नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बिहार के मंत्री नितिन नबिन को पार्टी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है.
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह की ओर से जारी आधिकारिक आदेश में कहा गया कि इस नियुक्ति को पार्टी की संसदीय बोर्ड ने मंजूरी दी है. हालांकि, पार्टी ने अभी यह स्पष्ट नहीं किया है कि नितिन नबिन आगे चलकर राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभालेंगे या नहीं, या फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर कोई अलग घोषणा बाद में की जाएगी.
आदेश में कहा गया है, “बीजेपी संसदीय बोर्ड ने बिहार सरकार के मंत्री श्री नितिन नबिन को तत्काल प्रभाव से भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है.”
नितिन नबिन, जे.पी. नड्डा की जगह लेंगे. नड्डा को भी पहले ‘अंडरस्टडी’ के तौर पर राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था, जिसके बाद उन्हें पूर्णकालिक राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया गया. उन्हें 17 जून 2019 को बीजेपी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था. यह नियुक्ति उस समय हुई थी जब तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष अमित शाह केंद्रीय मंत्री बने थे. शाह राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रहे, जब तक कि 20 जनवरी 2020 को नड्डा को पूर्णकालिक राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं चुन लिया गया. नड्डा के कार्यकारी अध्यक्ष रहते हुए पार्टी ने कई चुनाव लड़े.
इसी तरह, 2001 में तत्कालीन बीजेपी अध्यक्ष बंगारू लक्ष्मण के इस्तीफे के बाद के. जना कृष्णमूर्ति को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था, जिसे बाद में पार्टी ने औपचारिक रूप से मंजूरी दी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नितिन नबिन को बधाई दी और कहा कि वह एक मेहनती पार्टी कार्यकर्ता रहे हैं. उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “श्री नितिन नबिन जी ने एक मेहनती कार्यकर्ता के रूप में अपनी पहचान बनाई है. वह एक युवा और ऊर्जावान नेता हैं, जिनके पास संगठन का समृद्ध अनुभव है और बिहार में विधायक और मंत्री के रूप में कई कार्यकालों का शानदार रिकॉर्ड है. उन्होंने लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए पूरी मेहनत से काम किया है. वह अपने विनम्र स्वभाव और ज़मीन से जुड़े काम करने के तरीके के लिए जाने जाते हैं. मुझे विश्वास है कि उनकी ऊर्जा और समर्पण आने वाले समय में हमारी पार्टी को और मज़बूत करेगा. बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनने पर उन्हें बधाई.”
श्री नितिन नबीन जी ने एक कर्मठ कार्यकर्ता के रूप में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। वे एक युवा और परिश्रमी नेता हैं, जिनके पास संगठन का अच्छा-खासा अनुभव है। बिहार में विधायक और मंत्री के रूप में उनका कार्य बहुत प्रभावी रहा है, साथ ही जनआकांक्षाओं को पूरा करने के लिए उन्होंने पूरे…
— Narendra Modi (@narendramodi) December 14, 2025
पिछले महीने, नितिन नबिन ने बिहार विधानसभा चुनाव में पटना जिले की हाई-प्रोफाइल बांकीपुर विधानसभा सीट जीती थी. उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल की रेखा कुमारी को 51,000 से ज्यादा वोटों के अंतर से हराया.
नितिन नबिन के पिता, नबिन किशोर प्रसाद सिन्हा, भी इस सीट से कई बार चुनाव जीत चुके थे. बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “पिता के निधन के बाद उन्होंने 2006 के उपचुनाव में चुनाव लड़ा और तब से लगातार यह सीट जीतते आ रहे हैं. वह संगठन से जुड़े नेता हैं और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद पार्टी ने उन पर भरोसा जताया.” नितिन नबिन छत्तीसगढ़ के लिए पार्टी के प्रभारी भी रह चुके हैं.
वह वर्तमान में बिहार सरकार में सड़क निर्माण मंत्री हैं. पार्टी ने अभी यह नहीं बताया है कि वह मंत्री पद पर बने रहेंगे या नहीं.
