चेन्नई: केरल में अपनी पैठ बढ़ाने की योजना बना रही भाजपा ने थ्रिशूर से चुनाव जीतने वाले सुरेश गोपी के साथ अल्पसंख्यक नेता और राज्य महासचिव जॉर्ज कुरियन को मोदी 3.0 मंत्रिपरिषद में शामिल किया है.
कुरियन और गोपी दोनों ने रविवार को राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली.
कुरियन ने 2016 के विधानसभा चुनावों में पुथुपल्ली निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा था, हालांकि वह हार गए थे. वे अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष भी हैं.
2016 में, कुरियन 12 प्रतिशत वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे, जबकि केरल के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय ओमन चांडी ने 53.7 प्रतिशत वोटों के साथ जीत दर्ज की थी और माकपा के जैक सी थॉमस 33.4 प्रतिशत वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे.
कोट्टायम के, कुरियन 1980 के दशक से भाजपा के साथ हैं, जब वह किशोर थे. भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारी समिति के सदस्य, कुरियन ने पार्टी की युवा शाखा, युवा मोर्चा में कई जिम्मेदारियां भी निभाई हैं.
2017 में, वह राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष के रूप में नियुक्त होने वाले पहले केरलवासी बने.
कुरियन को आश्चर्यजनक रूप से यह पद दिए जाने से ईसाई समुदाय को ने भी भाजपा को थ्रिशूर सीट को जीत दिलाने में मदद करके अपनी कृतज्ञता ज़ाहिर की. भाजपा, जो वाम शासित राज्य में पैठ बनाने की कोशिश कर रही थी, ने आम चुनावों से बहुत पहले ही समुदाय का पक्ष लेना शुरू कर दिया था. मोदी ने अप्रैल 2023 में केरल के चर्चों के आठ शीर्ष नेताओं से मुलाकात की, जिसमें सिरो-मालाबार चर्च के प्रमुख भी शामिल हैं.
2011 की जनगणना के अनुसार, केरल की कुल आबादी का 18.4 प्रतिशत ईसाई हैं.
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