लखनऊ: कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी यूपी कांग्रेस मुख्यालय पर 16-16 घंटे मीटिंग कर रही हैं. मंगलवार दोपहर 1.30 बजे शुरू हुई मीटिंग सुबह 5:30 बजे खत्म हुई. बुधवार दोपहर फिर से मीटिंग शुरू हो गई. मीटिंग में वह सिलसिलेवार विभिन्न लोकसभा क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं से मिलकर फीडबैक ले रही हैं और उन्हें बूथ स्तर तक की तैयारी का संदेश दे रही हैं.
दर्द भी सुना, सवाल भी पूछे
प्रियंका ने मीटिंग के दौरान कार्यकर्ताओं के दर्द को सुना और संगठन को मज़बूत बनाने को कहा. प्रियंका ने कार्यकर्ताओं से पूछा कि क्या प्रदेश स्तर के बड़े नेता उनकी बात सुनते हैं? क्या कार्यक्रमों में उन्हें मदद मिलती है? बूथ स्तर पर क्या तैयारी है? प्रियंका ने कहा कि पार्टी में एकजुटता ज़रूरी है, ऐसे में लोकसभा चुनाव में जो भी उम्मीदवार हो सभी उसका सहयोग करें. आपसी मतभेद भुला दें. उम्मीदवार का चयन वह खुद करेंगी. प्रियंका ने नेताओं को हर बूथ पर कम से कम 10 कार्यकर्ता तैयार करने को भी कहा.
कुछ कार्यकर्ता तो अपना दर्द बताते हुए भावुक भी हो गए. प्रियंका ने कार्यकर्ताओं संग सेल्फी भी खिंचाई. मीडिया से बातचीत करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, ‘यह चुनाव कैसे जीता जाए इस पर मैं उनके (कार्यकर्ताओं) विचार जान रही हूं.’ संगठन को मज़बूत करने पर ज़ोर है.
वाॅट्सएेप व ट्विटर पर हैं तो बताएं
प्रियंका से मिलने से पहले कार्यकर्ताओं से एक फाॅर्म भरवाया जा रहा है. इस फॉर्म में कार्यकर्ताओं के वॉट्सऐप नंबर और ट्विटर हैंडल का ब्यौरा मांगा जा रहा है. कार्यकर्ताओं द्वारा भरवाए गये फॉर्म में सोशल मीडिया अकाउंट्स से जुड़ी जानकारियां पूछना इस बात का साफ संकेत है कि प्रियंका यह मान कर चल रही हैं कि लोकसभा की लड़ाई ज़मीनी स्तर के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी लड़ी जानी है. इसलिए इस प्लैटफॉर्म का बड़े स्तर पर इस्तेमाल करना होगा.
इस फॉर्म पर नाम, पते के साथ एक कॉलम में पूछा गया है कि क्या आप वॉट्सऐप या ट्विटर पर हैं? अगर हैं तो वॉट्सऐप नंबर और ट्विटर हैंडल पूछा गया है. हालांकि यह सवाल ऑप्शनल है, लेकिन माना जा रहा है कि कांग्रेस की तरफ से यूपी में ऐसा पहली बार हुआ है जब सोशल मीडिया पर सक्रियता पर सवाल पूछे जा रहे हैं. इसके अलावा जातीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए जाति और उपजाति का भी काॅलम है.
चौपाल के ज़रिए जुड़ेंगे कार्यकर्ता
एक वाॅट्सऐप नंबर कार्यकर्ताओं को दिया गया है, जिसे चौपाल नाम से सेव करने को कहा गया है. इस पर मैसेज करने से यूपी कांग्रेस के तमाम कार्यक्रमों की जानकारी मिल जाएगी. इसके अलावा प्रियंका भी चौपाल के माध्यम से कार्यकर्ताओं से जुड़ सकती हैं. इसी कारण इसका नाम चौपाल रखा गया है.