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Saturday, 2 November, 2024
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दिल्ली में ऑक्सीजन रिपोर्ट पर विवाद, सिसोदिया ने कहा- ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं, बरगला रही है भाजपा

मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में ऑक्सीजन ऑडिट कमेटी के सदस्यों ने कोई ऐसी रिपोर्ट अभी तक अप्रूव या साइन ही नहीं की जैसा बीजेपी के नेता सुबह से दावा कर रहे हैं.

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नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ऑक्सीजन की जरूरत से चार गुना अधिक मांग की थी. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि भाजपा बरगलाने की कोशिश कर रही है.

सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिल्ली में ऑक्सीजन का ऑडिट करने के लिए गठित की गई एक समिति की रिपोर्ट का हवाला देते हुए भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जघन्य अपराध किया है.

भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, ‘कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन को लेकर जिस प्रकार की राजनीति अरविंद केजरीवाल ने की, उसका पर्दाफाश ऑक्सीजन ऑडिट पैनल की रिपोर्ट में हुआ है. पैनल की रिपोर्ट में जो तथ्य सामने आए हैं, वो चौंकाने वाले हैं.’

मनीष सिसोदिया ने भाजपा के आरोपों का जवाब देते हुए कहा, ‘दिल्ली में ऑक्सीजन ऑडिट कमेटी के सदस्यों ने कोई ऐसी रिपोर्ट अभी तक अप्रूव या साइन ही नहीं की जैसा बीजेपी के नेता सुबह से दावा कर रहे हैं. पहले तो पूरे देश में ऑक्सीजन सप्लाई का बंटाधार किया, अब उन मरीज़ों, डॉक्टर्स और अस्पतालों को भी झूठा बता रहे हैं जो ऑक्सीजन की कमी से परेशान रहे.’

उन्होंने मीडिया से आग्रह किया, ‘बीजेपी से उस तथाकथित रिपोर्ट की- ऑडिट कमेटी के सदस्यों द्वारा हस्ताक्षरित, अप्रूव्ड कॉपी तो मांगिए जिसके बारे में बीजेपी बरगलाने की कोशिश कर रही है.’

सिसोदिया ने कहा कि मामला सुप्रीम कोर्ट की बनाई कमेटी का है, भाजपा मुख्यालय में बनी किसी कमेटी का थोड़े ही है.

शुक्रवार को ये विवाद तब बढ़ा जब एक रिपोर्ट में कहा गया कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई एक ‘ऑक्सीजन ऑडिट कमेटी’ ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि महामारी की दूसरी लहर में केजरीवाल सरकार ने चार गुना ज्यादा ऑक्सीजन की मांग की.

रिपोर्ट के मुताबिक, ‘दिल्ली को 289 एमटी ऑक्सीजन की जरूरत थी लेकिन उसने इससे चार गुना ज्यादा 1140 एमटी ऑक्सीजन की मांग की.’

हालांकि दिल्ली सरकार ने ऐसी किसी रिपोर्ट पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं.

पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने ट्वीट कर केजरीवाल से देश से मांफी मांगने को कहा है.


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‘100% विज्ञापन और जीरो प्रतिशत कोविड मैनेजमेंट का केजरीवाल का फार्मूला’

भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, ‘रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली सरकार द्वारा ऑक्सीजन की जरूरत को 4 गुना बढ़ाकर बताया गया जिससे ऑक्सीजन टैंकर सड़क पर खड़े रहे. अगर ये ऑक्सीजन दूसरे राज्यों में उपयोग होती तो कई लोगों की जान बच सकती थी.’

पात्रा ने कहा, केजरीवाल के झूठ के कारण 12 ऐसे राज्य थे जो ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर प्रभावित हुए क्योंकि सभी जगह से ऑक्सीजन की मात्रा काट कर दिल्ली भेजना पड़ा था.’

उन्होंने कहा, ‘हम आशा करते हैं सर्वोच्च न्यायालय में वो जिम्मेदार ठहराए जाएंगे और जो अपराध उन्होंने किया है, उसके लिए उन्हें दंडित किया जाएगा.’

पात्रा ने कहा, ‘ केजरीवाल 100% विज्ञापन और जीरो प्रतिशत कोविड मैनेजमेंट के फार्मूले पर काम कर रहे हैं. उन्होंने 1,000 करोड़ रुपये केवल विज्ञापन पर खर्च किये हैं. केजरीवाल को जनता को जवाब देना होगा.’

उन्होंने कहा कि इसी प्रकार केजरीवाल कोविड-19 रोधी टीकों और घर-घर राशन पहुंचाने की योजना पर राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि राजधानी में टीकों की कोई कमी नहीं है. उन्होंने कहा, ‘जो व्यक्ति ऑक्सीजन के लिए इतना बड़ा झूठ बोल सकता है वह राशन के लिए कितना झूठ बोल सकता है?’

राजधानी के जयपुर गोल्डन अस्पताल और बत्रा अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के चलते हुई लोगों की मौतों के लिए भी पात्रा ने केजरीवाल सरकार को दोषी ठहराया.

कोरोना की दूसरी लहर में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली बुरी तरह से प्रभावित रही और उस दौरान लगातार केजरीवाल सरकार केंद्र से ऑक्सीजन की आपूर्ति की मांग कर रही थी. इस मामले में हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक को दखल देना पड़ा था.


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