नितिन नबिन बीजेपी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव भी रह चुके हैं. एक पार्टी पदाधिकारी ने कहा, “उनके पिता का जनसंघ से जुड़ाव था. वह छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों के दौरान बीजेपी के सह-प्रभारी थे. 2018 की हार के बाद बीजेपी ने 2023 के विधानसभा चुनावों में शानदार वापसी की और सत्ता में लौटी. इस जीत में नितिन जी की अहम भूमिका रही, जिसके बाद लोकसभा चुनावों से पहले पार्टी ने उन्हें छत्तीसगढ़ का प्रभारी बनाया.”
आम चुनावों में भी छत्तीसगढ़ में बीजेपी का प्रदर्शन शानदार रहा और पार्टी ने राज्य की 11 में से 10 लोकसभा सीटें जीतीं.
गृह मंत्री अमित शाह ने भी नितिन नबिन को बधाई दी. उन्होंने एक्स पर लिखा, “प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी, राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री @JPNadda जी और बीजेपी संसदीय बोर्ड के वरिष्ठ नेताओं द्वारा श्री नितिन नबिन जी को राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किए जाने पर मैं उन्हें हार्दिक बधाई देता हूं.”
नितिन नबिन की तारीफ करते हुए शाह ने कहा कि चाहे बीजेपी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव की भूमिका हो, बिहार में युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी हो या छत्तीसगढ़ के प्रभारी की भूमिका—नितिन नबिन ने हर जिम्मेदारी पूरी निष्ठा और सफलता के साथ निभाई है.
उन्होंने कहा, “बिहार में पांच बार विधायक और राज्य सरकार में मंत्री के रूप में काम कर चुके नितिन नबिन को जनता के बीच काम करने का व्यापक अनुभव है. आज उनका राष्ट्रीय महासचिव पद पर पहुंचना हर उस युवा बीजेपी कार्यकर्ता के लिए सम्मान की बात है, जो दिन-रात मेहनत करता है. मैं उन्हें उनकी नई जिम्मेदारी और सफल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं देता हूं.”
अगर नितिन नबिन पूर्णकालिक बीजेपी अध्यक्ष बनते हैं, तो वह सबसे युवा अध्यक्ष होंगे.
कायस्थ जाति से आने वाले नितिन नबिन ने अपने पिता के निधन के बाद राजनीति में कदम रखा. सूत्रों के मुताबिक, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता दिवंगत सुशील कुमार मोदी ने उपचुनाव के लिए पार्टी उम्मीदवार के रूप में नितिन नबिन का नाम सुझाया था.
बिहार बीजेपी अध्यक्ष और उद्योग मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल ने कहा कि यह नियुक्ति एनडीए की बड़ी जीत के बाद बिहार के लिए एक तोहफा है. उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि पहली बार बिहार से किसी नेता को राष्ट्रीय स्तर पर इतनी अहम जिम्मेदारी दी गई है.
दिप्रिंट से बात करते हुए बिहार विधान परिषद के सदस्य देवेश कुमार ने नितिन नवीन को संगठन का नेता बताया, जो लोगों को समझते हैं और सौम्य स्वभाव के हैं. उन्होंने कहा, “जब नित्यानंद राय बिहार बीजेपी अध्यक्ष थे, तब नितिन नबिन बिहार BJYM के अध्यक्ष थे और उन्होंने अपनी अलग पहचान बनाई. वह बेहतरीन संगठनकर्ता हैं और लोगों की समझ रखते हैं. उनका व्यक्तित्व मिलनसार है और शहरी विकास व सड़क निर्माण जैसे अहम मंत्रालयों को संभालकर उन्होंने एक प्रशासक के तौर पर भी अपनी क्षमता साबित की है. संगठन के व्यक्ति के रूप में उन्होंने छत्तीसगढ़ प्रभारी रहते हुए भी अच्छा काम किया.”
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा BJYM से शुरू की और संगठन के भीतर कई अहम जिम्मेदारियां निभाईं. उनका आरएसएस बैकग्राउंड नहीं है, लेकिन उनका परिवार जनसंघ से जुड़ा रहा है.”
(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
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