scorecardresearch
Sunday, 12 May, 2024
होमराजनीति'कांग्रेस को मैंने अपना खून दिया है', आजाद बोले- G-23 के साथ पत्र लिखने पर 6 दिन सोया नहीं था

‘कांग्रेस को मैंने अपना खून दिया है’, आजाद बोले- G-23 के साथ पत्र लिखने पर 6 दिन सोया नहीं था

आजाद ने कहा आज जो लोग कांग्रेस पार्टी में हैं उन्हें मेरे बारे में पता नहीं हैं. वे कहीं के ईंट तो कहीं रोड़ा है.

Text Size:

नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी छोड़ने के बाद गुलाम नबी आजाद ने पहली बार मीडिया से बातचीत की और पार्टी में उनको लेकर चल रही बयानबाजी पर दुख जताया.

गुलाम नबी आजाद ने कहा, ‘पत्र (जी 23) लिखने के पहले और इसके लिखने के छह दिन बाद तक मैं सोया नहीं था. जिस पार्टी को मैंने खून दिया है. ये जो लोग आज वहां हैं. कहीं का ईंट कहीं का रोड़ा वाले आज हमारा मुकाबला करते हैं. उनको अपने घर का पता नहीं और हमारे को सवाल करते हैं. उनमें से 90 फीसदी पैदा नहीं हुए थे. वे हमें सवाल करते हैं.’

उन्होंने कहा कि, ‘मुझे अफसोस होता है कि कांग्रेस में ऐसे प्रवक्ता हैं, जिनको हमारे बारे में मालूम नहीं. सीनियर लोगों को हमारे खिलाफ जबर्दस्ती बुलवाया जाता है. क्योंकि वे हमारा इतिहास जानते हैं.’

गुलाम नबी आज़ाद कहते हैं, ‘सोनिया गांधी के लिए मेरा सम्मान 30 साल पहले जैसा है, राहुल गांधी के लिए सम्मान वही है. व्यक्तिगत रूप से, मैं उनकी लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करता हूं. हमने उन्हें एक सफल नेता बनाने की कोशिश की लेकिन उन्हें कोई दिलचस्पी नहीं है ..’

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

वहीं मोदी को बारे में आजाद ने कहा कि मोदी ने जो भाषण दिया उसे मैंने पढ़ा. वह मुझे लेकर एक घटना के बारे में बात किए थे. शुक्र करिए की मैं मोदी को समझता था कि बड़ा क्रूड आदमी है. शादी नहीं की है, बच्चे नहीं है, बीवी नहीं है. उन्हें कोई परवाह नहीं होगा. लेकिन कम से कम उन्होंने इंसानियत तो दिखाई.

आजाद ने कहा, ‘जब मैं कश्मीर में मुख्यमंत्री था और गुजरात की टूरिस्ट बस पर विस्फोट में लोग मारे गए. उस समय मैं रो रहा था. मोदी ने फोन किया था. मेरे ऑफिस के लोग मुझे फोन दे रहे थे मैंने नहीं लिया. लेकिन वह मेरे रोने की आवाज सुन लिए. जिस पर उन्होंने अपना दुख जताया था.’

गौरतलब है कि हाल में गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस पार्ट की प्राथमिक सदस्यता समेत सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था, जिसको लेकर पार्टी के सीनियर नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, जयराम रमेश समेत नेताओं ने उन पर निशाना साधा था.


यह भी पढ़ें: MBA, पूर्व-SPG कर्मचारी, पूर्व-वामपंथी, बैंकर – मिलिए राहुल गांधी की कांग्रेस ‘मंडली’ से


 

share & View comments