नई दिल्ली: लगातार तीसरे दिन सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही देर बाद हंगामें की भेंट चढ़ गई. और 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
लोकसभा में केंद्र के तीन नये कृषि कानूनों के मुद्दे पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण बृहस्पतिवार को कार्यवाही शुरू होने के करीब 10 मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
सदन की कार्यवाही आरंभ होने के साथ ही विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के करीब पहुंच गए.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन में हंगामे के बीच प्रश्नकाल शुरू करवाया. इस दौरान कुछ सदस्यों ने जलशक्ति मंत्रालय से संबंधित पूरक प्रश्न पूछे और जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने उत्तर दिए.
कांग्रेस के सदस्यों ने ‘काले कानून वापस लो’ के नारे लगाए. उन्होंने तख्तियां हाथ में ले रखी थीं. इनमें से एक तख्ती पर ‘अन्नदाता का अपमान बंद करो, तीनों कृषि कानून रद्द करो’ लिखा था.
सदन में नारेबाजी के बीच अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और सदन चलने देने की अपील की. उन्होंने कहा, ‘यह सदन चर्चा और संवाद के लिए है. आपको जनता ने तख्तियां दिखाने और नारेबाजी करने के लिए नहीं भेजा है. आप मुद्दे उठाएं, चर्चा करें और जनता की समस्याओं के समाधान का प्रयास करें. आपको चर्चा करने का पूरा समय मिलेगा.’
हंगामें की भेंट चढ़ी राज्य सभा की कार्यवाही
जबकि राज्य सभा में भी अलग-अलग मुद्दों पर विभिन्न दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण बैठक शुरू होने के कुछ ही देर बाद दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
हंगामे की वजह से आज भी उच्च सदन में शून्यकाल नहीं हो पाया.
सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए. इसी दौरान कांग्रेस सदस्य दिग्विजय सिंह ने मीडिया समूह दैनिक भास्कर के विभिन्न परिसरों पर आयकर विभाग के छापों का मुद्दा उठाने का प्रयास किया वहीं तृणमूल कांग्रेस सदस्यों ने कथित जासूसी से जुड़ा मुद्दा उठाने का प्रयास किया. लेकिन सभापति ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी और कहा कि किसी भी मुद्दे को उठाने के लिए आसन की अनुमति की जरूरत होती है.
इस बीच, अन्य सदस्यों ने अलग-अलग मुद्दों को लेकर हंगामा शुरू कर दिया. कुछ सदस्य अपने स्थान से आगे भी आ गए.
Rajya Sabha has been adjourned till 12 noon, soon after it started amid uproar by the Opposition pic.twitter.com/a9OBYlJENa
— ANI (@ANI) July 22, 2021
नायडू ने सदस्यों से अपने स्थानों पर लौट जाने और सदन की कार्यवाही चलने देने की अपील की. हंगामे के बीच उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि कुछ सदस्य नहीं चाहते कि सदन में लोगों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की जाए.
सदन में व्यवस्था बनते न देख उन्होंने बैठक शुरू होने के महज दो मिनट के भीतर ही कार्यवाही दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
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राहुल गांधी की अगुवाई में संसद भवन परिसर में प्रदर्शन
कांग्रेस के सांसदों ने तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करते हुए बृहस्पतिवार को पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया.
संसद भवन में परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष आयोजित इस प्रदर्शन में कांग्रेस के दोनों सदनों के कई सदस्यों ने हिस्सा लिया.
राहुल गांधी के अलावा लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, लोकसभा सदस्य मनीष तिवारी, गौरव गोगोई, रवनीत बिट्टू, राज्यसभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा और कई अन्य सांसद इस धरने में शामिल हुए.
कांग्रेस सांसदों ने ‘काले कानून वापस लो’ और ‘प्रधानमंत्री न्याय करो’ के नारे लगाए.
मुख्य विपक्षी पार्टी के सांसदो ने संसद भवन परिसर में यह धरना उस वक्त दिया जब मानसूत्र के दौरान केन्द्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठन जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने की तैयारी में हैं.
गौरतलब है कि दिल्ली से लगे टिकरी बॉर्डर, सिंघू बॉर्डर तथा गाजीपुर बॉर्डर पर किसान पिछले साल नवम्बर से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. उनकी मांग है कि तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया जाए और न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी दी जाए. हालांकि सरकार का कहना है कि ये कानून किसानों के हित में हैं. सरकार और प्रदर्शन कर रहे किसानों के बीच कई दौर की वार्ता बेनतीजा रही है.
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