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Monday, 4 November, 2024
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दिग्विजय बोले- अगर हिंदू-मुस्लिमों का DNA एक तो धर्म परिवर्तन, लव जिहाद की क्या जरूरत

मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र ने कहा, 'दिग्विजय सिंह देश तोड़ने वालों से तुलना करेंगे. देशभक्ति, राष्ट्रभक्ति जिसके DNA में है वे हमेशा मोहन भागवत जैसी बात करेंगे.

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नई दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर मोहन भागवत के बयान को निशाने पर लिया है. उन्होंने वृहस्पतिवार को भागवत के बयान के बहाने धर्म परिवर्तन, लव जिहाद कानून पर तंज कसा है. जिस पर बीजेपी ने पलटवार किया है.

गौरतलब है कि भागवत ने रविवार को कहा था कि सभी भारतीयों का डीएनए एक है और मुसलमानों को ‘डर के इस चक्र में’ नहीं फंसना चाहिए कि भारत में इस्लाम खतरे में है. उन्होंने यह भी कहा था कि जो लोग मुसलमानों से देश छोड़ने को कहते हैं, वे खुद को हिन्दू नहीं कह सकते.

वह राष्ट्रीय मुस्लिम मंच द्वारा यहां ‘हिन्दुस्तानी प्रथम, हिन्दुस्तान प्रथम’ विषय पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि लोगों में इस आधार पर अंतर नहीं किया जा सकता कि उनका पूजा करने का तरीका क्या है.

दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘अगर हिन्दू और मुस्लमान का DNA एक है तो धर्म परिवर्तन क़ानून की क्या आवश्यकता है, लव ज़िहाद क़ानून की क्या आवश्यकता है? फिर मोहन भागवत और ओवैसी का DNA एक ही है.’ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ये बातें सीहोर (मध्य प्रदेश) में कही.

इस बयान पर बीजेपी नेता ने पलटवार किया है. मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र ने कहा, ‘दिग्विजय सिंह देश तोड़ने वालों से तुलना करेंगे. देशभक्ति, राष्ट्रभक्ति जिसके DNA में है वे हमेशा मोहन भागवत जैसी बात करेंगे. ओवैसी जैसी सोच जिनकी है वे ऐसी ही बात करेंगे. इनकी तुलना हमेशा ऐसी होती है जो समाज में भ्रम पैदा करे और टूटन पैदा करे.

दिग्विजय ने भागवत की कथनी-करनी में बताया था अंतर

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत की टिप्पणी को लेकर सोमवार को कहा था कि अगर संघ प्रमुख अपने विचारों के प्रति ईमानदार हैं तो उन्हें पहले उन लोगों को पद से हटाने का निर्देश देना चाहिए जिन्होंने मुसलमानों को ‘प्रताड़ित किया है.’ सिंह ने यह दावा भी किया था कि भागवत ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि उनकी कथनी-करनी में अंतर है.

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भागवत के बयान का हवाला देते हुए ट्वीट किया था, ‘यदि आप अपने व्यक्त किए गए विचारों के प्रति ईमानदार हैं तो भाजपा में उन सभी नेताओं को उनके पदों से तत्काल हटाने का आदेश दें जिन्होंने निर्दोष मुसलमानों को प्रताड़ित किया है. शुरुआत नरेंद्र मोदी व योगी आदित्यनाथ से करें.’ उन्होंने कहा था, ‘संघ प्रमुख मोहन भागवत बोले कि हिंदू और मुस्लिम अलग नहीं…, सभी भारतीयों का डीएनए एक है. मोहन भागवत जी, यह विचार क्या आप अपने शिष्यों, प्रचारकों, विश्व हिंदू परिषद/ बजरंग दल कार्यकर्ताओं को भी देंगे? क्या यह शिक्षा आप मोदी-शाह जी व भाजपा मुख्यमंत्री को भी देंगे?’

सिंह ने दावा किया, ‘मुझे मालूम है आप ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि आपकी कथनी और करनी में अंतर है.’

विजयवर्गीय ने दिग्विजय को बताया था संकुचित सोच वाला

राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह की सोच को ‘नकारात्मक और संकुचित’ बताते हुए भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बुधवार को कहा था कि कांग्रेस नेता हमेशा तुष्टिकरण की राजनीति की राह पकड़ लेते हैं और वह व्यापक हिंदू दर्शन को कभी समझ नहीं सकेंगे.

विजयवर्गीय ने यहां संवाददाताओं से कहा था, ‘हिंदू दर्शन बहुत व्यापक है. सिंह को यह कभी समझ नहीं आएगा क्योंकि उनकी सोच नकारात्मक और संकुचित है. इसलिए वे हमेशा तुष्टिकरण की तरफ जाते हैं.’

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