नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ में बुधवार को नए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पद और गोपनीयता की शपथ ली. राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने साय और डिप्टी सीएम अरुण साहू और विजय शर्मा को भी शपथ दिलाई.
रायपुर में हुए इस शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, वरिष्ठ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता और अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल रहे.
15 साल तक मुख्यमंत्री रहे रमन सिंह को स्पीकर बनाया गया है.
नाम सामने आने के बाद साय ने कहा था, ‘‘मैं पूरी ईमानदारी से ‘सबका विश्वास’ के लिए काम करूंगा और ‘मोदी की गारंटी’ के तहत छत्तीसगढ़ की जनता से किए गए वादे पूरे करूंगा. प्रदेश के सीएम होने के नाते मैं वादों को पूरा करने का प्रयास करुंगा. पहला काम लोगों को 18 लाख आवास देना होगा…’’
विष्णुदेव साय को विधायक दल का नेता चुने जाने पर छत्तीसगढ़ भाजपा प्रभारी ओम माथुर ने कहा, ‘‘इससे बढ़िया और क्या फैसला होगा, श्रेष्ठ कार्यकर्ता, अनुभवी कार्यकर्ता, अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार में मंत्री रहे कार्यकर्ता को हमने चुना है, इससे अच्छा और क्या हो सकता है.’’
भाजपा ने रविवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री और छत्तीसगढ़ में प्रदेश अध्यक्ष के रूप में काम कर चुके आदिवासी नेता साय (59) को नए मुख्यमंत्री के रूप में चुना.
उनके चुनाव प्रचार के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सार्वजनिक तौर पर घोषणा की थी कि आप इन्हें विधायक बनाइए, इन्हें बड़ा आदमी मैं बनाऊंगा.
अब तक चार बार के विधायक, तीन बार के सांसद और छत्तीसगढ़ में भाजपा के अध्यक्ष की कमान संभालने वाले विष्णुदेव साय केंद्र सरकार में राज्य मंत्री भी रह चुके हैं.
आदिवासी नेता विष्णु देव साय 2014-2019 तक रायगढ़ संसदीय क्षेत्र से बीजेपी सांसद रहे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल में केंद्रीय खान, इस्पात राज्य मंत्री रहे थे. आदिवासी मतदाताओं के बीच उनका काफी सम्मान है.
साय 1989 में जशपुर ज़िले के बगिया गांव में पहली बार पंच चुने गए और इसके बाद अगले ही साल उनकी पंचायत का सरपंच चुना गया था. भाजपा ने उन्हें उसी वर्ष तपकरा विधानसभा से अपना प्रत्याशी बनाया और अविभाजित मध्यप्रदेश में 1990 में वे पहली बार विधानसभा पहुंचे.
1998 में उन्हें बीजेपी ने फिर अपना प्रत्याशी बनाया और जीत हासिल की. एक साल बाद 1999 में उन्होंने रायगढ़ लोकसभा से चुनाव लड़ा और वे सांसद निर्वाचित हुए. 1999 से 2014 तक वे लगातार सांसद चुने गए. 2014 में उन्हें मोदी सरकार में पहली बार केंद्रीय इस्पात, खान, श्रम व रोजगार राज्य मंत्री की कमान सौंपी गई.
इस दौरान उन्हें छत्तीसगढ़ बीजेपी का अध्यक्ष भी बनाया गया.
यह चुनाव उन्होंने कुनकरी विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर लड़ा और उन्हें 87,604 वोट मिले.वहीं कांग्रेस के उम्मीदवार यूडी मिंज को 62,63 वोट मिले. विष्णु देव साय ने विधानसभा चुनाव 25 हज़ार 541 वोट से जीता है.
एक अधिकारी ने बताया कि समारोह में सुरक्षा व्यवस्था के लिए लगभग एक हज़ार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है.
प्रधानमंत्री साइंस कॉलेज के मैदान में मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए और शाम पांच जकर 25 मिनट पर रायपुर से दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे.
उन्होंने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह के लिए तीन विशाल मंच बनाए गए हैं, जिसमें मध्य के मंच में शपथ ग्रहण होगा तथा एक ओर आमंत्रित किए गए अतिविशिष्ट अतिथि तथा दूसरी ओर नवनिर्वाचित विधायकों के लिए मंच होगा.
इसके साथ ही कार्यक्रम स्थल में विशिष्ट अतिथियों, मीडिया प्रतिनिधियों और आमजनों के बैठने के लिए अलग-अलग सेक्टर बनाए गए हैं. अधिकारी ने बताया कि अधिक से अधिक लोग शपथग्रहण देख सके इसके लिए ‘एलईडी’ स्क्रीन भी लगाई गई हैं.
भाजपा के सूत्रों ने बताया कि नई मंत्रिमंडल में नए और पुराने नेताओं का मिश्रण हो सकता है. नियम के मुताबिक, छत्तीसगढ़ मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री सहित अधिकतम 13 मंत्री हो सकते हैं.
हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य की कुल 90 विधानसभा सीट में से 54 सीट जीतीं. 2018 में 68 सीट जीतने वाली कांग्रेस इस बार 35 सीट पर सिमट गई है. गोंडवाना गणतंत्र पार्टी एक सीट जीतने में कामयाब रही.
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