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Sunday, 3 November, 2024
होमराजनीतिकेजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद BJP का गेमप्लान? 'AAP वर्कर्स को तोड़ो, स्कैम के पोस्टर, सिम्पैथी वेव रोको'

केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद BJP का गेमप्लान? ‘AAP वर्कर्स को तोड़ो, स्कैम के पोस्टर, सिम्पैथी वेव रोको’

आम चुनाव के मद्देनजर और 2025 के दिल्ली चुनावों को ध्यान में रखते हुए, भाजपा की राज्य इकाई 'भ्रष्टाचार' के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी को उजागर करके अपने प्रतिद्वंद्वी पर हमला तेज कर रही है.

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नई दिल्ली: दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार के “कुशासन” के बारे में मैटर तैयार करना, आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यकर्ताओं को “तोड़ने” और उन्हें शामिल करने की कवायद तेज करना, और ऐसे बयान देने से बचना जो केजरीवाल के प्रति सहानुभूति की लहर पैदा कर सकें. ये कुछ “तत्काल” उठाए जाने वाले कदम हैं जो भाजपा लोकसभा चुनाव के लिए अपनी रणनीति के हिस्से के रूप में उठा रही है, दिप्रिंट को पता चला है.

दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप अध्यक्ष केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को उनके आवास पर घंटों पूछताछ के बाद एक्साइज़ पॉलिसी मामले में गिरफ्तार कर लिया.

एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा, “केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद AAP कार्यकर्ता और नेता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. बीजेपी भी उनकी गिरफ्तारी पर रणनीति बनाने में जुटी है. हमें पूरा यकीन है कि AAP सहानुभूति की लहर का फायदा उठाने की कोशिश करेगी. यही कारण है कि हम पहले से ही शराब घोटाले को उजागर करने वाले और पार्टी ने किस तरह से आम लोगों को लूटने की कोशिश की इसके लिए पर्चे और पोस्टर तैयार कर रहे हैं. एक ‘आरोप पत्र’ भी तैयार किया जा रहा है जो केजरीवाल सरकार की अन्य विफलताओं को उजागर करेगा.”

एक दूसरे भाजपा नेता ने कहा, “चुनाव से पहले केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी निश्चित रूप से उनके पक्ष में सहानुभूति की लहर को भुनाने की कोशिश करेगी. यह सुनिश्चित करने के लिए कि वे कोई झूठी कहानी नहीं फैला सकें, हमारे कार्यकर्ता घर-घर जाएंगे और मोदी सरकार के कल्याणकारी कदमों के बारे में लोगों को बताएंगे यह भी बताएंगे कि उन्होंने किस तरह से लोगों के जीवन को बदल दिया है.”

दिल्ली में सात और पंजाब में 13 लोकसभा सीटें हैं, जहां पर आम आदमी पार्टी की सरकार है. आम चुनाव के साथ-साथ 2025 के दिल्ली चुनावों को ध्यान में रखते हुए, भाजपा की राज्य इकाई “भ्रष्टाचार” के लिए केजरीवाल की गिरफ्तारी को उजागर करके अपने प्रतिद्वंद्वी पर हमला तेज कर रही है.

एक तीसरे वरिष्ठ भाजपा नेता ने दिप्रिंट को बताया कि दिल्ली में पार्टी पदाधिकारियों को बयान देते समय ‘सावधान’ रहने और व्यक्तिगत हमले न करने के लिए कहा गया था, बल्कि दिल्ली और पंजाब में AAP सरकार के ‘कुशासन और भ्रष्टाचार’ पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा गया था.

उन्होंने कहा, “दिल्ली भाजपा काफी समय से शराब घोटाले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है; हमने देखा कि कैसे (दिल्ली के डिप्टी सीएम) मनीष सिसोदिया को (फरवरी 2023 में) गिरफ्तार किया गया और पूरे प्रकरण में किस तरह से उनकी भूमिका थी. भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन कर अरविंद केजरीवाल राजनीति में आये और सीएम बने. उन्होंने दिल्ली की पूर्व सीएम (शीला दीक्षित) पर भी निशाना साधा था. और अब, वह खुद भ्रष्टाचार के आरोप में जेल गए हैं.”

यह पूछे जाने पर कि केजरीवाल की गिरफ्तारी का चुनाव से पहले जनता की भावनाओं पर क्या प्रभाव पड़ेगा और क्या इसके समय को लेकर संदेह था, उत्तर पूर्वी दिल्ली से भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार मनोज तिवारी ने दिप्रिंट से कहा: “कानून चुनाव और समय को नहीं देखता है. ईडी अपना काम कर रही है. हम गिरफ़्तारी से पहले भी अपनी जीत के प्रति आश्वस्त थे और अब भी आश्वस्त हैं.”

वरिष्ठ भाजपा नेता और दिल्ली के प्रभारी बैजयंत पांडा ने कहा कि केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों के साथ ”विश्वासघात” किया है.

उन्होंने दिप्रिंट को बताया, “अरविंद केजरीवाल ने अन्ना हजारे सहित उन सभी लोगों की उम्मीदों को धोखा दिया, जिन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने में विश्वास किया था. उन्होंने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करके दिल्ली के लोगों को धोखा दिया. प्रथम दृष्टया साक्ष्य और धन का लेन-देन ऐसा था कि उनके गिरफ्तार वरिष्ठ सहयोगियों को जमानत नहीं मिल सकी, जिसके आधार पर उच्च न्यायालय ने उन्हें किसी भी तरह की सुरक्षा देने से इनकार कर दिया. भागकर कोई भी चोर लंबे समय तक कानून के तहत सजा से नहीं बच सकता.”

