नई दिल्ली: उत्तराखंड में उपचुनाव को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है. एक ओर जहां बुधवार को हाईकमान के बुलावे पर तीरथ सिंह रावत हाईकमान के बुलावे दिल्ली पर पहुंचे थे. वहीं दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल हुए कर्नल अजय कोठियाल (सेवानिवृत्त) उत्तराखंड उपचुनाव में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए कमर कस ली है.
आप प्रवक्ता ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को सीधे चुनौती देते हुए कहा, ‘गंगोत्री विधानसभा उपचुनाव में आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता कर्नल अजय कोठियाल उनसे सीधा मुकाबला करेंगे.’
Colonel Ajay Kothiyal (retd), who joined Aam Aadmi Party (AAP), to contest the Uttarakhand by-poll against CM Tirath Singh Rawat.
— ANI (@ANI) July 1, 2021
आप प्रवक्ता ने आगे कहा, ‘आज उत्तराखंड की जनता भाजपा की नाकाबिल सरकार से दुखी है.’ उन्होंने यह भी कहा, ‘ आम आदमी पार्टी का लक्ष्य उत्तराखंड का नवनिर्माण है और पार्टी के गंगोत्री उप चुनाव लड़ने का मकसद देवभूमि को एक नकारे मुख्यमंत्री के कुशासन से छुटकारा दिलाना है.’
बता दें कि तीरथ सिंह के पास विधानसभा का सदस्य चुने जाने की संवैधानिक बाध्यता में केवल दो महीने का समय बचा है.
पौड़ी से लोकसभा सांसद रावत ने इस साल 10 मार्च को मुख्यमंत्री पद संभाला था और अब सितंबर तक उन्हें विधानसभा का सदस्य निर्वाचित होना है. प्रदेश में इस समय दो विधानसभा सीटें खाली हैं जिनमें से गढवाल क्षेत्र में स्थित गंगोत्री सीट से रावत के उपचुनाव लड़ने की प्रबल संभावनाएं जताई जा रही है.
बुधवार को सीएम तीरथ ने पार्टी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से मुलाकात कर अपने चुनाव लड़ने के संबंध में भी चर्चा की. रावत के दिल्ली आने को जहां भाजपा और राज्य सरकार इसे केवल एक सामान्य बात बता रहे हैं.
राजनीतिक प्रेक्षकों का मानना है कि मुख्यमंत्री के विधानसभा पहुंचने में सबसे बड़ी अड़चन यह है कि विधानसभा चुनावों में एक साल से कम का समय बचा है और ऐसे में सामान्यत: उपचुनाव नहीं कराए जाते.
हालांकि, इस बारे में पूछे जाने पर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और राज्य सरकार के प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने कहा, ‘राष्ट्रीय दलों की सरकारों के मुख्यमंत्रियों, मंत्रियों और प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों का दिल्ली आना—जाना एक सामान्य बात है. एक सामान्य बात को असामान्य बताकर कुछ चैनल चुटकी लेना चाहते हैं.’
संभावित उपचुनाव के बारे में उनियाल ने कहा कि राज्य सरकार चुनाव आयोग को विधानसभा सीटें रिक्त होने की सूचना भेज चुकी है.
यह भी पढ़ें: गैर-निर्वाचित मुख्यमंत्री तीरथ रावत के लिए पद पर बने रहने में कई बाधाएं हैं, और समय तेजी से गुजर रहा है