नई दिल्ली: बढ़ती महंगाई के बीच सोमवार को कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार पर साधा निशाना. उन्होंने आरोप लगया कि मोदी सरकार का शासन ‘कुशासन’ हैं.
बढ़ती बिजली की मांग के बीच राहुल गांधी ने यह ट्वीट किया, ‘बिजली संकट. रोजगार संकट. किसान संकट. मुद्रास्फीति संकट. प्रधानमंत्री मोदी का आठ साल का ‘कुशासन’ इस बात का एक उदाहरण हो सकता है कि कैसे दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक को बर्बाद किया जाए.’
Power Crisis
Jobs Crisis
Farmer Crisis
Inflation CrisisPM Modi’s 8-years of misgovernance is a case study on how to ruin what was once one of the world’s fastest growing economies.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 2, 2022
गांधी और उनकी कांग्रेस पार्टी ने बढ़ती महंगाई तथा बेरोजगारी को लेकर भारतीय जनता पार्टी नीत केन्द्र सरकार पर हमले तेज कर रखे हैं.
बिजली संकट पर सवाल
इसे पहले भी राहुल गांधी ने बिजली संकट और बढ़ते ईंधनो की कीमतों पर भी सवाल उठाया था. उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री जी के ‘वादों’ और ‘इरादों’ के बीच का तार तो हमेशा से ही कटा था. मोदी जी, इस बिजली संकट में आप अपनी नाकामी के लिए किसे दोष देंगे? नेहरू जी को? राज्य सरकारों को? या फिर जनता को ही?
प्रधानमंत्री जी के ‘वादों’ और ‘इरादों’ के बीच का तार तो हमेशा से ही कटा था।
मोदी जी, इस बिजली संकट में आप अपनी नाकामी के लिए किसे दोष देंगे?
नेहरू जी को? राज्य सरकारों को? या फिर जनता को ही? pic.twitter.com/fNDMz6rMt1
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 30, 2022
इसे पहले उन्होंने ट्वीट कर लिखा था, ‘उच्च ईंधन की कीमतें – राज्य का दोष, कोयले की कमी – राज्य का दोष, ऑक्सीजन की कमी – राज्य का दोष. सभी ईंधन करों का 68% केंद्र द्वारा लिया जाता है. फिर भी, पीएम जिम्मेदारी से बचते हैं. मोदी का संघवाद सहयोगी नहीं है. यह जबरदस्ती है.’
High Fuel prices – blame states
Coal shortage – blame states
Oxygen shortage – blame states68% of all fuel taxes are taken by the centre. Yet, the PM abdicates responsibility.
Modi’s Federalism is not cooperative. It’s coercive.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 28, 2022
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