‘लोगों को समझने की जरूरत है कि आप सरकार कैसे काम करती है’

2022 के दिल्ली निकाय चुनावों से पहले भी, भाजपा “भ्रष्टाचार” को लेकर AAP सरकार को निशाना बनाने की रणनीति के साथ आई थी. उस समय भी इसका मुख्य फोकस अपने प्रतिद्वंद्वी के भ्रष्टाचार विरोधी मुद्दे को कमजोर करने के लिए कथित शराब घोटाला था.

चौथे बीजेपी नेता ने कहा, “केंद्रीय नेतृत्व राज्य की गतिविधियों की समीक्षा करता रहता है, और नगर निगम चुनावों से पहले यह पाया गया कि भ्रष्टाचार का मुद्दा लोगों के बीच गूंज रहा था. और पार्टी इस पर फोकस करती रही. हालांकि केजरीवाल की गिरफ्तारी के प्रभाव का आकलन करना अभी जल्दबाजी होगी, एक आकलन किया गया और यह महसूस किया गया कि भ्रष्टाचार और कुशासन से संबंधित खुलासे दैनिक आधार पर किए जाने की जरूरत है ताकि लोग समझ सकें कि आप सरकार कैसे काम करती है.”

दूसरे बीजेपी नेता ने कहा कि पार्टी भी इंतजार करेगी और देखेगी कि चीजें कैसे सामने आती हैं. “हमें पहले यह देखना होगा कि AAP स्थिति को कैसे संभालती है. जब केजरीवाल को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया है तो हम इस मुद्दे में नहीं पड़ना चाहते. हमें आम जनता की प्रतिक्रिया का आकलन करने की जरूरत है और ऐसे इनपुट के आधार पर एक दीर्घकालिक रणनीति तैयार की जाएगी.

तीसरे नेता ने दावा किया कि आम आदमी पार्टी को ज़मीनी स्तर पर ज़्यादा जनसमर्थन नहीं मिला है.

नेता ने कहा, “आप और केजरीवाल इस बारे में बड़े-बड़े दावे करते हैं कि उन्हें जनता का समर्थन प्राप्त है, लेकिन उनकी गिरफ्तारी के बाद, मुट्ठी भर लोगों के अलावा, हमें ज़मीन पर बहुत अधिक जनता का समर्थन नहीं मिला है. न केवल आम जनता बल्कि उनके अपने कार्यकर्ता भी निराश हैं और गणतंत्र दिवस (2014 में) से पहले रेल भवन के सामने धरने पर बैठने पर उन्हें जो समर्थन मिला था, उसकी तुलना में वे सड़कों पर नहीं उतरे हैं. अब बहुत कुछ बदल गया है और लोग उनके खेल को समझ चुके हैं.’ हमें बस बाहर जाकर बात फैलाने की जरूरत है.”

बीजेपी नेताओं के मुताबिक, एक जॉइनिंग कमेटी उन AAP नेताओं की स्क्रीनिंग में व्यस्त है जो बीजेपी में आना चाहते हैं, कई कार्यकर्ता पार्टी के भविष्य को लेकर ‘अनिश्चित’ हैं.

पहले भाजपा नेता ने कहा, “शराब घोटाला उन प्रमुख मुद्दों में से एक है जिसे राज्य के साथ-साथ केंद्रीय नेता भी उजागर कर रहे हैं, क्योंकि आप भ्रष्टाचार विरोधी एजेंडे पर सत्ता में आई थी लेकिन खुद भ्रष्टाचार में लिप्त रही है. हम लोगों को इसका असली चेहरा दिखाएंगे, और पहले से ही कई असंतुष्ट और निराश AAP कार्यकर्ता और नेता भाजपा में शामिल होने के लिए कतार में हैं.”

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ आप के “शर्मनाक” विरोध को “चोर मचाये शोर” का उदाहरण करार दिया.

केजरीवाल ने ईडी के नौ समन को अनदेखा किया. सचदेवा ने संवाददाताओं से कहा, उन्हें अब ईडी को जवाब देना होगा क्योंकि वह भ्रष्टाचार में शामिल थे और इसीलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया है.

शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में आप के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) संदीप पाठक ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले विपक्षी नेताओं को अवैध रूप से गिरफ्तार करके ‘लोकतंत्र की हत्या’ करने का आरोप लगाते हुए भाजपा और पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोला.

पत्थल ने कहा, “आज देश में अघोषित आपातकाल जैसी स्थिति है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा विपक्षी दलों को खत्म करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं. वे या तो विपक्षी नेताओं को जेल में डाल रहे हैं या उन्हें भाजपा में शामिल होने की धमकी दे रहे हैं. जो लोग भाजपा में शामिल हो रहे हैं, उन्हें क्लीन चिट दे दी जाती है, और जो लोग उनकी तानाशाही का विरोध कर रहे हैं, उनके साथ अन्याय, अत्याचार और अवैध गिरफ्तारी की जाती है.”

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.) 


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