नई दिल्ली : कांग्रेस कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री को लेकर विचार-विमर्श में लगी है, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष, जो कि इस पोस्ट के दावेदारों में से एक हैं, ने मंगलवार को कहा कि उनके इस्तीफे को लेकर चैनलों द्वारा किए जा रहे गलत दावों को लेकर वह मानहानि का केस करेंगे.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने पत्रकारों से कहा, ‘अगर कोई चैनल खबर चला रहा है कि मैं अपने पद से इस्तीफा देने जा रहा हूं, तो मैं उसके खिलाफ मानहानि का केस करूंगा…इनमें से कुछ खबर चला रहे हैं कि मैं इस्तीफा दूंगा…मेरी पार्टी मेरी मां है, मैंने इसे बनाया है. मेरे आलाकमान, मेरे विधायक, मेरी पार्टी हैं.’
समर्थकों के विरोध-प्रदर्शन के साथ जी परमेश्वरा भी अन्य दावेदार के रूप में सामने आ रहे हैं, उन्होंने कहा कि पार्टी आलाकमान कहता है तो वह सरकार चलाने की जिम्मेदारी लेने को तैयार हैं. एक दलित को मुख्यमंत्री बनाने की मांग करते हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘अगर आलाकमान चाहता हो तो मैं जिम्मेदारी लेने को तैयार हूं.’
शिवकुमार मंगलवार को दिल्ली में अपने भाई और कांग्रेस नेता डीके सुरेश के ऑफिस पहुंचे. कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को स्पष्ट जनादेश के बावजूद मुख्यमंत्री को लेकर सस्पेंस बरकरार है, वरिष्ठ नेता डीके शिवकुमार, जो कि कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष हैं, और पूर्व मुख्यमंत्री व विपक्ष के नेता सिद्धारमैया इस रेस में शामिल हैं.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मिले, जो कि कांग्रेस के केंद्रीय पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट, जिन्होंने कल दी थी, के आधार पर सीएम पद के लिए फैसला लेने की तैयारी में हैं.
हालांकि, शिवकुमार ने इससे पहले सोमवार को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए राष्ट्रीय राजधानी आने की अपनी यात्रा रद्द कर दी थी, वह आज दिल्ली पहुंचे हैं.
कांग्रेस ने हाल ही में हुए 224 सदस्यों वाली कर्नाटक विधानसभा में 135 सीटें जीती है.
इससे पहले दिन में शिवकुमार ने एक इंटरव्यू में साफ किया था कि वह पार्टी के फैसले को लेकर ‘बैकस्टैबिंग या ब्लैकमेल’ का सहारा नहीं लेंगे.
उन्होंने कहा था, ‘अगर पार्टी चाहे तो वह मुझे जिम्मेदारी दे सकती….हमारा एकजुट घर है, हमारी संख्या 135 है. मैं किसी को यहां बांटना नहीं चाहता. वे चाहे मुझे पसंद करते हों या नहीं, मैं एक जिम्मेदार आदमी हूं. मैं पीठ में छूरा नहीं घोंपूंगा, न तो ब्लैकमेल करूंगा.’
बेंगलुरु से आने से पहले उन्होंने कहा, ‘पार्टी मेरी भगवान है…हमने इस पार्टी को बनाया है, हम इसका हिस्सा हैं और मैं इसमें अकेले नहीं हूं.’
उन्होंने कहा, ‘हमने इस पार्टी (कांग्रेस) को बनाया है, हमने इस घर को बनाया है. मैं इसका हिस्सा हूं…एक मां अपने बच्चे को सब कुछ देती है.’
प्रदेश अध्यक्ष के तौर अपनी अपेक्षाओं के बारे में पूछे जाने पर शिवकुमार ने कहा, ‘मैं पहले क्या हुआ है इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहता. यह कैसे हुआ. वह एक बंद हो चुका चैप्टर है कि हमने सरकार बनाई हमने सरकार गंवा दी, हमने गठबंधन सरकार गंवाई. जीत के लिए कौन जिम्मेदार है और नुकसान के बारे में अब करने का कोई फायदा नहीं है. इस कहानी को न बेचें, भविष्य के बारे में सोचें.’
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