नई दिल्ली: गृहमंत्रालय द्वारा दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की सुरक्षा का जिम्मा केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) को सौंपे जाने के कुछ दिन बाद, यह जिम्मेदारी दोबारा दिल्ली पुलिस को दे दी गई है. दिप्रिंट को यह जानकारी मिली है.
गुप्ता को सीआरपीएफ की ओर से जेड-श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी, जिसमें कुल 22 सुरक्षाकर्मी तैनात थे. यह सुरक्षा उन्हें पिछले हफ्ते उस समय दी गई थी जब गुजरात के राजकोट के एक शख्स ने सार्वजनिक बैठक के दौरान उनके आवास पर हमला किया था. हालांकि, सूत्रों का कहना है कि सुरक्षा औपचारिक रूप से ट्रांसफर होने से पहले ही दिल्ली पुलिस को लौटा दी गई है.
मुख्यमंत्री पर कथित तौर पर हमला करने वाले साकारिया राजेशभाई खीमजीभाई को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया था.
दिल्ली पुलिस अब गुप्ता को नज़दीकी और बाहरी दोनों तरह की सुरक्षा प्रदान करेगी. वह जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त करने वालों में शामिल हैं.
दिप्रिंट ने पहले रिपोर्ट किया था कि पिछले बुधवार को हमले के कुछ घंटों के भीतर ही सीआरपीएफ को मुख्यमंत्री की सुरक्षा संभालने के लिए कहा गया था.
गुप्ता के कैबिनेट ने पुष्टि की कि राजेश ने हमले से एक दिन पहले यानी मंगलवार को मुख्यमंत्री के आवास की रेकी की थी. वह उस दिन मुख्यमंत्री की जनसुनवाई में सिर्फ हमला करने के उद्देश्य से आया था. इसी वजह से उसके पास कोई दस्तावेज नहीं थे.
इसके बाद दिल्ली पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया. उसके खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया. जांचकर्ताओं ने राजकोट से एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है.
दिल्ली के शालीमार बाग इलाके में मुख्यमंत्री गुप्ता के आवास के बाहर पिछले बुधवार सुबह का सीसीटीवी फुटेज दिप्रिंट को मिला है. इसमें राजेश कथित तौर पर रिक्शा से उतरता हुआ दिखाई दे रहा है.
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