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Friday, 3 May, 2024
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लखनऊ में चंद्रशेखर आजाद और ओमप्रकाश राजभर की मुलाकात, नए समीकरण के कयास शुरू

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) ने भीम आर्मी के आठ दलों के 'भागीदारी संकल्प मोर्चा' में शामिल होने पर राजी होने का दावा किया.

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लखनऊ: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने सोमवार को भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद राज्य में नए समीकरण के बनने की सुगबुगाहट तेज़ हो गई है.

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) ने भीम आर्मी के आठ दलों के ‘भागीदारी संकल्प मोर्चा’ में शामिल होने पर राजी होने का दावा किया.

सुभासपा के महासचिव अरविन्द राजभर ने बताया कि बैठक में तय हुआ कि भीम आर्मी राजभर की अगुवाई वाले भागीदारी संकल्प मोर्चा का हिस्सा बनेगी. उन्होंने बताया कि इसकी औपचारिक घोषणा अगले कुछ दिनों में कर दी जाएगी. उन्होंने बताया कि यह बैठक करीब आधा घंटा चली.

राजभर ने बताया कि चंद्रशेखर मोर्चा का हिस्सा बनेंगे.

बता दें कि चंद्रशेखर आज़ाद 15 मार्च को अपनी पार्टी का एलान करेंगे.

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भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर रावण रविवार शाम को लखनऊ में थे वह यहां अपने संगठन को मजबूत करने आए हुए हैं.

रावण ने पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि ‘मैं यहां अपने संगठन को मजबूत करने और उनकी परेशानियों को दूर करने आया हूं. इसके साथ ही उप्र में सीएए, एनपीआर और एनआरसी के आंदोलन को कैसे करना है इसे लेकर रणनीति बनाने आया हूं.’

उनसे जब पूछा गया था कि क्या आपको सरकारी गेस्ट हाउस से बाहर निकलने से रोका गया है तो इस पर उन्होंने कहा, ‘मुझे जानकारी नहीं है लेकिन भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. मुझे उम्मीद है कि हमें नजरबंद किया गया है. बाकी आप लखनऊ पुलिस से इस बारे में जानकारी हासिल कर लें.’

दिल्ली हिंसा पर रावण ने कहा था कि यह प्रायोजित है और बहुत ही दुखद है. उन्होंने कहा, ‘दिल्ली में तीन दिन तक हिंसा जारी रही और गृह मंत्री वहां थे. उनके पास इतनी ताकत है कि वह एक घंटे में इसे रोक सकते है लेकिन हिंसा को रोका नहीं गया. मुझे दुख है दिल्ली में जो हुआ उससे पूरे देश का अमन और भाईचारा टूटा, हम प्रयास करेंगे सभी लोगो से अपील करेंगे कि अमन और शांति बना कर रखें.’’

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया था कि ‘उन्हें (रावण) को नजरबंद नहीं किया गया, हमें जानकारी मिली थी कि वह शहर में है तो हम यहां शांति-व्यवस्था बनाये रखने के लिये हैं.’

(समाचार एजेंसी भाषा और प्रशांत श्रीवास्तव के इनपुट के साथ)

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