नई दिल्लीः लोक जनशक्ति पार्टी में दरार लगातार बढ़ती ही जा रही है. दरकिनार किए गए पार्टी के नेता चिराग पासवान ने बुधवार को प्रिंस राज की जगह राजू तिवारी को पार्टी की बिहार इकाई का अध्यक्ष चुना.
एलजेपी सांसद प्रिंस राज को अक्टूबर 2019 में पशुपति कुमार पारस की जगह बिहार इकाई का नया चीफ बनाया गया था. बता दें कि पशुपति पारस के समर्थन वाले धड़े ने चिराग पासवान को एलजेपी के अध्यक्ष पद से हटा दिया था. यह फैसला एलजेपी सांसद पशुपति के दिल्ली आवास पर लिया गया. इसके बाद चिराग पासवान और पशुपति पारस दोनों ने पार्टी पर अपने अधिकार का दावा किया.
वहीं, लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के नेता चिराग पासवान ने बुधवार को जनता दल (यूनाइटेड) को अपनी पार्टी में विभाजन के लिए जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने अपने चाचा पशुपति कुमार पारस के नेतृत्व वाले गुट द्वारा लिए गए फैसलों को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि पार्टी का संविधान उन्हें ऐसा कोई अधिकार नहीं देता है.
जबकि, राजनीतिक तख्तापलट के बाद पहली बार पटना पहुंचे पारस ने पार्टी के प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में चिराग पर निशाना साधते हुए कहा कि लोजपा में एक नेता-एक पद का सिद्धांत है और इसी आधार पर चिराग को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटाया गया.
उन्होंने कहा था, ‘चिराग एक साथ पार्टी संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष, सदन में नेता और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद संभाल रहे थे जो पूरी तरह गलत था. हमने इसे दुरूस्त किया है. पार्टी संविधान में एक नेता एक पद का स्पष्ट उल्लेख है.’ उन्होंने कहा कि सूरजभान सिंह को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है और बृहस्पतिवार को सिंह के आवास पर पार्टी की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा.
यह भी पढ़ेंः वसुंधरा राजे ने राजस्थान BJP की बैठकों और कार्यक्रमों में शामिल होना किया बंद, पार्टी के साथ टकराव बढ़ा