नई दिल्ली: दिल्ली कांग्रेस में पार्टी के नेताओं को नई जिम्मेदारियां दी गई हैं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित ने तीन नेताओं को कार्यकारी अध्यक्ष का काम सौंपा है. नई ज़िम्मेदारी पाने वालों में हारुन युसुफ, देवेंद्र यादव और राजेश लिलोठिया का नाम शामिल है.
दिल्ली कांग्रेस के प्रभारी पीसी चाको ने शीला दीक्षित को इन नियुक्तियों के बारे में लिखा था. शीला दीक्षित से उन्होंने कहा था, ‘जैसा कि आपका स्वास्थ्य आपका साथ नहीं दे रहा,इसलिए आप तीन कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त करें जो राज्य में स्वतंत्र रूप से काम करें और लिए गए फैसलों के बारे में आपको जानकारी देते रहेंगे.’ चाको के इस संदेश के बाद ही शीला दीक्षित ने तीनों नेताओं को नया कार्यभार सौंपा है.
New responsibilities allocated to Haroon Yusuf, Devender Yadav, and Rajesh Lilothia, the 3 Working President of Delhi Pradesh Congress Committee, by State Congress Chief Sheila Dikshit pic.twitter.com/ThnIHsMxN1
— ANI (@ANI) July 17, 2019
इन तीन नेताओं को कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने के अलावा कुछ विशेष ज़िम्मेदारियां भी दी गई हैं. उनमें दिल्ली की राजनीति से जुड़ी अहम बातें शामिल हैं. हारुन युसुफ को आने वाले दिल्ली यूनिवर्सिटी के चुनाव और नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ़ इंडिया (एनएसयूआई) के चुनाव से जुड़ी ज़िम्मेदारी मिली है और देवेंद्र यादव को भी यही ज़िम्मेदारी मिली है.
वहीं, लिलोठिया को उत्तरी दिल्ली नगर निगम, दक्षिणी दिल्ली नगर निगम, युवा कांग्रेस और डीपीसीसी का ज़िम्मा मिला है. आपको बता दें कि आम चुनाव में बुरी तरह से हारने के बाद कांग्रेस को भयानक उठा-पटका का सामना करना पड़ रहा है और राहुल गांधी के इस्तीफे बाद पार्टी अब तक अपना अध्यक्ष नहीं चुन पाई है.
इसकी वजह से इस पर चौतरफा संकट मंडरा रहा है. एक तरफ पंजाब में जहां सिद्धू ने अपनी नाराज़गी को सबके सामने लाते हुए अपना इस्तीफा सार्वजनिक कर दिया, दूसरी तरफ कर्नाटक में गंठबंधन सरकार चला रही कांग्रेस बाग़ी विधायकों के झटकों से उबरती नहीं दिख रही. राज्य में बृहस्पतिवार को बहुमत परीक्षण होना है.
दिल्ली में विधानसभा चुनाव अगले साल की शुरुआत में होने है जिसकी तैयारी में लगी आम आदमी पार्टी (आप) ने फ्री बस-मेट्रो से लेकर दनादान घोषणाओं का सिलसिला जारी रखा है, वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की भी तैयारी ज़ोर-शोर से चल रही है.
वहीं, सूबे में कांग्रेस की कमान 80 साल से भी अधिक उम्र की शीला दीक्षित के हाथों में है जिन्हें अपना ज़िम्मा संभालने के लिए तीन कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त करने पड़ रहे हैं. ज़ाहिर सी बात है कि पार्टी द्वारा उठाए जा रहे ऐसे कदम इसकी भविष्य की तैयारियों के बारे में काफी कुछ बताते है.