नई दिल्ली : कर्नाटक में जारी राजनीतिक गतिरोध को देखते हुए कांग्रेस ने तीन राज्य में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. कर्नाटक में विधायकों के इस्तीफा दिए जाने से कर्नाटक की एचडी कुमारस्वामी सरकार अल्पमत में आ गई है. जेडीएस -कांग्रेस सरकार से अभी तक करीब 15 मंत्रियो ने इस्तीफा देकर 13 महीने पुरानी गठबंधन सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया.
कांग्रेस-जेडीएस सरकार के अल्पमत में आने से कर्नाटक में राजनीतिक संकट के बादल छाए हैं, जिसको देखते हुए कांग्रेस विरोध प्रदर्शन कर रही है. कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष के आर रमेश कुमार ने राज्यपाल को लिखा है कि कोई भी बागी विधायक मुझसे नहीं मिला है. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया है कि मैं संवैधानिक मानदंडों को बनाए रखूंगा. 13 इस्तीफों में से 8 कानून के अनुसार नहीं हैं. मैंने उन्हें अपने सामने खुद को पेश करने का समय दिया है.
Bengaluru: Congress leaders hold protest in front of Mahatma Gandhi statute in Vidhana Soudha. #Karnataka pic.twitter.com/JsLCTDZr24
— ANI (@ANI) July 9, 2019
बंगलुरु में विधानसभा के सामने महात्मा गांधी की प्रतिमा के नीचे कांग्रेस के नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. कांग्रेस – जेडीएस के अल्पमत में आने बाद कर्नाटक में राजनीतिक संकट पैदा हो गया है.
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Delhi: Members of Youth Congress stage protest over the political situation in #Karnataka . pic.twitter.com/FfmcIOiwVV
— ANI (@ANI) July 9, 2019
दिल्ली में भी कांग्रेस के युवा नेताओं ने कर्नाटक राज्य की राजनीतिक स्थिति को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
Karnataka: Members of Congress hold a protest march in Kalaburagi over the political situation in the state. pic.twitter.com/W0KyfntuRH
— ANI (@ANI) July 9, 2019
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कर्नाटक राज्य के राजनीतिक हालात को लेकर कांग्रेस के सदस्यों ने कलबुर्गी में विरोध मार्च निकाला. आपको बता दें, कर्नाटक विधानसभा में कुल 224 सीटें हैं. बहुमत के लिए 113 सीट की जरूरत है. कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों के इस्तीफे स्वीकार हुए तो यहां विधायकों की स्पीकर को मिलाकर संख्या 210 रह जाएगी, निर्दलीय विधायक के समर्थन वापसी के बाद कांग्रेस और जेडीएस के पास स्पीकर और बसपा विधायक को मिलाकर 104 विधायक रह गए हैं. हालांकि, सरकार बनाने के लिए 105 विधायकों के समर्थन की जरूरत पड़ेगी.