नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर से ज्यादा इज़रायल की घटनाओं से चिंतित हैं.
मणिपुर में इस वर्ष मई से ही जातीय संघर्ष के कारण हिंसा की घटनाएं हो रही हैं.
कांग्रेस नेता गांधी ने शहर की सड़कों पर दो किलोमीटर की पदयात्रा के बाद आइजोल में राजभवन के नजदीक एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पड़ोसी मणिपुर अब एक संगठित राज्य नहीं रह गया है, बल्कि जातीय आधार पर दो राज्यों में बंट गया है.
#WATCH मिज़ोरम: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी चानमारी से राजभवन तक पदयात्रा कर रहे हैं। pic.twitter.com/mwhF23cARA
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 16, 2023
चुनावी राज्य मिजोरम की दो दिवसीय यात्रा पर पहुंचे राहुल ने इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस ने 1986 में शांति समझौते पर हस्ताक्षर करके विद्रोह प्रभावित पूर्वोत्तर राज्य में शांति स्थापित करने की पहल की थी.
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे लिए यह आश्चर्य की बात है कि प्रधानमंत्री और भारत सरकार को इज़रायल में जो (इजरायल-हमास संघर्ष) हो रहा है उसमें इतनी दिलचस्पी है, लेकिन मणिपुर में क्या हो रहा है उसकी कोई चिंता नहीं. मणिपुर में लोगों की हत्याएं की गईं, महिलाओं से छेड़छाड़ की गई और बच्चों को मार दिया गया.’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारत की अवधारणा एक-दूसरे का सम्मान करने, सहिष्णु बनने, एक दूसरे के विचारों, धर्मों और भाषाओं से सीखने की है….. यही भारत की अवधारण है जिस पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) हमला कर रही है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘वे (भाजपा) विभिन्न समुदायों, धर्मों और भाषाओं पर हमला करते हैं और वे देश में नफरत और हिंसा फैलाते हैं. वे अहंकार और एक दूसरे को नहीं समझने की प्रवृत्ति को फैला रहे हैं जो भारत की अवधारण के पूरी तरह से खिलाफ है.’’
राहुल आगे बोले, “यहां चुनाव होने जा रहे हैं और मैं चाहूंगा कि आप इस पर विचार करें कि राज्य सरकार ने 5 वर्षों में क्या किया है. आने वाली पीढ़ियों में नशीली दवाएं तेजी से फैल रही हैं. जब भाजपा आपकी संस्कृति, आपके धर्म, आपकी परंपराओं पर हमला करती है तो MNF पार्टी उनका समर्थन करती है.
उन्होंने आगे कहा कि, “कुछ महीने पहले मैं मणिपुर गया था. मणिपुर के विचार को भाजपा ने नष्ट कर दिया है. अब वह एक राज्य नहीं बल्कि दो राज्य हैं. लोगों की हत्याएं की गई हैं, महिलाओं से छेड़छाड़ की गई और बच्चों की हत्या कर दी गई लेकिन प्रधानमंत्री को वहां यात्रा करना महत्वपूर्ण नहीं लगा.”
मिजोरम विधानसभा के लिए चुनाव सात नवंबर को एक ही चरण में होंगे और मतगणना तीन दिसंबर को होगी.
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