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Tuesday, 28 January, 2025
होमराजनीतिखरगे और राहुल की ‘जय संविधान’ रैली किस तरह गंगा में पवित्र डुबकी, गुलामी और पापों के इर्द-गिर्द सिमटी

खरगे और राहुल की ‘जय संविधान’ रैली किस तरह गंगा में पवित्र डुबकी, गुलामी और पापों के इर्द-गिर्द सिमटी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश के महू में ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान रैली’ में यह भी कहा कि भाजपा-आरएसएस चाहते हैं कि आज़ादी से पहले की व्यवस्था को फिर से लागू किया जाए.

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महू (मध्य प्रदेश): कांग्रेस ने सोमवार को यहां आयोजित “जय बापू, जय भीम, जय संविधान रैली” को अपने सामाजिक न्याय के नारे को मजबूत करने के प्रयास के रूप में पेश किया, जिससे पार्टी को 2024 के आम चुनाव में बढ़त हासिल करने में मदद मिली. हालांकि, इस रैली में भारी भीड़ देखने को मिली, जिसमें भाषणों में कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व धर्म को राजनीति के साथ मिलाने के सवाल पर भारतीय जनता पार्टी पर हमला करके अपने प्रचार का विस्तार करने पर आमादा दिखाई दिया.

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भाजपा नेताओं पर महाकुंभ के दौरान गंगा में डुबकी लगाकर कैमरा के आगे स्वांग रचने का आरोप लगाते हुए पूछा, “क्या गंगा में डुबकी लगाने से आपकी थाली में खाना आएगा? क्या इससे गरीबी खत्म होगी?”

82-वर्षीय खरगे ने कहा, “मैं किसी की आस्था पर सवाल नहीं उठा रहा हूं. अगर मैंने किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है तो मैं माफी मांगता हूं, लेकिन मुझे बताइए, एक तरफ बच्चे भूखे मर रहे हैं, स्कूल नहीं जा रहे हैं, मज़दूर कमाने में असमर्थ हैं; दूसरी तरफ, ये लोग हज़ारों करोड़ खर्च करके डुबकी लगाने में आपस में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं. वह ऐसा टेलीविजन कैमरों के लिए करते हैं.”

खरगे ने कहा कि कांग्रेस को लोगों की व्यक्तिगत मान्यताओं और आस्था पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन वह “धर्म के नाम पर गरीबों के शोषण के खिलाफ है”.

महू रैली में कांग्रेस नेताओं के कटआउट | फोटो: सौरव रॉय बर्मन/दिप्रिंट
महू रैली में कांग्रेस नेताओं के कटआउट | फोटो: सौरव रॉय बर्मन/दिप्रिंट

इसी तरह बोलते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सुझाव दिया कि भले ही जनता धार्मिक मुद्दों के चंगुल में फंसी हुई है, लेकिन उन्हें “गुलाम” बनाया जा रहा है.

राहुल ने कहा, “आपको गुलाम बनाया जा रहा है. दलितों, आदिवासियों और पिछड़ी जातियों को गुलाम बनाया जा रहा है. आपकी ज़िंदगी बर्बाद की जा रही है और आप चुपचाप देख रहे हैं. मुझे यह हैरान करने वाला लगता है.”

उन्होंने यह भी कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के अभिषेक के दौरान किसान, दलित, आदिवासी और पिछड़ी जातियों सहित गरीब लोग अनुपस्थित थे. उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, जो एक आदिवासी महिला हैं, के साथ किए गए व्यवहार की भी आलोचना की, जिनके बारे में उन्होंने कहा कि उन्हें मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई.”

उन्होंने कहा, “यहां तक ​​कि जब नए संसद भवन का उद्घाटन किया गया, तब भी राष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं किया गया था”. इस दौरान दर्शकों ने खूब तालियां बजाईं.

महू में कांग्रेस की रैली में समर्थक | फोटो: सौरव रॉय बर्मन/दिप्रिंट
महू में कांग्रेस की रैली में समर्थक | फोटो: सौरव रॉय बर्मन/दिप्रिंट

इस कार्यक्रम में कांग्रेस के सभी राज्यों के शीर्ष नेता मौजूद थे. यह कार्यक्रम दलित नेता बी.आर. आंबेडकर की जन्मस्थली महू में आयोजित किया गया था.

एक समय पर, राहुल के बाद बोलने वाले खरगे ने भीड़ को राहुल के भाषण के बाद बेचैन होने के लिए टोका, जैसे ही भीड़ शांत हुई, कांग्रेस प्रमुख ने भाजपा-आरएसएस नेतृत्व पर हमला बोला और ऐसी टिप्पणियां कीं, जिसकी सत्तारूढ़ पार्टी ने आलोचना की है.

संसद के पिछले शीतकालीन सत्र के दौरान राज्यसभा में आंबेडकर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणियों का ज़िक्र करते हुए खरगे ने कहा कि पीएम मोदी और शाह की जोड़ी को “उनके द्वारा किए गए पापों” के लिए लोगों द्वारा “शापित” किया जाएगा.

खरगे ने कहा, “मोदी और शाह ने इतने पाप किए हैं कि वह सात जन्म तो दूर, अगले 100 जन्मों में भी स्वर्ग नहीं पा सकेंगे.”

शाह ने संविधान पर बहस के दौरान कहा था कि आंबेडकर का नाम लेना एक फैशन बन गया है. केंद्रीय मंत्री ने कहा था, “इतना नाम अगर भगवान का लेते हैं तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता है.”

राहुल ने देश भर में जाति जनगणना के लिए अपना आह्वान दोहराया और इस बात पर जोर दिया कि हाशिए पर पड़े समूहों के बीच धन के वितरण को समझना आवश्यक है. उन्होंने आर्थिक मुद्दों से निपटने के केंद्र के तरीके की भी आलोचना की और दावा किया कि आईआईटी और आईआईएम ग्रेजुएट्स भी नौकरी पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.

राहुल ने कहा, “संविधान से पहले इस देश में गरीबों के पास कोई अधिकार नहीं थे. आज़ादी से पहले गरीबों, दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों के पास कोई अधिकार नहीं थे. केवल महाराजाओं और राजाओं को ही अधिकार प्राप्त थे. भाजपा-आरएसएस चाहते हैं कि आज़ादी से पहले की व्यवस्था को फिर से लागू किया जाए.”

उन्होंने कहा, “इस देश में आपके बच्चों को रोज़गार नहीं मिलेगा, चाहे कुछ भी हो जाए. इस देश के युवाओं को रोज़गार नहीं मिलेगा. यहां तक ​​कि आईआईटी और आईआईएम से पास हुए लोगों को भी नौकरी नहीं मिल रही है. आप अरबपतियों को लाखों दे रहे हैं, जिन्होंने अर्थव्यवस्था और आय के स्रोत नष्ट कर दिए हैं.”

राहुल ने बढ़ती आर्थिक असमानता की भी आलोचना की और अरबपतियों की भव्य शादियों की ओर इशारा किया, जबकि आम लोग दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष कर रहे हैं.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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