नई दिल्ली: नए कृषि कानूनों के विरोध में हरियाणा सरकार के खिलाफ कांग्रेस पार्टी आज अविश्वास प्रस्ताव ला रही है. कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के बाद आज हरियाणा विधानसभा में मनोहर लाल खट्टर की गठबंधन सरकार के खिलाफ मतदान होगा. इसे लेकर भाजपा, जजपा और कांग्रेस ने अपने-अपने विधायकों को व्हिप जारी किया है. व्हिप में सभी दलों ने विधायकों को कार्यवाही चलने से खत्म होने तक सदन में रहने को कहा है.
इससे पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा, ‘ सरकार के खिलाफ जो अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है वो निश्चित ही गिरेगा.’ खट्टर ने आगे कहा, ‘ विपक्ष पहले अपने लोगों को संभाल कर रख ले ये ही बहुत बड़ी बात है, किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है.’
We are confident that the no-confidence motion against the government will be defeated in the Assembly: Haryana Chief Minister Manohar Lal Khattar pic.twitter.com/3L3Ch4JfXE
— ANI (@ANI) March 10, 2021
बता दें इससे पहले हरियाणा पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, ‘हरियाणा सरकार ने लोगों का विश्वास खो दिया है,उनका समर्थन करने वाले विधायक और निर्दलीय उम्मीदवार भी पीछे हट गए हैं.’
हुड्डा ने कहा, ‘अविश्वास प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाएगा और उस पर मतदान होगा..कई चेहरे बेनकाब हो जाएंगे.विपक्ष का काम है लोगों की आवाज़ उठाना.’
बता दें कि भाजपा, जजपा ने अपने सभी विधायकों से सरकार के पक्ष में मतदान करने का अनुरोध किया है. यही नहीं भाजपा ने अपने विधायकों को यह भी कहा है कि सदन के नेता की अनुमति बिना कोई सदन नहीं छोड़ेगा. भाजपा ने अपने व्हिप में कहा है, ‘वोटिंग के दौरान सभी को सरकार के पक्ष में वोट करना है.’
वहीं दूसरी तरफ जजपा ने भी अपने विधायकों को सदन न छोड़ने की बात कही है. दोनों हीपार्टी ने विधायकों को सुबह 10 बजे सभी सदन में उपस्थित होने के लिए कहा है.
हुड्डा के बयान पर पलटवार करते हुए हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा, पहले भूपेंद्र सिंह हुड्डा को कांग्रेस से विश्वास मत हासिल करना चाहिए. उनका आपस में विश्वास नहीं है.’
विज ने आगे कहा, ‘पहले वो अपना विश्वास मत हासिल करे और फिर प्रजातंत्र है..लाए हमने तो स्वीकार किया..आप लाओ विश्वास मत, ये विधानसभा के अंदर चारों खाने चित गिरेंगे.’
सरकार को चाहिए 45 साथ
अभय चौटाला के इस्तीफे से ऐलनाबाद सीट खाली हुई है फिलहाल विधानसभा में 88 सदस्य हैं. जबकि कालका के विधायक प्रदीप चौधरी को एक मामले में आरोपी घोषित किए जाने और तीन साल की सजा सुनाए जाने के बाद अयोग्य घोषित किया गया है. इस वजह से कालका सीट भी खाली है.गठबंधन सरकार को बहुमत के लिए 45 सदस्यों का ही आंकड़ा पूरा करना है. बता दें कि फिलहाल भाजपा के 40, जजपा के 10 और कांग्रेस के 30 विधायक हैं जबकि निर्दलीय की संख्या सात और हलोपा का एक विधायक है.
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