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Tuesday, 4 February, 2025
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दिल्ली चुनाव में ‘ब्रांड मोदी’ बनाम ‘ब्रांड केजरीवाल’ है, BJP के पोस्टरों में ‘मोदी की गारंटी’ लौटी

दिल्ली में लगे होर्डिंग में ‘यमुना की सफाई और रिवरफ्रंट का निर्माण, विकसित दिल्ली मोदी की गारंटी’ और ‘500 रुपये में गरीबों को गैस सिलेंडर’ जैसे नारे के साथ पीएम मोदी की तस्वीरें हैं.

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नई दिल्ली: दिल्ली चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पोस्टरों और विज्ञापनों में ‘मोदी की गारंटी’ फिर से दिखाई दे रही है. 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद पार्टी के पोस्टरों और नेताओं के भाषणों से यह गायब हो गया था. उस चुनाव में भाजपा की सीटें ‘400 पार’ के लक्ष्य से काफी कम थीं.

नारे की वापसी भाजपा के दिल्ली चुनाव जीतने के प्रयासों में आत्मविश्वास को दर्शाती है, जिसमें पार्टी ‘ब्रांड मोदी’ को ‘ब्रांड केजरीवाल’ के खिलाफ खड़ा कर रही है.

राष्ट्रीय राजधानी में लगाए गए होर्डिंग्स में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीरें हैं, जिन पर ‘यमुना की सफाई, और रिवरफ्रंट का निर्माण, विकसित दिल्ली मोदी की गारंटी’ और ‘500 रुपये में गरीबों को गैस सिलेंडर’ जैसे नारे लिखे हैं.

इतना ही नहीं, दिल्ली में पार्टी के प्रचार अभियान का फोकस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी पर केंद्रित है और पार्टी का सोशल मीडिया इसी पर पोस्ट से भरा पड़ा है.

सोमवार के अखबारों में केंद्रीय बजट में 12 लाख रुपये तक की आय पर ज़ीरो टैक्स लगाने की घोषणा के बारे में विज्ञापन छपे, जिससे एक करोड़ मिडिल-क्लास के लोगों को लाभ मिलेगा, जिसमें ‘दिल्ली के लिए मोदी सरकार का तोहफा’ और ‘विकसित दिल्ली मोदी की गारंटी’ की बात कही गई.


यह भी पढ़ें: हमारे और AAP के बीच फर्क यह है कि हमारे वादे में मोदी की गारंटी है — BJP दिल्ली प्रभारी बैजयंत पांडा


अन्य चुनावी होर्डिंग्स में ‘मोदी की गारंटी’ क्यों गायब

2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के अभियान और घोषणापत्र की मुख्य टैगलाइन ‘मोदी की गारंटी’ और ‘फिर एक बार मोदी सरकार’ थी. पीएम मोदी के भाषणों से लेकर अन्य वरिष्ठ भाजपा नेताओं तक, पीएम मोदी की ‘स्टैम्प’ के साथ सुशासन और डिलीवरी पर ध्यान केंद्रित किया गया.

हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में पार्टी के अभियान के केंद्रीय विषय के रूप में ‘मोदी की गारंटी’ गायब थी.

हालांकि, झारखंड में पीएम मोदी पर ध्यान केंद्रित किया गया क्योंकि पार्टी ने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का नाम नहीं बताया. हालांकि, पीएम ने झारखंड चुनावों से पहले अपने भाषणों के दौरान ‘मोदी की गारंटी’ के बारे में बात की थी, लेकिन पोस्टरों में यह नारा नहीं था. हालांकि, पार्टी के एक नेता ने दिप्रिंट को बताया कि चूंकि झारखंड में भाजपा सत्ता में नहीं थी, इसलिए प्रचार अभियान में मोदी सरकार द्वारा किए गए कार्यों को उजागर किया गया.

मोदी झारखंड चुनावों के पोस्टरों में प्रमुखता से दिखाई दिए, जिनमें सोशल मीडिया पर भी शामिल हैं. भाजपा का कमल का चिन्ह और टैगलाइन, ‘रोटी, बेटी, माटी की पुकार, झारखंड में भाजपा सरकार’ पार्टी का मुख्य संदेश था.

इस बीच, भारत की केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने भी दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के घोषणापत्र को ‘मोदी की गारंटी’ करार दिया है.

