नई दिल्ली: केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को राज्यसभा को बताया कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष से उभरी चुनौतियों के बावजूद भारत ने ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत 22,500 नागरिकों की उनके घरों में सुरक्षित वापस पहुंचाया है.
जयशंकर ने आगे कहा कि 18 देशों के 150 विदेशी नागरिकों को भी संघर्ष क्षेत्रों से निकाला गया और ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के सिद्धांत को पूरा करते हुए भारत लाया गया. जिन विदेशी नागरिकों को निकाला गया है उनमें बांग्लादेश और नेपाल जैसे भारत के पड़ोसी मुल्क शामिल हैं.
मंत्री ने कहा, ‘कई यूक्रेनी जो भारतीय नागरिकों के परिवार के सदस्य हैं उन्हें भी निकाला गया है और हमने भारत से यूक्रेन के नागरिकों को मुफ्त मार्ग भी दिया है. हमने अपनी निकासी उड़ानों में यूक्रेन के नागरिकों को भारत से पोलैंड के लिए मुफ्त मार्ग दिया है.
जयशंकर ने आगे कहा कि, ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत, 90 उड़ानें संचालित की गई हैं जिनमें से 14 भारतीय वायु सेना की उड़ानें थीं.
मंत्री ने आगे जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने खुद कई मौकों पर रूस और यूक्रेन के राष्ट्रपतियों से बात की.
जयशंकर ने कहा कि ‘पीएम ने विशेष रूप से खारकीव और सूमी से भारतीय नागरिकों की सुरक्षित निकालने का मुद्दा उठाया. पीएम ने रोमानिया, स्लोवाक रिपब्लिक, हंगरी और पोलैंड के राष्ट्रपति से भी बात की ताकि भारतीय नागरिक अपने देश वापस जाने के लिए प्रवेश की सुविधा के लिए उनका समर्थन मांगा जा सके.’
जयशंकर ने आगे कहा कि ‘मैं इसी तरह के कारणों से यूक्रेन, रूस, पोलैंड, रोमानिया, हंगरी, स्लोवाकिया और मोल्दोवा के अपने समकक्षों के साथ लगातार संपर्क में था.’
उन्होंने आगे कहा, ‘यहां तक कि जब हम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में इस स्थिति के बारे में वैश्विक विचार-विमर्श में शामिल हो रहे थे, तब भी हमारे नागरिकों की सुरक्षा और यह सुनिश्चित करने के लिए दबाव था कि उन्हें कोई नुकसान ना हो.’
उन्होंने कहा कि पीएम के निर्देश पर हमने ऑपरेशन गंगा की शुरुआत की जो मौजूदा स्थिति के दौरान सबसे चुनौतीपूर्ण था.
वहीं कांग्रेस ने यूक्रेन मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश की. कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ ‘प्रोटेस्ट’ किया.
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर से हमने अपील की थी कि हमारे 2-4 सवाल हैं. हमने लोकसभा में नियम 193 के तहत यूक्रेन मुद्दे पर चर्चा का मौका मांगा था.वो भी सरकार मानने को तैयार नहीं है. सफाई भी नहीं दे रहे हैं. इसलिए हमने टोकन प्रोटेस्ट किया.
विदेश मंत्री एस. जयशंकर से हमने अपील की थी कि हमारे 2-4 सवाल हैं। हमने लोकसभा में नियम 193 के तहत इसपर(यूक्रेन मुद्दा) चर्चा का मौका मांगा। वो भी सरकार मानने को तैयार नहीं है। स्पष्टीकरण भी नहीं दे रहे हैं। इसलिए हमने टोकन प्रोटेस्ट किया: कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी pic.twitter.com/AqyuzPjeRy
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 15, 2022
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