रवेश नहीं दिया गया है. वहीं दूसरी तरफ सरकार बनाने का प्रयास कर रही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) बुधवार को कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला और विधानसभा अध्यक्ष के.आर. रमेश से मुलाकात कर गठबंधन सरकार से विश्वास मत का परीक्षण कराने की मांग करने जा रही है.

भाजपा प्रवक्ता जी मधुसूदन ने कहा, ‘हमारे पार्टी नेता आज राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात कर विधानसभा में विश्वास मत के परीक्षण में उनके दखल की मांग करेंगे. क्योंकि 16 विधायकों के इस्तीफा देने के बाद गठबंधन सरकार अल्पमत में आ गई है.’

राज्यपाल से मिलने के लिए जाने से पहले भाजपा के प्रदेश स्तरीय नेता, विधायक और कार्यकर्ता विधानसभा के निकट महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन करेंगे. भाजपा की प्रदेश इकाई के नेता भी विधानसभा अध्यक्ष से भी मुलाकात कर उनसे सीधे मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी से विश्वास मत साबित करने का निर्देश देने के लिए कहेंगे.

12 जुलाई से शुरू हो रहा है मानसून सत्र

मधुसूदन ने कहा, ‘विधानसभा का 10 दिवसीय मानसून सत्र इसी शुक्रवार से शुरू हो रहा है. राज्यपाल सीधे विधानसभा अध्यक्ष को शुक्रवार को विश्वास मत का परीक्षण कराने का निर्देश दे सकते हैं. जिससे अल्पमत में चल रही सरकार का शक्ति परीक्षण हो सके.’

मधुसूदन ने कहा, ‘विधानसभा अध्यक्ष ने मंगलवार को हालांकि 13 विधायकों को अपना इस्तीफा दोबारा दाखिल करने के लिए कहा और पांच अन्य विधायकों को 12 जुलाई और 15 जुलाई को उनसे मिलकर यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि वे अपना इस्तीफा स्वेच्छा से दे रहे हैं. वे सत्र में भाग नहीं लेगें क्योंकि वे पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं.’

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा ने कहा, हम आज दोपहर 3 बजे कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात करेंगे. अध्यक्ष ने अभी भी डीके शिवकुमार द्वारा इस्तीफे (बागी विधायकों के) को फाड़ने की निंदा नहीं की है. इस्तीफे का फाड़ देना एक ‘अपराध’ है. जो अक्षम्य है.

भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा ने यह भी कहा 12 जुलाई को विधानसभा सत्र शुरू होगा, लेकिन विपक्ष के पास संख्या नहीं है, यह एक अवैध विधानसभा सत्र होगा. बहुत देर नहीं हुई है. कर्नाटक के सीएम एचडी कुमारस्वामी को इस्तीफा देना चाहिए और भाजपा को सरकार बनाने के लिए रास्ता बनाना चाहिए.

विधानसभा अध्यक्ष के निर्णय के खिलाफ बागी विधायक सर्वोच्च न्यायालय पहुंचे

कर्नाटक में कांग्रेस और जनता दल-सेकुलर (जद-एस) के बागी विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष द्वारा उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं करने के निर्णय के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर की है और मामले की तत्काल सुनवाई करने की मांग की है. वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी के माध्यम से दायर अपनी याचिका में बागी विधायकों ने आरोप लगाया कि विधानसभा अध्यक्ष के.आर. रमेश कुमार अपना संवैधानिक कर्तव्य नहीं निभा रहे हैं और जानबूझ कर उनका इस्तीफा स्वीकार करने में देरी कर रहे हैं. इन विधायकों ने अपने इस्तीफे शनिवार को विधानसभा अध्यक्ष को सौंप दिए थे.

प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ ने रोहतगी को आश्वासन दिया कि याचिका पर सुनवाई की जाएगी लेकिन बाद में किसी अन्य तारीख पर.

शीर्ष अदालत इस याचिका पर गुरुवार को सुनवाई कर सकती है.

