चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने सोमवार को मुख्यमंत्री पद संभालने के साथ ही किसानों के बिजली और पानी के बकाया बिल माफ करने की बात कही. साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को निरस्त करना चाहिए.
शपथ ग्रहण करने के बाद अपनी पहली प्रेस कांफ्रेंस में चन्नी से किसान आंदोलन का उल्लेख करते हुए कहा, ‘केंद्र सरकार को केंद्रीय कृषि कानूनों को निरस्त करना चाहिए.’
उन्होंने कहा, ‘पंजाब सरकार किसानों के साथ है यह आम आदमी की सरकार है. हम किसानों के पानी और बिजली के बिल माफ़ करेंगे.’
उन्होंने इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को याद करते हुए कहा कि उन्होंने ‘पंजाब में बहुत अच्छा काम किया.’
उन्होंने यह भी कहा अगर ये कानून वापस नहीं लिए गए तो किसानी खत्म हो जाएगी और पंजाब के हर परिवार पर इसका फर्क पड़ेगा.’
किसानों पर जोर देते हुए चन्नी ने कहा, ‘पंजाब के किसान को कमजोर नहीं होने देंगे. अगर किसानों पर किसी तरह की आंच आई तो अपनी गर्दन पेश कर दूंगा.’
उन्होंने कहा, ‘पंजाब की एकता, अखंडता और भाईचारा को कायम रखना है. हम सबको मिलकर रहना है. पंजाब को आगे बढ़ाना है.’
शपथ ग्रहण करने के बाद अपनी पहली प्रेस कांफ्रेंस में संवाददाता सम्मेलन में चन्नी ने यह भी कहा कि रेत माफिया के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और सभी मुद्दों का समाधान होगा.
उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व की ओर से तय 18 सूत्री कार्यक्रम का उल्लेख करते हुए कहा कि वह राज्य के लोगों का भरोसा दिलाते हैं कि आने वाले दिनों में सभी मसलों का हल होगा.
मुख्यमंत्री के मुताबिक, रेत माफिया और अवैध खनन पर अंकुश लगाने को लेकर आज ही बड़ा कदम उठाएंगे.
मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कई बड़े एलान भी किए. उन्होंने किसानों और गरीबों के बिजली बिल माफ किए जाने की बात कही. उन्होंने कहा कि कैबिनेट में इस फैसले को पास कर दिया जाएगा.
चन्नी ने यह भी कहा कि जिन किसानों के बिजली बिल कटे हुए हैं, उनके सभी कनेक्शन बहाल कर दिए जाएंगे.
चन्नी ने खुद के गरीब परिवार में पैदा होने का उल्लेख किया और कहा कि वह इस बड़ी जिम्मेदारी देने के लिए कांग्रेस नेतृत्व का धन्यवाद करते हैं.
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