नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस.जयशंकर सोमवार को औपचारिक रूप से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आश्चर्यजनक रूप से कैबिनेट में शामिल किए जाने के करीब एक महीना बाद वह भाजपा में शामिल हुए हैं. वह संसद के किसी भी सदन का सदस्य नहीं हैं. भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे.पी.नड्डा ने 64 साल उम्र के पूर्व विदेश सचिव का पार्टी कार्यालय में स्वागत किया.
इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, विदेश राज्यमंत्री वी.मुरलीधरन व भाजपा सांसद भूपेंद्र यादव भी मौजूद थे.
कौन हैं एस जयशंकर
जयशंकर ने प्रधानमंत्री मोदी के पहले कार्यकाल की विदेश नीति को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. जयशंकर को नई मंत्रिपरिषद में शपथ दिलाई गई और 30 मई को विदेश मंत्रालय का महत्वपूर्ण दायित्व सौंपा गया.
सन् 1977-बैच के आईएफएस अधिकारी ने विदेश मंत्रालय में विभिन्न पदों पर सेवाएं दी हैं और अमेरिका व चीन जैसे महत्वपूर्ण देशों में भारतीय राजदूत के रूप में महत्वपूर्ण समय में सेवाएं दी हैं.
वह जनवरी 2015 से जनवरी 2018 तक विदेश सचिव रहे और मोदी के पहले कार्यकाल में विदेश नीति को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे प्रमुख देशों, विशेष रूप से अमेरिका और अरब देशों के साथ भारत के संबंधों में महत्वपूर्ण विकास और विस्तार हुआ.