बागी विधायको को मनाने में डीके शिवकुमार पहुंचे हुए मुंबई

बीते शनिवार से कर्नाटक की राजनीति में आया भूचाल अब मुंबई पहुंच गया है. बागी विधायकों को मनाने के लिए कर्नाटक के मंत्री डी शिवकुमार और जेडीएस के विधायक शिवालिंग गौड़ा मुंबई पहुंचे. जहां उन्हें बागी विधायकों से मिलने से रोक दिया गया है. मुंबई पुलिस ने बयान जारी किया कि कर्नाटक के मंत्री डीके शिवकुमार को होटल रेनिसंस में प्रवेश नहीं दिया जाएगा.

बागी विधायकों को मनाने पहुंचे डीके शिवकुमार ने मुंबई कन्वेंशन सेंटर के बाहर चले भारी ड्रामे के बीच कहा कि मैंने यहां कमरा बुक किया है, इसी होटल में मेरा एक दोस्त रह रहा है. उसे थोड़ी समस्या है हम इसे बातचीत कर सुधार लेंगे, हम तुरंत अलगाव नहीं कर सकते हैं क्योंकि हमलोग एक दूसरे से प्यार करते हैं और सम्मान भी करते हैं. मैं यहां उन्हें किसी तरह की धमकी देने नहीं आया हूं.

वहीं दूसरी तरफ सूबे में चल रही राजनीतिक अस्थिरता को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी हमलावर बनी हुई है. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा ने आज मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के इस्तीफे की मांग के साथ विधानसभा के बाहर धरना देने की बात कही है. और कहा है कि हम राज्यपाल और अध्यक्ष से मुलाकात करेंगे.

बता दें कि कर्नाटक में बीते शनिवार को उस समय जेडीएस और कांग्रेस की गठबंधन सरकार अल्पमत में आ गई जब कांग्रेस के 10 विधायकों ने एक साथ अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उसके बाद निर्दलीय विधायक नागेश ने भी इस्तीफा देकर सरकार की मुश्किल को और बढ़ा दिया. हालांकि मंगलवार को कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर के आर रमेश कुमार ने 13 बागी विधायकों में से आठ विधायकों का इस्तीफा कानूनन सही नहीं पाए जाने पर ठुकरा दिया. जिसके बाद कर्नाटक की कांग्रेस-जदएस गठबंधन सरकार से बगावत कर चुके 10 विधायक मंगलवार शाम वापस मुंबई लौट आए. वहीं दूसरी तरफ कर्नाटक में बिगड़ते हालात को देखते हुए कांग्रेस हाईकमान ने  इस्तीफे से उत्पन्न संकट से उबारने के लिए वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और बी.के. हरिप्रसाद मंगलवार को बेंगलुरू पहुंच चुके हैं.

कर्नाटक में विधायकों के लगातार हो रहे इस्तीफों के बाद भाजपा मुख्यमंत्री कुमारस्वामी पर हमलावर है. भाजपा उनके इस्तीफे की मांग पर अड़ गई है. पार्टी ने राज्यपाल वजुभाई वाला से मामले में तत्काल दखल देने की मांग की है. गौरतलब है कि अब तक कांग्रेस और जदएस के 14 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं.

कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन सरकार में चल रही इस उथल-पुथल के बीच पूर्व मुख्यमंत्री 75 वर्षीय बीएस येदियुरप्पा पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ लगातार बैठकें कर आगे की रणनीति बना रहे हैं. येदियुरप्पा ने मंगलवार को कहा कि हमारे विधायकों और वरिष्ठ नेताओं से विस्तृत चर्चा के बाद यह तय किया गया है कि बुधवार सुबह 11 बजे विधानसभा के बाहर सभी विधायक धरना देंगे.

इस बीच, कर्नाटक भाजपा के महासचिव अरविंद लिंबावली ने कहा कि बुधवार दोपहर एक बजे भाजपा का उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मुलाकात करेगा. हम उनसे मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग करते हैं. राज्यपाल और स्पीकर के मिलने के बाद हम आगे की रणनीति तय करेंगे.

224 सदस्यीय विधानसभा में दो निर्दलीय विधायकों के समर्थन के साथ भाजपा के पास 107 विधायक हैं.
कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के पास विधायकों की संख्या घटकर 102 रह जाएगी.

(आईएएनएस इनपुट्स के साथ)

share & View comments