नई दिल्ली: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता शरद पवार ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह ही पार्टी के अध्यक्ष हैं.
दिल्ली में अपनी पार्टी की कार्यसमिति की बैठक के बाद शरद पवार ने कहा, ‘‘राकांपा का अध्यक्ष मैं ही हूं.’’
शरद पवार ने कहा मुझे खुशी है कि जिन लोगों को निष्कासित किया, उनको छोड़कर बाकी अन्य लोग इतने कम समय में बैठक के लिए आए. हमारे सभी साथियों की मानसिकता पार्टी को मजबूती से आगे ले जाने की रही है.
उन्होंने कहा, “मुझे खुशी है कि आज की बैठक हमारा हौसला बढ़ाने के लिए मददगार होगी… मैं ही NCP का अध्यक्ष हूं, अगर कोई ऐसा दावा कर रहा है तो उसमें कोई सच्चाई नहीं है.”
शरद पवार ने कहा, “अगर कोई मुख्यमंत्री बनना चाहता है कि हमें दिक्कत नहीं है. लेकिन मैं अभी भी इफेक्टिव हूं. फिर चाहे उम्र 82 हो या 92 क्या फर्क पड़ता है.”
उन्होंने आगे कहा यह जो भी कुछ हो रहा है उससे मुझे खुशी है क्योंकि जिन्होंने लोगों को वादा कर उनके वोट हासिल करने के बाद गलत रास्ते पर गए उनको इसकी ज़बरदस्त कीमत देनी पड़ेगी. राज्य की स्थिति बदलेगी. वहां राष्ट्रवादी कांग्रेस, कांग्रेस और उद्धव ठाकरे की नेतृत्व वाली शिवसेना को महाराष्ट्र की जनता हुकूमत देगी.
बता दें कि कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष व नेता राहुल गांधी भी शरद पवार से मिलने उनके आवास पर पहुंचे. राहुल से शरद पवार से मुलाकात के बाद एनसीपी नेता सोनिया दूहन ने कहा, “राहुल गांधी जी पवार साहब से मिलने आए थे और उन्होंने कहा है कि उनका पूरा समर्थन शरद पवार जी के साथ है. शरद पवार जी जैसे भी कहेंगे वे हमको समर्थन देने को तैयार है. कांग्रेस और विपक्षी की सारी पार्टी हमारे साथ खड़ी हैं… हमारी कार्यकारिणी बैठक में निष्कासित किए विधायकों को छोड़कर सभी उपस्थित थे.”
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से हाथ मिलाने वाले प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे और नौ अन्य को पार्टी से निष्कासित करने संबंधी फैसले को कार्यसमिति ने मंजूरी दे दी दी.
बता दें कि तालकटोरा में हुई मीटिंग में पीसी चाको, जितेंद्र अह्वाण, फौजिया खान और वंदना चव्हाण समेत 13 एनसीपी नेता मौजूद रहे.
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‘सच सामने आ जाएगा’
पार्टी नेता पी. सी. चाको ने यहां मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि कि बैठक में आठ प्रस्ताव पारित किये गये.
अजित पवार के बहुमत होने के दावे पर शरद पवार ने कहा, ‘‘ सच सामने आ जायेगा.’’
चाको ने कहा कि संगठन शरद पवार के साथ है.
उन्होंने कहा, ‘‘राकांपा कार्यसमिति ने राजग से हाथ मिलाने वाले प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे और नौ अन्य लोगों को निष्कासित करने संबंधी फैसले को मंजूरी दे दी है. शरद पवार राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए थे. हम किसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के दावे को गंभीरता से नहीं लेते.’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा संगठन अभी भी एकजुट है.’’
चाको ने कहा कि राकांपा हर तीन साल पर चुनाव कराती है और लोग नियमित रूप से निर्वाचित होते हैं.
चाको ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, “हमारी राष्ट्रीय कमेटी तालकटोरा स्टेडियम में मिली थी जिसमें शरद पवार जी को राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर निर्वाचित किया है… पार्टी की 27 इकाइयां हैं. इन सभी 27 राज्य इकाइयों ने NCP के साथ रहने की बात कही है. किसी भी एक इकाई ने यह नहीं कहा कि वह शरद पवार के साथ नहीं हैं.”
कार्यसमिति द्वारा पारित प्रस्तावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के ‘अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक कार्यों’ के खिलाफ रुख अपनाना भी शामिल है.
इसने केंद्र सरकार की नीतियों की भी निंदा की और आरोप लगाया कि महंगाई, बेरोजगारी और महिलाओं की दुर्दशा बढ़ रही है.
अजित पवार और उनके आठ सहयोगी दो जुलाई को एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हुए थे। अजित पवार को उपमुख्यमंत्री बनाया गया, वहीं अन्य को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी.
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