मुंबई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देशवासियों से अपनी-अपनी बालकनी में आकर कोविड-19 महामारी की लड़ाई में अगली पंक्ति में खड़े लोगों की हौसला अफजाई के लिए ताली और थाली बजाने का आह्वान किया था, भारतीय जनता पार्टी ने उसी तर्ज पर एक बार फिर महाराष्ट्र के लोगों का आह्वान किया है, इसबार उनका उद्देश्य अलग है.
भारतीय जनता पार्टी ने लोगों को शुक्रवार सुबह 11.30 बजे महाराष्ट्र के लोगों से कहा है कि वह काला कपड़ा पहनें, बालकोनी में आएं और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सत्तारूढ शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस सरकार के खिलाफ नारे लगाएं और बैनर दिखाएं. भाजपा राज्य में विपक्ष में है.
ऐसा करने के पीछे भाजपा का मानना है कि महाविकास अगाडी (एमवीए) सरकार राज्य में कोरोनावायरस क्राइसिस को संभालने में नाकाम रही है.गुरुवार तक महाराष्ट्र में 41,642 कोरोनावायरस के मामले दर्ज किए गए हैं जो देश में सबसे अधिक है. इनमें से 11,726 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं जबकि 1,454 लोगों की मौत हो चुकी है.
‘मेरा आंगन मेरा रणगन (मेरा घर, मेरा युद्ध)- महाराष्ट्र बचाओ’ अभियान का मकसद सीधे तौर पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधना है. और ये कर रही है भाजपा जो उसकी ही पूर्व सहयोगी रही है.
बुधवार शाम को मीडिया से अपने इस प्रोटेस्ट की योजना के विषय में जानकारी देते हुए, महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा, ‘लोगों को काले कपड़े या मास्क या दुपट्टे भी पहनने चाहिए.’
वह आगे कहते हैं कि ‘प्लेकार्ड पर ठाकरे सरकार के खिलाफ श्लोगन लिखा होना चाहिए.’ महामारी से निपटने में सरकार नाकाम रही है और स्थिति उनके हाथों से निकलती जा रही है. सरकार ने इससे निपटने के लिए सही कदम नहीं उठाए हैं.
भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं से इस विरोध को सफल बनाने के लिए लोगों में यह संदेश पहुंचाने के लिए कहा है. पाटिल कहते हैं,’ हम चाहते हैं कि प्रदर्शन के दौरान लोग सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें.’
शिवसेना की प्रवक्ता मनीषा कयांडे ने इस विरोध प्रदर्शन की आलोचना की है. मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने गुरुवार को कहा, ‘ यह एक महामारी है. सरकार वह सब कुछ कर रही है जो वह कर सकती है. बीजेपी चाहती है कि लोग काले मास्क और दुपट्टे पहनें और तख्तियों के साथ अपनी बालकनियों में खड़े हों, क्या यह एक मजाक है?’
कांग्रेस के महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि जब दुनिया अभूतपूर्व संकट के दौर से गुजर रही है, ऐसे समय में भाजपा, सरकार विरोधी भावना को उकसाने का प्रयास कर रही है. थोराट ने टीवी समाचार चैनलों से बातचीत में कहा, ‘भाजपा सरकार को अस्थिर करना चाहती है. यह उनके एजेंडे पर लंबे समय से है. ‘
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भाजपा ये गलत कर रही है
लगता है कि विरोध प्रदर्शन ने विपक्ष में बैठे दूसरों को उत्साहित नहीं किया है.
महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (एमएनएस) के नेता संदीप देशपांड ने कहा कि जनता की भावना ठाकरे सरकार के खिलाफ हो गई है लेकिन भाजपा का इसे उजागर करने का तरीका गलत है.
एमएनएस का नेतृत्व राज ठाकरे कर रहे हैं, जो उद्धव के चचेरे भाई हैं, और अब यह पार्टी भी भाजपा के करीब है. वह आगे कहते हैं, ‘मुझे लगता है कि लोगों की भावना इस मामले में ठाकरे सरकार के खिलाफ है. शुरू में, ऐसा नहीं था, लेकिन अब ऐसा है. देशपांडे ने कहा कि सरकारी तंत्र की ओर से विफलता है. लेकिन उन्होंने यह भी कहा, ‘जिस तरह से भाजपा यह कर रही है वह भी गलत है.’
भाजपा के विरोध प्रदर्शन को ‘ अपमानजनक पाखंडी ‘करार देते हुए कांग्रेस के राज्यसभा सांसद कुमार केतकर ने कहा कि पार्टी को गुजरात में भी देखना चाहिए.’ गुरुवार तक, गुजरात में भारत में दर्ज किए गए कोविद -19 के तीसरे सबसे अधिक मामले थे, जिनमें 12,537 मामले थे, 5,000 से अधिक ठीक हो गए हैं और 749 मौतें हुई हैं.
केतकर ने कहा, ‘उनकी अपनी पार्टी गुजरात में स्थिति का प्रबंधन नहीं कर सकी है. केतकर ने आगे कहा कि गुजरात की आबादी महाराष्ट्र से आधी है, और वहां का आपदा प्रबधंन सबसे खराब है. वह आग कहते हैं. ‘गुजरात सबसे खराब स्थिति वाला राज्य है. जो सभी विरोध करने जा रहे हैं, उन्हें गुजरात में अपनी सरकार को बताना चाहिए कि महाराष्ट्र सरकार को बताने से पहले क्या करना चाहिए, जो भाजपा शासित राज्यों की तुलना में बहुत बेहतर काम कर रही है. ‘
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