नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी ने गुजरात में अपने सीएम चेहरे का ऐलान कर दिया है. इशुदान गढ़वी गुजरात में आप के मुख्यमंत्री के दावेदार होंगे. पत्रकार से नेता बने 40 साल के इशुदान गढ़वी गुजरात के ग्रामीण इलाके से आते हैं. लगभग डेढ़ साल पहले आम आदमी पार्टी जॉइन करने वाले इशुदान गढ़वी बीते कई महीनों से चुनाव प्रचार में लगे हैं.
गढ़वी एक पत्रकार हैं और उनकी ‘साफ-सुथरी नेता’ वाली छवि का पार्टी ने पूरा फायदा उठाया है. 20 साल तक एक पत्रकार के रूप में काम करने वाले इशुदान की लोकप्रियता उनके मशहूर शो ‘महामंथन‘ से बढ़ी, जिसमें उन्होंने किसानों के प्रतिनिधित्व से लेकर परीक्षा के पेपर लीक होने तक कई विषयों को कवर किया है.
सीएम चेहरा की घोषणा किए जाने के बाद इशुदान ने ट्वीट कर कहा, ‘ मुझ पर विश्वास रख मेरे जैसे आम आदमी को इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंपने के लिए में आम आदमी पार्टी, अरविन्द केजरीवाल जी और खास कर गुजरात की जनता को दिल से धन्यवाद कहना चाहता हूं.’
उन्होंने कहा कि मैं वचन देता हूं की जनता का सेवक बन सदैव लोकहित के काम करूंगा.
इसके बाद गढ़वी मां से आशीर्वाद लेन पहुंचे. उन्होंने लिखा, ‘मेरी मां, जिनसे मेरा अस्तित्व है. मां का आशीर्वाद ही मेरी सबसे बड़ी ताकत है.’
मेरी मां, जिनसे मेरा अस्तित्व है। मां का आशीर्वाद ही मेरी सबसे बड़ी ताकत है! pic.twitter.com/KrH90B1GDO
— Isudan Gadhvi (@isudan_gadhvi) November 4, 2022
जब वह रिपोर्टिंग के लिए गांवों का दौरा करते थे, तो लगभग 5,000 लोग उन्हें अपनी समस्याएं बताने के लिए इकट्ठा होते थे. इशुदान बताते हैं, ‘लोग मेरा शो वैसे ही देखते थे जैसे घरों में रामायण और महाभारत देखी जाती है. लेकिन मैं सभी की समस्या का समाधान नहीं कर सका. इसलिए मैंने नौकरी छोड़ने और उनके लिए कुछ करने के बारे में सोचा.’
इशुदान गढ़वी ने 1 जून 2021 को अपने फेसबुक पर घोषणा किया कि वह पत्रकारिता छोड़ रहे हैं और अगले महीने आप में शामिल हो गए.
गढ़वी कहते हैं, ‘कई राजनीतिक दलों ने मुझे (उनके साथ जुड़ने का) मौका दिया, लेकिन मैंने अरविंद केजरीवाल जी को चुना, क्योंकि वह मुद्दों पर बात करते हैं.’
गढ़वी का दावा है कि उनके पार्टी जॉइन करने के बाद 5 लाख लोगों ने पार्टी को समर्थन दिया है. गढ़वी सौराष्ट्र में आने वाले राजकोट जिले में आने वाले पिपालिया गांव से आते हैं. वो कहते है, ‘जब से मैं आप में शामिल हुआ हूं, मुझे जान से मारने की धमकियां मिली हैं. मेरा परिवार परेशान था, लेकिन मैंने धीरे-धीरे उन्हें मना लिया. मैंने उनसे कहा: मैं अभी 40 साल का हूं, मैं इस जीवन को बर्बाद नहीं करना चाहता, इसलिए मैं लोगों की सेवा करूंगा और इसी रास्ते से करूंगा.’
इशुदान गढ़वी अपने भाषण से लोगों को मोहना जानते हैं. लाखों लोग उन्हें सुनने आते हैं. वो कहते हैं, ‘मेरे भाषण सुनने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं. अगर आप मुझे 50,000 की भीड़ के साथ 35 मिनट का समय दें, तो मैं उनकी दिलचस्पी बनाए रख सकता हूं.’
उनके फॉलोवर्स भी उनपर खूब भरोसा करते हैं. अहमदाबाद के राजनीतिक विश्लेषक दिलीप गोहल कहते हैं, ‘इशुदान गांधवी एक लोकप्रिय पत्रकार थे , ‘ग्रामीण इलाकों में लोग उनके दीवाने हैं.’
गढ़वी मुफ्त शिक्षा, किसानों के लिए फसल की सही कीमत और सभी के लिए मुफ्त दवाएं चाहते हैं. यही वजह है जो उसे अभियान की राह पर ले जाता है. वो कहते हैं, ‘मैंने कई नीतियां बनाई हैं. अगर हम जीतते हैं तो केजरीवाल इसे लागू करवाएंगे.’
गढ़वी बीते कई महीनों से गाड़ी में ही अपना जीवन बिता रहे हैं. उनका कहना है कि चुनावों से पहले वो जितना हो सके उतने ज्यादा लोगों तक पहुंचना जाते हैं. पार्टी जॉइन करने के 14 महीनें बाद तक वह 90 हजार किलोमीटर की यात्रा कर चुके हैं. अपनी टोयोटा इनोवा में रहने वाले गढ़वी कहते हैं, ‘मैंने गुजरात के हर जिले का दो बार दौरा किया है. हम लगातार 10 से 12 घंटे तक सफर करते हैं.’
यह भी पढ़ें-ईशुदान गढ़वी होंगे गुजरात में AAP का CM चेहरा, केजरीवाल ने किया ऐलान