लखनऊ: उत्तर प्रदेश की फर्रुखाबाद लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद मुकेश राजपूत ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर फर्रुखाबाद का नाम बदलकर ‘पांचाल नगर’ रखने की मांग की.
राजपूत ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है, ‘फर्रुखाबाद का इतिहास पौराणिक काल से ही बेहद समृद्ध है. पूर्व में फर्रुखाबाद को पांचाल क्षेत्र कहा जाता था और यह शहर पांचाल राज्य की राजधानी हुआ करता था.’
सीएम योगी को लिखे खत में राजपूत लिखते हैं तीन नदियों गंगा राम गंगा काली नदी के मध्य बसा हुआ फर्रुखाबाद का इतिहास पौराणिक काल से समृद्ध है. उस समय यह पांचाल क्षेत्र कहलाता थ. यह शहर पांचाल राज्य की राजधानी हुआ करता था. फर्रुखाबाद की स्थापना से पहले ही यहां कंपिल, संकिसा, श्रंगीरामपुर और शमसाबाद प्रसिद्ध थे.
उन्होंने लिखा है, ‘फर्रुखाबाद स्थित कंपिल का हिंदी और जैन, दोनों ही धर्मों के अनुयायियों के बीच खासा महत्व है. यहां स्थित बौद्ध धर्म के तीर्थ संकिसा में श्रीलंका, कंबोडिया, थाईलैंड, म्यांमा और जापान इत्यादि देशों के बौद्ध विहार भी बने हुए हैं.’
पत्र में यह भी कहा गया है कि काशी की तरह यहां भी गली-गली में शिवालय होने के कारण इस नगर को अपराकाशी के नाम से भी जाना जाता है. कलयुग के हनुमान कहे जाने वाले बाबा नीमकरोरी महाराज जी की तपोस्थली नीमकरोरी धाम भी इसी जनपद में स्थित है एवं यही उनके नाम से एक रेलवे स्टेशन भी है.
राजपूत ने कहा है कि मगर वर्ष 1714 में मुगल शासक फर्रूखसियर ने भारतीय पौराणिक संस्कृति को नष्ट करने के उद्देश्य से इस ऐतिहासिक नगर का नाम बदलकर अपने नाम पर फर्रुखाबाद कर दिया था.
भाजपा सांसद ने पत्र में मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि भारतीय संस्कृति को पुनर्जीवित करने के लिए फर्रुखाबाद का नाम बदलकर पांचाल नगर कर दिया जाए.
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