नई दिल्ली: भारत के चुनाव आयोग ने मंगलवार को शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट को ‘बालासाहेबंची शिवसेना’ (बालासाहेब की शिवसेना) को पार्टी का नाम देने के एक दिन बाद ‘दो तलवारें और ढाल का प्रतीक’ आवंटित किया है.
शिंदे गुट ने अगले महीने अंधेरी पूर्व विधानसभा क्षेत्र में आगामी उपचुनाव के लिए इलेक्शन कमीशन (ईसी) को अपने चुनाव चिन्ह विकल्प के रूप में ‘चमकता हुआ सूरज’, ‘ढाल और तलवार’ और ‘पीपल का पेड़’ दिया था.
यह धड़ा अगर अंधेरी पूर्व विधानसभा सीट के लिए तीन नवंबर को होने वाले उपचुनाव में उतरने का फैसला करता है तो वह ‘दो तलवार और एक ढाल’ चुनाव चिह्न का उपयोग कर सकेगा.
आयोग ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को लिखे पत्र में यह जानकारी दी. आयोग ने कहा कि उसने ‘दो तलवारें और एक ढाल’ को एक स्वतंत्र चुनाव चिह्न घोषित करने का फैसला किया है और मौजूदा उपचुनाव में शिंदे के नेतृत्व वाले समूह को यह आवंटित किया है.
शिंदे गुट ने चुनाव चिह्न के लिए ‘पीपल का पेड़’, ‘तलवार और ढाल’ तथा ‘सूर्य’ को विकल्प बताया था.
पिछले हफ्ते, चुनाव आयोग ने दोनों शिवसेना गुटों के बीच एक लंबे विवाद के बाद ‘धनुष और तीर’ चिह्न पर रोक लगा दी थी. उद्धव ठाकरे गुट और शिंदे गुट आयोग ने दोनों पक्षों से ‘शिवसेना’ नाम का इस्तेमाल नहीं करने को भी कहा था.
मतदान निकाय ने उद्धव ठाकरे गुट के लिए चुनाव चिन्ह के रूप में ‘मशाल’ आवंटित किया है.
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