लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पार्टी को बदहाली से बाहर लाने के लिए कांग्रेस पार्टी ने अब नए चेहरों पर दांव लगाने का मन बना लिया है. नवंबर में लगभग एक दर्जन विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस ने युवा चेहरों को उतारने का फैसला किया है. कानपुर की गोविंदनगर सीट से कांग्रेस ने 25 साल की एनएसयूआई नेता करिश्मा ठाकुर को टिकट दिया है. करिश्मा वर्तमान में कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई की राष्ट्रीय महासचिव हैं और दिल्ली विश्वविद्यालय से वकालत की पढ़ाई कर रही हैं.
डीयू से की राजनीति की शुरुआत
विधानसभा का चुनाव लड़ने के लिए न्यूनतम आयु 25 साल होनी चाहिए. करिश्मा ने इसकी तैयारी कुछ महीने पहले यानि 24 साल में ही शुरू कर दी थी. करिश्मा ने 2013 में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में सचिव के पद पर जीत दर्ज की थी. उन्होंने 2013 में एनएसयूआई के समर्थन से दिल्ली छात्रसंघ का चुनाव लड़ा था. एनएसयूआई की इकलौती विजेता प्रत्याशी के रूप में वह महासचिव चुनी गईं थी.वह छह साल तक दिल्ली विश्वविद्यालय की राजनीति में सक्रिय रहीं.
पति भी एनएसयूआई में
करिश्मा के पति और पिता दोनों ही राजनीति में सक्रिय हैं. संयोग से पति विपिन सिंह भी एनएसयूआई नेता हैं और वर्तमान में एनएसयूआई मुम्बई के अध्यक्ष हैं. दोनों की शादी इसी साल फरवरी में हुई है. जबकि पिता राजेश सिंह भी राजनीति में अपना भाग्य आजमा चुके हैं. वह कानपुर से ही लोकसभा और विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं, हालांकि उन्हें दोनों में ही कामयाबी नहीं मिली.
गोविंदपुरी सीट से 2017 में बीजेपी के सत्यदेव पचौरी ने जीत दर्ज की थी. वह अब कानपुर से लोकसभा चुनाव जीत कर सांसद बन चुके हैं.
आज गोविंद नगरविधान सभा के शास्त्री नगर वार्ड में कोंग्रेस के वरिष्ठ लोगों व युवाओं से मिल कर उनका आशीर्वाद लिया ।@AjayLalluINC @RohitChINC @priyankagandhi pic.twitter.com/Tna2Udq0ie
— Karishma Thakur (@thakurkarishma1) August 18, 2019
दिल्ली में सक्रियता और शहर के दिग्गज नेताओं के इनकार का फायदा करिश्मा को मिला. करिश्मा को पहली बार छात्रसंघ चुनाव का टिकट देने वाले रोहित चौधरी वर्तमान में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव व प्रदेश प्रभारी हैं. दप्रिंट से बातचीत में करिश्मा ने कहा, ‘वह पूरी मेहनत से ये चुनाव लड़ेंगी और कानपुर के अहम मुद्दे उठाएंगी.’ उन्होंने बताया कि ’25 साल की उम्र में टिकट मिलना एक अचीवमेंट है.’
कांग्रेस की ओर से बीते शुक्रवार को जिन सीटों पर प्रत्याशियों के नाम सामने आए वो हैं- इगलास (सुरक्षित)-उमेश कुमार दिवाकर, टुंडला (सुरक्षित)-स्नेहलता, गोविंदनगर-करिश्मा ठाकुर, जलालपुर-सुनील मिश्रा और घोषी-राजमंगल यादव. 3 सितंबर को भी पार्टी की तरफ से 5 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा की गई थी. इनमें गंगोह सीट से नोमान चौधरी, लखनऊ कैंट से दिलप्रीत सिंह, मानिकपुर से रंजना पांडेय, प्रतापगढ़ से नीरज त्रिपाठी और जैदपुर से तनुज पुनिया के नामों की घोषणा हुई है.
टीम प्रियंका को युवाओं पर अधिक भरोसा
उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने युवा चेहरों पर अधिक भरोसा जताया है. कांग्रेस से जुड़े सूत्रों की मानें तो टीम प्रियंका 2022 विधानसभा को ध्यान में रखते हुए सेकेंड लाइन की लीडरशिप खड़ी करना चाहती है. इसी कारण पुराने चेहरों की जगह नए को तरजीह दी जा रही है. नए प्रदेश अध्यक्ष व जिला अध्यक्षों की घोषणा भी जल्द की जाएगी. इसमें भी नए चेहरों को तवज्जो मिलने की उम्मीद है.