रविवार को दिल्ली में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने आम आदमी पार्टी (आप) की आलोचना करते हुए कहा कि पार्टी के ‘आप-दा’ ने राष्ट्रीय राजधानी के 11 साल बर्बाद कर दिए हैं और अब इसके विकास और वृद्धि के लिए समर्पित डबल इंजन वाली सरकार चुनी जाएगी.

मोदी ने कहा कि केंद्र में उनकी सरकार “गरीब, किसान, युवा और महिला’ के चार स्तंभों को मजबूत करने के लिए खड़ी हुई है और केंद्रीय बजट मोदी की गारंटियों को पूरा करने की गारंटी है.”

लोकसभा में हार के बाद भाजपा ने हरियाणा चुनाव अभियान में ब्रांड मोदी को कम महत्व दिया और केवल कुछ रैलियां आयोजित कीं. इसी तरह, महाराष्ट्र में, चुनावी रैलियों में ‘मोदी की गारंटी’ का नारा तो छाया रहा, लेकिन पूरा अभियान ‘लाडकि बहिण’ योजना और महाराष्ट्र सरकार द्वारा किए गए कार्यों पर केंद्रित रहा.

भाजपा नेताओं के अनुसार, दिल्ली में मोदी को पार्टी का चेहरा बनाने का फैसला “परिणामों में भाजपा के बढ़ते आत्मविश्वास को दर्शाता है”.

नाम न बताने की शर्त पर बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने दिप्रिंट को बताया कि हरियाणा और महाराष्ट्र में ‘मोदी की गारंटी’ केंद्रीय विषय नहीं होने के पीछे एक कारण यह था कि महाराष्ट्र में गठबंधन हो रहा था और हरियाणा में पार्टी का मौजूदा मुख्यमंत्री था.

भाजपा नेता ने कहा, “लोकसभा चुनाव के बाद पार्टी ने गारंटी पर ज्यादा जोर नहीं दिया. हालांकि, रैलियों के दौरान इसका इस्तेमाल किया गया. दिल्ली में हमारे पास कोई चेहरा नहीं है और दिल्ली के लिए केंद्र में जो काम हुआ है, उसे हमें दिखाना है.”

दिप्रिंट को दिए एक खास इंटरव्यू में दिल्ली भाजपा प्रभारी और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयंत पांडा ने प्रधानमंत्री की गारंटी पर जोर दिया. उन्होंने कहा, “पंजाब की महिलाएं लगभग रोज़ाना विरोध प्रदर्शन कर रही हैं. उन्होंने (आप) दिल्ली में भी इसी तरह की सहायता का वादा किया है. उन्होंने ऐसा नहीं किया (न दिल्ली में और न ही पंजाब में). इसलिए, भाजपा और AAP के बीच मुख्य अंतर यह है कि जब हम कोई वादा करते हैं, तो उसमें मोदीजी की गारंटी होती है. लोग जानते हैं कि इसे लागू किया जाएगा. इसमें कोई फर्ज़ीवाड़ा शामिल नहीं है.”

उन्होंने कहा, “हम वित्तीय रूप से जिम्मेदार हैं और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप भाजपा द्वारा लागू किए गए कल्याण कार्यक्रमों में भ्रष्टाचार नहीं पा सकते हैं.”

इसके पीछे के तर्क के बारे में पूछे जाने पर, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने कहा कि हरियाणा और महाराष्ट्र दोनों में, पार्टी की सरकार है और हरियाणा में, भाजपा का ही मुख्यमंत्री है. इसलिए, अभियान ने गारंटियों के साथ-साथ राज्य सरकार के प्रदर्शन पर भी ध्यान केंद्रित किया.

शुक्ला ने दिप्रिंट से कहा, “दिल्ली में, हम सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं और हमारी सरकार नहीं है. इसलिए ध्यान मुख्य रूप से मोदी की गारंटियों पर है, जिसका मतलब है कि AAP के विपरीत, हम जो वादा करते हैं उसे पूरा करते हैं.”

उन्होंने कहा, “हरियाणा में हमारे पास मौजूदा मुख्यमंत्री थे, इसलिए स्वाभाविक रूप से हमारे अभियान में राज्य सरकार की उपलब्धियों के बारे में बात की गई और महाराष्ट्र में भी हमारे आउटडोर अभियान में मोदी की गारंटी का उल्लेख किया गया.”

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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