scorecardresearch
Monday, 6 May, 2024
होमराजनीतिराहुल को संसद से Disqualified किए जाने पर 'संकल्प सत्याग्रह' के लिए राजघाट पहुंचे कांग्रेस के नेता

राहुल को संसद से Disqualified किए जाने पर ‘संकल्प सत्याग्रह’ के लिए राजघाट पहुंचे कांग्रेस के नेता

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि, 'बीजेपी राहुल गांधी को बोलने नहीं दे रही है. राहुल देश और जनता के अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं और हम रुकेंगे नहीं. आज हम गांधी स्मारक जा रहे हैं और वहां सत्याग्रह करेंगे.'

Text Size:

नई दिल्ली : सूरत कोर्ट के फैसले के बाद राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म किए जाने का मुद्दा गर्माया हुआ है. आज कांग्रेस के नेताओं ने इसके खिलाफ आज राजघाट पर ‘संकल्प सत्याग्रह’ करने के लिए पहुंचे हैं. वहीं दिल्ली पुलिस ने इस सत्याग्रह की इजाजत देने से इनकार कर दिया है.

इस बीच रविवार को राहुल गांधी ने ट्विटर पर अपना बॉयो बदल दिया है. उन्होंने इसे ‘Disqualified MP’ के तौर पर अपडेट किया है.

राहुल ने बदला ट्विटर पर अपना बॉयो | स्क्रीनग्रैब

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि, ‘बीजेपी राहुल गांधी को बोलने नहीं दे रही है. राहुल देश और जनता के अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं और हम रुकेंगे नहीं. आज हम गांधी स्मारक जा रहे हैं और वहां सत्याग्रह करेंगे.’

इससे पहले कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा, जयराम रमेश, केसी वेणुगोपाल और बाकी नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म किए जाने के खिलाफ एक दिवसीय संकल्प सत्याग्रह के लिए पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास से राजघाट के लिए निकले.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

वहीं दूसरी तरफ अधिकारियों ने जानकारी दी है कि दिल्ली पुलिस ने राजघाट पर राहुल के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए संकल्प सत्याग्रह की इजाजत देने से मना कर दिया है.

कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने ट्विटर पर आरोप लगाया है कि उन्हें राजघाट पर विरोध मार्च के लिए रोका गया है. कांग्रेस महासचिव ने दिल्ली पुलिस का एक पत्र पोस्ट किया है जिसमें कहा गया है ‘कानून व्यवस्था और ट्रैफिक, एरिया में लगाए गए धारा 144 की वजह से राजघाट पर विरोध मार्च के निवेदन को खारिज किया जाता है.’

वेणुगोपाल ने ट्वीट में कहा, ‘संसद में हमारी आवाज बंद करने के बाद सरकार ने बापू की समाधि पर एक शांतिपूर्ण सत्याग्रह करने से भी हमें रोक दिया है. मोदी सरकार की विपक्ष के हर विरोध को रोकने की आदत बन गई है. यह हमें डिगा नहीं पाएगी, हमारी लड़ाई सच्चाई के लिए है, अत्याचार के खिलाफ है, यह जारी रहेगी.’

खड़गे ने कहा कि यह सत्याग्रह केवल आज के लिए लेकिन इस तरह का सत्याग्रह पूरे देश में किया जाएगा… राहुल आम लोगों के लिए लड़ रहे हैं. बयान (मोदी सरनेम) राहुल गांधी ने कर्नाटक में दिया लेकिन यह मामले गुजरात ट्रांसफर कर दिया गया. बीजेपी में कर्नाटक में मानहानि का केस करने का दमखम नहीं था.

इस सत्याग्रह में शामिल होने के लिए नागरिक समाज का भी आह्वान किया गया है.

स्वाराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने एक दिन पहले एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म करने को लोकतंत्र पर अधिनायकवाद का खतरा बताया है.

यादव ने ट्वीट किया है, ‘रहुल गांधी के खिलाफ की गई कार्रवाई बढ़ते अधिनायकवाद का संकेत है व लोकतंत्र के लिए खतरा है. संविधान व गणतंत्र की रक्षा के लिए कल राजघाट पर ‘संकल्प सत्याग्रह’ का आयोजन हो रहा है. हम इसके समर्थन के लिए सभी सजग नागरिकों, नागरिक संगठनों व जनआंदोलनों का आह्वान करते हैं.’

गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान कर्नाटक के कोलार में एक रैली के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोद सरनेम पर टिप्पणी की थी, जिसके बाद उनके खिलाफ मानहानि का केस दर्ज किया गया था. सूरत की जिला अदालत में बीजेपी नेता पूरनेश जोशी की मानहानि याचिका पर 23 मार्च को फैसला सुनाया है, जिसमें राहुल गांधी को 2 साल की अधिकतम सजा सुनाई गई है. हालांकि उन्हें आगे अपील के लिए कोर्ट ने 30 दिन के लिए जमानत दे दी है.

इसके बाद लोकसभा सचिवालय के अनुसार 23 मार्च को उनके खिलाफ आए आदेश के तुरंत बाद से ही उन्हें अयोग्य करार दिया गया है.

सचिवालय की तरफ से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि संविधान के अनुच्छेद 102(1)(ई) और रीप्रेजेंटेशन ऑफ द पीपुल एक्ट, 1951 की धारा 8 के तहत उन्हें अयोग्य करार दिया गया है.

वहीं राहुल गांधी ने खुद को अयोग्य ठहराए जाने के बाद ट्वीट किया, ‘मैं भारत की आवाज के लिए लड़ रहा हूं, हर कीमत चुकाने को तैयार हूं.’

उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक दिन पहले कहा था के यह सब अडाणी मामले को उनका द्वारा संसद में उठाए जाने के बाद किया गया है. गांधी ने कहा था वह जानना चाहते हैं कि अडाणी की कंपनियों में सेल कंपनियों द्वारा भेजे गए 20,00 करोड़ किसके हैं. गांधी ने मोदी और अडाणी के रिश्ते पर भी सवाल उठाया था.

वहीं भाजपा इसे कानूनी कार्रवाई बता रही है और कांग्रेस पर इस मुद्दे को गलत तरीके से भुनाने की कोशिश का आरोप लगाया है

शनिवार को भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद काउंटर करने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राहुल गांधी पर पिछड़े समुदाय का अपमान करने का आरोप लगाया था.

उन्होंने कहा था, ‘ये सारे मोदी चोर क्यों होते हैं? राहुल गांधी ने पिछड़े समाज का अपमान किया था. आलोचना करने का अधिकार है बेइज्जत करने का अधिकार नहीं है. राहुल गांधी ने गाली दी थी.’


यह भी पढ़ें: देश में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में एक-तिहाई पति और रिश्तेदारों की क्रूरता से जुड़े : MoSPI


 

share & View comments